२४ मार्च २०१९ को बकवास बंद कर नामक एक फेसबुक पेज पर एक तस्वीर पोस्ट की गई | तस्वीर के शीर्षक में लिखा गया है कि “लो एक और कारनामा हुआ, बिन्दी निकालना भुल गई, कितना नीचे और गिरोगे, धिक्कार है ऐसी पार्टि पर” | तस्वीर में हम कुछ बुर्काधारी औरतों को देख सकते है, इन औरतों में से एक औरत ने माथे पर बिंदी लगायी हुई है | औरतों ने गले में भाजपा पार्टी का नाम व चुनाव चिन्ह अंकित किया हुआ दुपट्टा भी देखा जा सकता है | इस तस्वीर को ८०० बार से ज्यादा साझा किया गया है व २७५ प्रतिक्रियां मिली |
ऐसा देखा गया है कि मुस्लिम औरतें बुर्का पहनती है लेकिन बिंदी नहीं लगाती है | ऐसे में किसी बुर्काधारी औरत का बिंदी लगाकर भाजपा का प्रचार करने वाली बात व तस्वीर इस बात की ओर इशारा करती है कि शायद मुस्लिम महिलाओं के नाम पर हिन्दू महिलाओं द्वारा इस प्रचार में भाग लिया गया हो | इसीलिए हमने इस पोस्ट की सच्चाई जानने की कोशिश की |
संशोधन से पता चलता है कि…
सबसे पहले इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, पर हमे कोई ठोस परिणाम नहीं मिला | इस तस्वीर से मिलती-जुलती कोई भी तस्वीर हमे परिणाम में नहीं मिली | इसके पश्चात हमने यह ढूँढने की कोशिश की, क्या तस्वीर को फोटोशोप द्वारा छेड़छाड़ की गई है? इस बात की पुष्टि करने के लिए हमने फोटोफोरेंसिक वेबसाइट पर तस्वीर की जांच की |
फोटो फोरेंसिक से जांच करने पर, बुर्काधारी औरत के माथे पर हमे कुछ सफ़ेद डॉट वाले क्षेत्र नज़र आतें है जिसका यह मतलब है कि, इस बिंदी को अलग से जोड़ा गया है व मूल तस्वीर से छेड़छाड़ की गयी है |
इस पुष्टि के बाद हमने अलग अलग कीवर्ड्स का इस्तेमाल करके इस तस्वीर को ढूँढने की कोशिश की, आखिरकार हमे यूट्यूब पर इस तस्वीर से मिलता-जुलता एक विडियो मिला |
विडियो को बारीकी से देखने से पता चला कि इसी विडियो का स्क्रीनशॉट लेकर फेसबुक पर साझा किया जा रहा है | १३ दिसंबर २०१८ को सोलुशन फॉर ह्यूमैनिटी नामक एक यूट्यूब यूजर ने इस विडियो को अपलोड किया था | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “बीजेपी रैली में मुस्लिम निकाब पोश लड़कियां?” |
विडियो में हम बुर्काधारी औरतों को भाजपा का प्रचार करते हुए देख सकते है परंतु किसी भी बुर्काधारी औरत के माथे पर बिंदी लगी हुई नहीं दिखती है | इस विडियो को हमने वाच फ्रेम बाई फ्रेम का इस्तेमाल करते हुए छोटे छोटे फ्रेम्स को अलग-अलग कर देखा | पहले एक सेकंड में ही हम देख सकते है कि इस बुर्काधारी औरत ने माथे पर बिंदी नहीं लगाई है |
इस फ्रेम का स्क्रीनशॉट लेकर फेसबुक पर वायरल किये गए तस्वीर से तुलना करने पर हमे पता चलता है कि इस तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गयी है | हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते है कि विडियो में बिंदी लगाई हुई बुर्काधारी औरत नहीं है | परंतु विडियो का स्क्रीनशॉट लेकर फोटोशोप का इस्तेमाल कर बिंदी को बाद में माथे पर जोड़ा गया है | नीचे आप यह तुलना देख सकते है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि उपरोक्त तस्वीर गलत है | तस्वीर में बुर्काधारी औरत के माथे पर बिंदी को फोटोशोप के माध्यम से जोड़ा गया है जिसकी पुष्टि ओरिजिनल विडियो देखकर की जा सकती है |
Title:क्या बुर्काधारी औरतों ने बिंदी लगाकर भाजपा का प्रचार किया?
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False
यह वीडियो पहलगाम आतंकी हमले से सम्बंधित नहीं है, यह वैष्णो देवी रोपवे के विरोध…
पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर एबीपी न्यूज की एक वीडियो रिपोर्ट के जरिए…
CAA प्रदर्शन के दौरान की पुरानी तस्वीरों को फर्जी कम्युनल एंगल से शेयर किया जा…
बीआर आंबेडकर की यह प्रतिमा चीन की नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की है,…
पहलगाम में हुई आतंकी घटना से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो…
यह वीडियो हाल में पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों के घर पर हुए एनकाउंटर…