
१८ मई २०१९ को फेसबुक के ‘Nation With Modi’ नामक पेज पर एक पोस्ट साझा किया है | पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक फोटो दिया है, जिसपर अंग्रेजी में लिखा है China accepts that whole Jammu & Kashmir, Arunachal Pradesh is belongs to India. Everything is possible for Modi. Nation with Modi. NaMo again. हिंदी में सरल अनुवाद इस प्रकार है- चीन ने स्वीकार किया कि, पूरा जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है | मोदी है तो सब मुमकिन है | देश मोदी के साथ है | फिर से नमो |
इस पोस्ट द्वारा दावा किया जा रहा है कि, चीन ने सम्पूर्ण जम्मू-कश्मीर सहित अरुणाचल प्रदेश को भी भारत का अभिन्न अंग स्वीकार किया है | अगर ऐसा होता तो इस तरह की ख़बरें मीडिया में बड़े पैमाने पर छायी होती | तो आइये जानते है इस दावे की सच्चाई |
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले गूगल किया | china accepts j&k and arunachal pradesh as part of india इन की-वर्ड्स के साथ गूगल पर सर्च करने से हमें जो परिणाम मिले, वह आप नीचे देख सकते है |
हमें ‘इकनोमिक टाइम्स’ द्वारा २७ अप्रैल २०१९ को प्रसारित एक खबर मिली, जिसमे कहा गया है की चीन ने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव फोरम की वेबसाइट से वह मैप हटा दिया है, जिसमे पूरा जम्मू-कश्मीर तथा अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताया गया था साथ ही भारत को भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बताया गया था |
इसके अलावा हमें ‘इंडिया टुडे’ द्वारा प्रसारित एक और खबर मिली, जिसमे भी यह कहा गया है की चीन ने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव फोरम की वेबसाइट से वह मैप हटा दिया है, जिसमे पूरा जम्मू-कश्मीर तथा अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताया गया था साथ ही भारत को भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बताया गया था |
इसके बाद हमने हिंदी में सर्च किया तो हमें ‘अमर उजाला’ की एक खबर मिली | इस खबर में कहा गया है कि, चीन की ऑनलाइन ट्रेवल एजेंसी सी-ट्रिप डॉट कॉम इंटरनेशनल लिमिटेड ने अरुणाचल प्रदेश की यात्रा और आवास सुविधा के ऑफर को चीनी सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों की आपत्ति के बाद हटाया है। इस कंपनी ने गलती से ही सही लेकिन इस सच को स्वीकार किया कि अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा है। उसने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश को भारत के कब्जे वाले इलाके के रूप में दर्शाया, लेकिन कंपनी के इस कदम से चीनी यूजरों के भड़कने के बाद कंपनी से संबंधित सामग्री को हटाते हुए इसकी जांच कराने को कहा है।
हमें समाचार चैनल ‘आज तक’ की वेबसाइट पर भी एक खबर मिली, जिसमे कहा गया है कि, बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) की वेबसाइट ने उस नक्शे को हटा दिया है, जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा दिखाया था | चीन ने BRI के दूसरे समिट में चीन ने अपने एक नक्शे में पूरे जम्मू और कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा दिखाया था | चीन के इस कदम पर सबको हैरानी भी हुई थी, लेकिन ठीक एक दिन बाद ही चीन पलट गया | इससे पहले बीजिंग में BRI के दूसरे समिट में चीन ने अपने एक नक्शे में पूरे जम्मू और कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा दिखाया था |
नीचे की स्क्रीनशॉट में आप वह नक्शा देख सकते है, जो चीन की कंपनी द्वारा बाद में हटाया गया |
चीन के Belt and Road Initiative के बारे में आप इस लिंक पर पढ़ सकते है | और जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर जा सकते है | Belt and Road Initiative के दूसरी परिषद् के बारे में जानने के लिए इस लिंक पर क्लीक कर सकते है |
आप को बता दें कि, बीजिंग में अप्रैल में हुए BRI के दूसरे समिट का भारत ने बहिष्कार किया था | इससे पहले २०१७ में इसके पहले समिट में भी भारत शामिल नहीं हुआ था | इस समिट में ३७ देश शामिल हुए थे | चीन की बीआरआई का भारत इसलिए विरोध कर रहा है, क्योंकि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से गुजरता है | भारत इसको अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताता है | भारत का कहना है कि पीओके भारत का हिस्सा है और उस पर पाकिस्तान ने अवैध कब्जा कर रखा है | ऐसे में भारत की इजाजत के बिना चीन पीओके से आर्थिक गलियारा नहीं बना सकता है |
इसके बाद हमने और जानकारी के लिए चीन की विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर ढूंढा | लेकिन हमें वहां कोई भी ऐसी जानकारी नहीं मिली, जिससे की यह स्पष्ट हो कि, चीन ने पूरे जम्मू-कश्मीर को या अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना हो | बता दें कि चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बती क्षेत्र में होने का बताते हुए अपना दावा करता है जबकि भारत स्पष्ट तौर पर कह चुका है कि यह राज्य भारत का आंतरिक और एक अभिन्न अंग है | यह भी बता दें कि, हाल ही में चीन ने ऐसे हजारों नक्शे नष्ट किए थे जिनमें अरुणाचल प्रदेश को भारत के राज्य के तौर पर दिखाया जाता रहा है | पिछले साल नवंबर में चीन के सरकारी चैनल CGTN ने पाकिस्तान के नक्शे से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को अलग दिखाया था |
इस संशोधन में यह बात उभरकर सामने आती है कि, चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री द्वारा दिया गया वह नक्शा, जिसमे पूरे जम्मू-कश्मीर को तथा अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताया गया, Belt and Road Initiative की वेबसाइट पर गलती से प्रसारित किया गया था, जिसे बाद में गलती का अहसास होने पर २४ घंटे बाद हटा दिया गया |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा फोटो के साथ किया गया दावा कि, “चीन ने स्वीकार किया कि, पूरा जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है |” बिलकुल गलत है | जम्मू-कश्मीर व अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताने वाला मैप गलती से मैप अपलोड किया गया था, जो बाद में हटाया गया |

Title:क्या चीन ने स्वीकार किया कि, पूरा जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
