अन्धविश्वास के खिलाफ किये गये जन जाग्रुति नाटक को असली बता कर वाईरल किया जा रहा है |

False National Social

२५ अक्टूबर २०१९ को फेसबुक पर ‘Sony Khan द्वारा किये गये पोस्ट में एक वीडियो साझा किया गया है | पोस्ट में कुछ लोग जशन मनाते हुए एक बालक के सर को अर्थी पर सजाके ले जाते दिख रहे हैं | पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, ये कौनसा धर्म है भाया जिसने एक मासूम बच्चे की बली चढ़ा दी और सारे लोग खुशियां मना रहे हैं |” इस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि – ‘वर्तमान में एक मासूम बच्चे की बलि चढ़ाकर लोग जशन मना रहे हैं |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:

FacebookPost | ArchivedLink

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने सबसे पहले उपरोक्त दवा में साझा वीडियो का स्क्रीनशॉट लेकर यांडेक्स इमेज सर्च में ढूंढा, तो हमें ichowk नामक एक वेबसाइट पर २२ अक्टूबर २०१८ को प्रकाशित एक ख़बर मिली जिसमे इस वीडियो से जुड़ी तस्वीरें मिली और लिखा है कि यह घटना राजस्थान के भिलवाड़ा जिला में स्थित सहादा तहसील की है | इस तहसील में खाखरा नामक एक गांव है जहां नवरात्र के वक़्त लोग मनोरंजन के लिए बलि का नाटक कर लोगों को जागृत कर रहे थे | यह घटना अक्टूबर २०१८ की थी और वीडियो में दिखने वाला बच्चा जिंदा है | पूरी ख़बर को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

ichowkPost | ArchivedLink

इस ख़बर में हमें राजस्थान पुलिस व भीलवाडा पुलिस द्वारा किया गया ट्वीट भी मिला, जिसमें उन्होंने इस घटना को एक नाटक कहा और बच्चे की तस्वीर दिखाते हुए बताया कि यह बच्चा जिंदा है |

BhilwadaPoliceTweet | ArchivedLink

RajasthanPoliceTweet | ArchivedLink

इस बात की पुष्टि के लिए हमने भिलवाड़ा जिला के SP हरेन्द्र कुमार महावेर से संपर्क किया, तो उन्होंने हमारा संपर्क सहादा के Add. SP राजेश भारद्वाज से संपर्क करवाया | सहादा के Add. SP राजेश भारद्वाज ने इस वीडियो को देखकर कहा कि, “यह घटना पिछले साल की है | खाखला गांव में लोग नवरात्र के वक्त जत्रा की तरह यह जुलूस कर रहे थे | वीडियो में दिखने वाला बच्चा भी इस नाटक का हिस्सा था और यह बच्चा जिंदा है | पिछले साल भी इस जुलूस के वीडियो पर काफ़ी अफवाहे फैली थी | आपको मिलने वाला पुलिस द्वारा ट्वीट उसी वक्त किया गया था | मगर यह सिर्फ़ एक जुलूस में लोगों का मनोरंजन करने के लिए किया गया नाटक था | इस दौरान किसी की भी असलियत में बली नहीं हुई थी |”

इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो का वर्तमान में कोई संबंध नहीं है | यह एक किया गया जत्रा है जो अक्टूबर २०१८ को राजस्थान में भीलवाड़ा जिला के खाखला गांव की है | यह वीडियो बालक बलि के एक नाटक को दर्शा रहा है और इस वीडियो को गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |

जांच का परिणाम :  उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “वर्तमान में एक मासूम बच्चे की बलि चढ़ाकर लोग जश्न मना रहे हैं |” ग़लत है |

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Title:अन्धविश्वास के खिलाफ किये गये जन जाग्रुति नाटक को असली बता कर वाईरल किया जा रहा है |

Fact Check By: Natasha Vivian 

Result: False