
एक फेसबुक पोस्ट मे यह दर्शाया जा रहा है कि राहुल गाँधी पर अमेठी के दौरे में, स्नाइपर ने ७ बार निशाना साधा | इसके बाद राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक का आरोप हुआ | स्नाइपर गन से निशाना साधने की आशंका जताई गई | कितनी सच्चाई है इस पोस्ट में, आइये देखते हैं |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

तथ्यों की जांच:
हमने जांच की शुरुआत उपरोक्त दावे की सच्चाई जानने से की | गूगल मे ढूँढने पर हमें कई पत्रिकाओं के न्यूज़ प्रकाशन और विडियो मिले |
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१० अप्रैल २०१९ को राहुल गाँधी अपना नामांकन पत्र अमेठी से दाखिल करने गए थे | इस दौरान पत्रकारों के साथ साक्षात्कार के विडियो में उनके माथे पर एक हरे रंग का लेज़र ७ बार दिखाई दिया है |
सबको यह लगा कि राहुल गांधी को एक स्नाइपर द्वारा टारगेट किया जा रहा है | इस पर कांग्रेस ने सुरक्षा की चिंता जताते हुए राजनाथ सिंह को पत्र भी लिखा |
इस बात पर ANI ने भी ट्वीट किया है |
इस पत्र की जांच करने के लिए हमने INC के आधिकारिक वेबसाइट पर प्रेस रिलीज़ में ढूँढा | इस संशोधन में हमने पाया कि INC के कोई भी लैटर हेड में ‘INDIAN NATIONAL CONGRESS’ नहीं लिखा होता है | INC के लैटर हेड मे ‘ALL INDIA CONGRESS COMMITTEE’ यह नाम लिखा होता है |
इस बात को सत्यापित करने के लिए हमने INC के एक वरिष्ठ प्रवक्ता से भी संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि, कांग्रेस के सारे आधिकारिक पत्र ‘ALL INDIA CONGRESS COMMITTEE’ के लैटर हेड पर ही जाते है और साझा किया जाने वाला पत्र ग़लत है |
इस बात से यह साफ़ पता चलता है कि यह पत्र फ़र्ज़ी है | फिर हमने SPG पर गूगल मे सर्च किया और हमें ११ अप्रैल २०१९ को TOI द्वारा प्रकाशित ख़बर मिली | इस ख़बर में कहा गया है कि, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गाँधी के चेहरे पर पड़ने वाली हरी लेज़र किसी स्नाइपर की नहीं बल्कि AICC फोटोग्राफर के मोबाइल की थी | राहुल गाँधी की सुरक्षा मे कोई कमी नहीं है | उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कांग्रेस से कोई भी पत्र नहीं मिला है |
इस बात पर हमें कांग्रेस सांसद और प्रवक्ता डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी द्वारा प्रेस रिलीज़ का पत्र और विडियो भी प्राप्त हुआ | विडियो में २७ मिनट ३४ सेकंड्स पर उन्होंने इस बात पर कहा है कि कांग्रेस से कोई पत्र नहीं गया है और हरा लेज़र कैमरामैन के मोबाइल का है |
इस पत्र के ७ वें पृष्ठ पर डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी ने इस मुद्दे पर अपना वक्तव्य दिया है |
INCPressReleasePost | ArchivedLink
इन सब बातों से यह साफ़ पता चलता है कि राहुल गाँधी के चेहरे पर मोबाइल के टोर्च का प्रकाश है, स्नाइपर के बंदूक का नहीं |
निष्कर्ष : ग़लत
तथ्यों की जांच से इस बात की पुष्टि होती है कि उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा ग़लत है | अमेठी मे १० अप्रैल को राहुल गांधी अपना नामांकन पत्र अमेठी से दाखिल करने गए थे, तब उनपर किसीने भी स्नाइपर का लेज़र नहीं दागा, बल्कि वह रौशनी एक मोबाइल फ़ोन के टोर्च की थी | गृह मंत्रालय द्वारा इस बात का भी खुलासा मिला कि कांग्रेस द्वारा कोई भी पत्र नहीं जारी किया गया है |

Title:क्या राहुल गाँधी पर स्नाइपर ने साधा निशाना जब अमेठी में वो राफेल डील पर कर रहे थे खुलासा ? जानिये सच |
Fact Check By: Nita RaoResult: False
