
६ मार्च २०१९ को पहली बार फेसबुक पर साझा की गई रुपाली ठाकुर नामक यूजर की यह पोस्ट चर्चा में है | पोस्ट में एक फोटो दिया गया है व नीचे लिखा है की ‘गरीब के बचे को कैंसर है, कृपया आर्थिक सहायता करे, भगवान आपके बचो को ऐसा दुःख ना दे, मन में दया है तो लिखे राम, एक लाइक = १ रुपये, एक कमेंट राम = ५ रूपये, एक शेयर = १० रूपये’ आम तौर पर आपने इस तरह की अनेक पोस्ट देखी होगी | ऐसी पोस्ट शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई जानना जरुरी हो जाता है | आइये जानते है इसकी सच्चाई |
संशोधन से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने इस फोटो का स्क्रीन शॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें जो रिजल्ट्स मिले वह आप नीचे देख सकते है |
इस सर्च के पहले ही रिजल्ट में उपरोक्त पोस्ट के दावे के विरुद्ध कुछ अलग बात लिखी दिखी | हमने लिंक खोल कर देखा तो उसमे एक फेसबुक पोस्ट थी, जो इस फोटो के सन्दर्भ में एक घटना का जिक्र करती है | यह पोस्ट आप नीचे देख सकते है | पोस्ट में लिखा है – सिवान जिला के रसूलपुर गाव के आर्या शर्मा पुत्र अवधेश शर्मा को खाशी जुखाम होने पर डॉक्टर दिनेश कुमार सिंह सिवान के पास इलाज के लिए लाया गया था की डॉक्टर दिनेश कुमार सिंह द्वारा इन्जेक्शन लगाने के 20 मिनट बाद लड़का का मौत होगया जब परिजनो ने पुछा की कैसे मौत हो गया तो डॉक्टर ने अपने निजी गुंडो के द्वारा 5 लोगो पर जानलेवा हमला कर घायल कर दिया रोड़ जाम के बाद डॉक्टर पर केश हुआ और हॉस्पिटल शील करने और मुआवजा देने के आश्वसन के बाद रोड जाम समाप्त हुआ|
जब हमने देखा कि यह पोस्ट कुछ और सच्चाई बयां कर रही तो, हमने फोटो को यांडेक्स इमेजेस पर सर्च किया | इस सर्च में हमें यह पता चला कि यह फोटो काफी जगह इस्तेमाल की जा चुकी है | यह सेर्च रिजल्ट आप नीचे की स्क्रीन शॉट पर देख सकते है |
इसी सर्च से हमें पता चला कि sharechat पर इसी तरह की एक पोस्ट है जो बंगाली भाषा में है, जो कि आप नीचे की स्क्रीन शॉट पर देख सकते है | इस फोटो पर भी बंगाली में वही लिखा है, जो हिंदी कि पोस्ट में लिखा है |
यांडेक्स इमेजेस पर और सर्च करने पर हमें Janjwar.com इस वेबसाइट पर एक खबर मिली जिसमे उपरोक्त फोटो का इस्तेमाल किया गया था | खबर का हैडलाइन है- गलत इंजेक्शन लगाने से हुई बच्चे की मौत, विरोध करने पर डॉक्टर ने दौड़ाकर पिटवाया | इस खबर के मुताबिक यह बिहार राज्य के सिवान शहर की एक घटना की फोटो है | खबर में लिखा है कि, घटना अस्पताल रोड स्थित नवजात एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश कुमार सिंह के क्लिनिक की है, जहां भर्ती एक सात साल के बच्चे की गलत इंजेक्शन देने से हुई मौत के बाद डॉक्टर के आदमियों ने मृत बच्चे के परिजनों की जमकर पिटाई कर दी। डॉक्टर के गुंडों के हमले में जहां चार लोग बुरी तरह से घायल हो गए, वहीं एक व्यक्ति लापता भी हो गया।
इस घटना के कुछ और फोटो खबर में दिए गए है, जो आप नीचे देख सकते है |
आगे और संशोधन करने पर हमें z7news.com वेबसाइट पर यही खबर मिली, जो की आप नीचे की स्क्रीन शॉट पर देख सकते है | बिहार से प्रकाशित दैनिक भास्कर अख़बार ने भी यह खबर प्रकाशित की है |
ARCHIVE z7news | ARCHIVE BHASKAR
यह सब सामग्री पढने के बाद यह स्पष्ट होता है कि उपरोक्त पोस्ट में दिया गया फोटो तो सही है, लेकिन उसके साथ लिखा हुआ विवरण गलत है | वास्तव में यह बच्चा अभी इस दुनिया में नहीं है, जो कथित रूप से डॉक्टर के गलत इलाज का शिकार हो गया था |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह बिना किसी संदेह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा कि इस बच्चे को कैंसर है, सरासर गलत(FALSE) है | क्योंकि यह बच्चा मर चूका है |

Title:क्या है गरीब बच्चे को कैंसर बताकर शेयर का आग्रह करने वाली इस फोटो का सच?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False

Thanks for showing truth .thanks fact checker.
It is very shameful that somebody using a died child photo for money. Really humanity ends for such people
Thank you for the help truth
Thank you thehelp believe Liked by many people’s ,over