१७ अगस्त २०१९ को Worldheadline news नामक एक फेसबुक पेज पर एक विडियो पोस्ट किया गया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि बच्चे उठाने वाले गैंग देश भर में सक्रिय हैं ,निगरानी पर्याप्त नहीं मानव तस्करी और देहव्यापार पर कठोर कदम की जरूरत है | नोएडा/बुलन्दशहर -अपराध हमेशा सभ्य समाज को समस्याओं से ग्रस्त रखता है ,मगर हाल के समय मे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और समाचारों ने फिलहाल समाज मे सनसनी फैला दी है ,हमको भी ऐसे वीडियो मिले हैं ,जिनकी समय, और स्थान की तस्दीक बाकी है,, मगर,हर अभिवावक अपने छोटे बड़े बच्चों को लेकर चिंतित है | बच्चे स्कूल कालिज जाएं या बड़े बच्चे जब भी घर से दूर पढ़ने/ घूमने जाए तो माँ बाप की चिंताएं बढ़ जाती हैं | अस्पतालों ,बस तथा रेलवे स्टेशनों ,मॉल स्कूलों आदि सभी जगह से आए दिन बच्चों को अपह्रत करने की घटनाएं आए दिन सुनने/देखने मे रही हैं | ऐसे में सरकार ,पुलिस ,प्रशासन के निगरानी सम्बंधित सभी उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं सरकारी स्तर पर लगाए गए cctv कैमरे तथा जगह लगाए गए डिट्रिक्टर अधिकांशतः उपयोग नहीं किए जा रहे या खराब पड़े हैं | देश के हॉट सिटी नोएडा की बात करें तो 50 % सरकारी तथा प्राइवेट cctv सुचारू नहीं हैं | यही कारण है किसी अप्रिय घटना के बाद अपराधी आसानी से फरार हो जाते हैं | तमाम नोएडा अतिक्रमण और जाम से जूझता रहता है , मगर पुलिस और प्रशासन को दिखाई नहीं देता ,कारण साफ है या तो cctv खराब हैं या उपयोग में नहीं लिए जा रहे | बुलन्दशहर जिला मुख्यालय की स्थिति भी ऐसी ही है ,यहां तो DM और SSP जैसे बड़े अधिकारियों के दफ्तरों की CCTV फुटेज मांगने पर भी नहीं मिलती है ,स्कूलों कालिजों नगर के चौराहों सार्वजनिक स्थानों के 50% cctv या तो खराब हैं या उपयोग में नहीं लिए जा रहे ,,उदाहरण के तौर पर शहीद चौक से अंसारी रोड या अनूपशहर रोड अधिकांश जाम से जूझता है ,अगर cctv काम कर रहे हैं तो जाम ,अतिक्रमण अधिकारियों को क्यों दिखाई नहीं देता | ये समस्या गंभीर है अभिवावकों को खुद निगरानी करनी चाहिए ,सरकार को भी इस तरफ मुस्तैदी बढ़ानी होगी ,ताकि बच्चों को उठाने वाले ,महिलाओं से छेड़छाड़, अपहरण, बलात्कार करने वालों पर लगाम लगाई जा सके ,,,आप जहां रहें ,सुरक्षित रहें |”

विडियो में हम एक व्यक्ति को भीड़ द्वारा एक घायल आदमी को बच्चा चोरी करने का सवाल पूछते हुए देख सकते है | वह उससे उसके ठिकाने के बारे में पूछते हैं, और बाद में वीडियो में घायल आदमी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह बच्चों का अपहरण करने के लिए कानपुर आया था | इस विडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा फैक्ट चेक किये जाने तक यह विडियो १०८०० प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी है |

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव विडियो

अनुसंधान से पता चलता है कि..

जाँच की शुरुआत हमने इस विडियो को यू-ट्यूब पर “बच्चा चोर कानपूर में पकड़ा गया” जैसे कीवर्ड्स के मदद से ढूँढा, परिणाम से हमें १९ अगस्त को गौरव राजपूत इटावा नामक यू-ट्यूब यूजर द्वारा पोस्ट किया गया विडियो मिला | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “इटावा में पकड़ा गया बच्चा चोर, लोगों ने की जमकर पिटाई पूछने पर बताया कि कानपुर को बच्चा ले जाता था |”

इसके पश्चात हमने इटावा के एएसपी डॉ राम यश सिंह से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि “आरोपी व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर है | उसकी सुरक्षा हेतु उसे अभी जेल भेज दिया गया है और हम मामले की जांच कर रहे हैं | लेकिन यह बच्चे के अपहरण का मामला नहीं है | वह व्यक्ति मानसिक रूप से अस्वस्थ है और जब जनता ने उसे पीटना शुरू कर दिया, तो डर के मारे उसने वह अपराध स्वीकार कर लिया, जो उसने किया ही नहीं | वह बाल अपहरणकर्ता नहीं है | पीड़ित के माता पिता ने भीड़ में मौजूद ९ लोगों के विरुद्ध उनके बेटे को पीटने का मामला दर्ज करवाया है |”

निष्कर्ष : तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | इटावा में एक मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति को बच्चा चोर होने के संदेह में पीटा गया है | विडियो में घायल व्यक्ति असल में मानसिक रूप से अस्वस्थ है, और बच्चा चोर नहीं है |

बच्चा चोरी पर अन्य फैक्टचेक

1. इस मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति का विडियो बच्चा चोर के नाम से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है |
2. वीडियो में इस युवक के मुंह से जबरन बच्चा चोर होने की बात कहलवाई गई है |3. चंदा इकट्टा करने वालें दो बहरूपिये की तस्वीर को बच्चा चोर के नाम से फैलाया जा रहा है |

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Title:इटावा में एक मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति को बच्चा चोर होने के दावे के साथ फैलाया जा रहा है |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False