वायरल तस्वीर सीरिया की सैदनाया जेल की भूमिगत कोठरी में दिख रहे कैदी की नहीं है।
अभी हाल ही में 8 दिसंबर, 2024 को सीरिया में बशर अल-असद की सत्ता आधिकारिक तौर पर समाप्त हो गई। इससे पहले सीरियाई विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्ज़ा किया, जिस कारण असद देश छोड़कर भाग गए। वहीं दूसरी तरफ कुख्यात सैदनाया जेल से हज़ारों कैदियों की रिहाई की गई। इस क्रम में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है, जिसमें एक कैदी को एक संकरी कोठरी में कंक्रीट की स्लैब पर बैठे हुए दिखाया गया है। यूज़र्स इस पोस्ट को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह तस्वीर उसी सैदनाया जेल में बंद एक कैदी की है। पोस्ट वायरल करते हुए कैप्शन में लिखा गया है कि…
#सिदनाया जेल मै जुल्म की इंतेहा। पहली नज़र में कोई सोचेगा कि यह एक हॉरर फिल्म का सीन है?!!! लेकिन वास्तव में यह दमिश्क की जेल है…….
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट को गूगल लेंस पर सर्च किया। ऐसा करने से हमें ‘dzen.ru’ नाम (आर्काइव) की वेबसाइट पर एक आर्टिकल छपी हुई मिली। इसमें वायरल तस्वीर को दर्शाते हुए यह जानकारी साझा की गई है कि तस्वीर वियतनाम के हो ची मिन्ह सिटी में युद्ध पीड़ितों के संग्रहालय की है।
आगे जा कर हमें यह छवि दो स्टॉक फोटो वेबसाइट्स, एलेमी (आर्काइव) और फ़्लिकर पर भी दिखाई दी, यहां पर इसे टाइगर केज में एक कैदी के मॉडल के रूप में चिन्हित किया गया है, जो वियतनाम के युद्ध अवशेष संग्रहालय में एक प्रदर्शनी का हिस्सा थें।
अपनी खोज के दौरान हमें 15 मार्च 2017 में “कॉन दाओ जेल साइगॉन वियतनाम” नाम का एक यूट्यूब चैनल मिला। इसमें 3 मिनट 23 सेकंड के टाइमस्टैम्प पर वायरल फोटो से मेल खाते हुए दृश्य दिखाई दे रहे हैं।
जबकि गूगल मैप्स पर इस संग्रहालय के लोकेशन को चेक करने से यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल तस्वीर ची मिन्ह सिटी, वियतनाम में वॉर म्यूजियम की ही हैं।
हमारे खोज के अनुसार इस युद्ध अवशेष संग्रहालय की स्थापना 4 सितंबर, 1975 को हुई थी। यह शांति के लिए संग्रहालयों के अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क (आईएनएमपी) और संग्रहालयों की अंतर्राष्ट्रीय परिषद (आईसीओएम) का एक हिस्सा है, जो असल में विदेशी आक्रामक ताकतों द्वारा वियतनामी लोगों पर किए गए युद्ध अपराधों और उसके परिणामों पर प्रदर्शनियों को इकट्ठा करने के साथ ही संरक्षित करता है।
इसलिए साफ़ होता है कि सोशल मीडिया पर प्रसारित वायरल तस्वीर वियतनाम के एक संग्रहालय की है, न कि सीरिया की सैदनाया जेल की।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चला कि वायरल तस्वीर सीरिया की सेडनया जेल की नहीं है। वास्तव में यह तस्वीर वियतनाम के युद्ध अवशेष संग्रहालय में एक कैदी के मॉडल की तस्वीर है।
Title:वियतनाम के युद्ध अवशेष संग्रहालय में कैदी के मॉडल की तस्वीर सीरिया की सेडनया जेल के भ्रामक दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
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