कृषि बिलों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कई भ्रामक व ग़लत दावे फैलाये जा रहें हैं| फैक्ट क्रेसेंडो ने पूर्व में भी किसान आंदोलनों से जुड़ी कई भ्रामक दावों का खंडन करते हुए सच्चाई सामने लायी है, वर्तमान में किसानों के सन्दर्भ में भा.ज.पा दिल्ली प्रदेश मुख्यालय के प्रमुख द्वारा उनके आधिकारिक लैटरहेड पर लिखा गया एक पत्र चर्चा में है, सोशल मंचों पर इस पत्र को वायरल करते हुये ये दावा किया जा रहा है कि इस पत्र के जरिये भाजपा दिल्ली प्रदेश प्रमुख राजेश भाटिया अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को किसानों के खिलाफ भड़का रहे हैं | पत्र के अनुसार राजेश भाटिया दिल्ली के महामंत्री एवं प्रदेश मुख्यालय प्रमुख है |
पत्र में लिखा गया है कि
“राष्ट्रहित में किसान आंदोलन संबंधी आग्रह: सभी कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों को सूचित किया जाता है कि किसान नेता और सरकार के बीच हो रही बातचीत का, किसानो के ज़िद्दी और अड़ियल रवैया की वजह से, कोई परिणाम नहीं निकलता देख हमें खुद को राष्ट्रहित हेतु मजबूत करना होगा. कहीं भी सरकारी संपत्ति को नुकसान (मोबाइल टावर, दूकान, बीजेपी कार्यालय आदि) और सरकार विरोधी गतिविधियों और भाषणों को वर्जित करना होगा. किसान संगठनों द्वारा दिल्ली में की जा रही 26 जनवरी 2021 की ट्रैक्टर रैली का विरोध करते हुए इन देशद्रोहियों की हर कोशिश नाकाम करने का प्रयत्न करना होगा. अतः जरुरत पड़ने पर ज़ुल्म के बदले की गयी हिंसा पर कोई भी क़ानूनी करवाई ना होने का भरोसा दिलाते हुए, आने वाले रणनीति के लिए हम अपने सभी कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों को अपने प्रदेश अध्यक्ष/नज़दीकी कार्यालय से संपर्क में रहने का आग्रह करते हैं.”
पत्र के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि भाजपा के पदाधिकारी गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली को रोकने के लिए हिंसा का सहारा लेने के लिए अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को उकसा रहे हैं |
इस पत्र पर राजेश भाटिया दिल्ली के महामंत्री एवं प्रदेश मुख्यालय प्रमुख द्वारा हस्ताक्षर किया गया है |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया है कि सोशल मीडिया पर वायरल पत्र फर्जी है | पत्र में राकेश भाटिया का हस्ताक्षर जाली है |
जाँच की शुरुवात हमने उपरोक्त पत्र के बारें में गूगल पर कीवर्ड सर्च कर ख़बरों को ढूँढने से की जिसके परिणाम से हमें कोई विश्वसनीय खबर नही मिली |
फैक्ट क्रेसेंडो ने तद्पश्चात भाजपा दिली के मीडिया हेड और प्रवक्ता नवीन कुमार से संपर्क किया जिन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल पत्र का खंडन करते हुए हमें बताया कि राजेश भाटिया अब पार्टी की राज्य यूनिट के महासचिव नहीं हैं |
उन्होंने हमें बताया कि राजेश भाटिया सात महीने पहले पार्टी की राज्य यूनिट के महासचिव थे | उन्होंने हमें बताया कि
“राजेश भाटिया अब भाजपा दिल्ली यूनिट के महासचिव नहीं हैं | हमें इस पत्र के बारें में जानकरी है | इस पत्र में उनके हस्ताक्षर फर्जी है | उन्होंने खुद राजेंद्रनगर पुलिस स्टेशन में इसके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की है |”
उन्होंने हमें इस पुलिस शिकायत की प्रतिलिपि भी भेजी जिसे आप नीचे देख सकते है | अपनी शिकायत में भाटिया ने उल्लेख किया है कि उनका हस्ताक्षर दिल्ली भाजपा कार्यालय के लेटरहेड पर जाली था, जिसमें प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ हिंसा का सहारा लेने का आग्रह किया गया था |
नवीन कुमार जी ने हमें इस सन्दर्भ में भाजपा द्वारा जारी किये गये स्पष्टीकरण को भी साझा किया | इसे आप नीचे देख सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल पत्र फर्जी है | भाजपा दिल्ली के मीडिया यूनिट हेड ने हमें स्पष्ट किया है कि वायरल पत्र फर्जी है और राजेश भाटिया का हस्ताक्षर जाली है |
Title:भा.ज.पा दिल्ली प्रदेश मुख्यालय द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं को किसानों के खिलाफ उकसाने वाला पत्र फर्जी है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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