False

तूफ़ान के भयंकर सैलाब को दिखता ये दृश्य लीबिया में आये हाल के डेनियल बाढ़ से संबंधित नहीं है।

2016 के पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ फैलाया गया है , वीडियो में दिखाई दे रहे दृश्य हाल की घटना का नहीं है।

अभी हाल ही में लीबिया के पूर्वी शहर डर्ना में पिछले दिनों डैनियल तूफ़ान ने ऐसा कहर मचाया जिसकी तस्वीरें कंपा देने वाली है। कुदरत के मचाये इस तांडव में एक शहर वीरान और खंडहर में तब्दील हो गया। हर तरफ पसरा सन्नटा यह बताने के लिए काफी है कि किस तरह से हज़ारों की संख्या में लोग मौत की आगोश में समा गए होंगे। आंकड़े बताते हैं कि 10 हज़ार से ज्यादा लोग बेघर हुए और 5300 से भी ज्यादा लोग मारे गए। इस घटना की कई तस्वीरें सोशल मंचों पर साझा की गई। जिसको जोड़ता हुआ एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है जिसमें पानी की एक विशाल धारा एक पुल की ओर बढ़ती हुई और लगभग उसे डुबोती हुई दिखाई दे रही है। देखा जा सकता है कि ऐसा होने पर पुल से कुछ गाड़ियां दूर जा रही है। दावा किया गया है कि ये दृश्य लीबिया में आये डेनियल तूफ़ान का है। जिसको साझा करते हुए #लीबिया तूफ़ान का कहर लिखा गया है। साथ ही यह भी लिखा गया है कि “अब तक 2000 से ज़्यादा लोगों की मौत और हज़ारों लोग लापता, तूफ़ान ने जमकर मचाई तबाही।”

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने वीडियो को छोटे कीफ्रेम्स में तोड़कर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमने फेसबुक पर सऊदी अरब के न्यूज़ पेपर अज़ल की तरफ से 8 अप्रैल, 2016 को एक वीडियो साझा किया हुआ देखा। वीडियो के विवरण में स्पष्ट रूप से यह उल्लेख किया गया है कि वीडियो अल फरशाह में आयी बाढ़ का है। मतलब ये साफ़ हुआ कि वीडियो हाल का नहीं है।

इसी तरह से आगे हमें यहीं वीडियो सऊदी अरब की एक और न्यूज़ वेबसाइट डरलाखबर.कॉम के वॉल पर साझा की हुई मिली। जिसे 9 अप्रैल 2016 में देखा जा सकता है। वीडियो के साथ यह जानकरी दी गई है कि तिहामा कहतान में वादी अल-फ़रशा की बाढ़ से कारों और पैदल चलने वालों के लिए सड़क बंद हो गई है।

इसी वीडियो को यूट्यूब पर दो यूज़र द्वारा 2016 में अपलोड किया गया है।  जिसके साथ यही जानकरी दी गई है कि वादी एल फरशा में बाढ़ का भयंकर दृश्य है।

हमने इस जगह को गूगल मैप पर भी ढूँढा जिसके बाद हम स्पष्ट हुए कि वायरल वीडियो लीबिया में हाल का नहीं बल्कि 2016 में अल-फ़रशा की बाढ़ का ही है। गूगल मैप पर अल-फ़रशा का नक्शा देखा जा सकता है।

निष्कर्ष-

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गए दावे को गलत पाया है। वायरल वीडियो 2016 में आये सऊदी के अल-फरशा का है नाकि लीबिया में आये हाल के बाढ़ का।

Title:तूफ़ान के भयंकर सैलाब को दिखता ये दृश्य लीबिया में आये हाल के डेनियल बाढ़ से संबंधित नहीं है।

Written By: Priyanka Sinha

Result: False

Recent Posts

लखनऊ में हुए एक पुराने लाठीचार्ज का वीडियो, सपा समर्थकों से जोड़ कर हाल की घटना के रूप में वायरल…

सपा समर्थकों पर लाठीचार्ज के नाम पर वायरल हो रहा वीडियो 2020 का है, जिसे…

16 hours ago

बाइक सवार व्यक्ति काएक राह चलते मुस्लिम शख्स की टोपी खींचनेवाला  वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है..

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बाइक सवार एक व्यक्ति राह…

2 days ago

ये वीडियो आगरा में राणा सांगा जयंती के अवसर पर करणी सेना द्वारा आयोजित रैली का नहीं है, वीडियो पुराना है…

मेवाड़ के राजपूत शासक राणा सांगा की 12 अप्रैल को जयंती मनायी गई। करणी सेना…

2 days ago

अमेरिका के टेक्सास में एक घर में हिरणों के घुसते झुंड का पुराना वीडियो, कांचा गचीबावली मामले से जोड़ कर वायरल…

घरों में घुसते हिरणों का वायरल वीडियो कांचा गचीबावली का नहीं बल्कि टेक्सास का वीडियो…

2 days ago

जयपुर में जमीन विवाद के दौरान हुई पथराव की घटना हाल में हुई मुर्शिदाबाद हिंसा से जोड़ कर वायरल…

मुर्शिदाबाद हिंसा के नाम पर जयपुर के मालपुरा गेट इलाके में जमीन विवाद के दौरान…

2 days ago