बंगाल में हुई एक राजनीतिक झड़प के पुराने वीडियो को २०२० बिहार चुनाव से जोड़ वायरल किया जा रहा है।

False Political

हालही में हुए बिहार चुनाव को लेकर सोशल मंचो पर कई गलत व भ्रामक दावे वायरल होते चले आ रहे है। फैक्ट क्रेसेंडो ने कई ऐसे दावों का अनुसंधान किया है। इन दिनों इंटरनेट पर एक वीडियो काफी चर्चा में है, वीडियो में आप कुछ लोगों की भीड़ द्वारा दूसरे लोगों को पीटते हुए देख सकते है। वीडियो के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक वीडियो हाल ही का बिहार से है। दावे के मुताबिक यह वीडियो बिहार चुनाव के एक दिन पहले का है जब भा.ज.पा के नेता व कार्यकर्ताओं को हिंदू- मुस्लिम समुदाय के बीच नफरत फैलाने के चलते पीटा गया। 

वीडियो के शीर्षक में लिखा है, 

बिहार में कल वोटिंग से ठीक पहले हिन्दू –मुस्लिम की नफ़रत फैला रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं  को हिन्दू और मुस्लिम भाईयों ने मिलकर जूते से पीटा। दिल से सलाम।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान इस खबर को गलत पाया है, वायरल हो रहा वीडियो 2018 से है जब पश्चिम बंगाल में भा.ज.पा और तृणमूल कांग्रेस के बीच हुई झड़प हुई थी।

जाँच की शुरूवात हमने इस वीडियो को इन्विड- वी वैरिफाइ टूल के माध्यम से छोटे कीफ्रेम्स में काट कर गूगल रीवर्स इमेज सर्च के ज़रिये की तो परिणाम में हमें एक वीडियो मिला जो यूट्यूब पर 17 अप्रैल 2018 को अपलोड किया हुआ था। 

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उपरोक्त वीडियो 4.40 मिनट का है। इस वीडियो में आपको वायरल दृश्य को 1.20 सो लोकर 2.23 तक देख सकते है। जाँच के दौरान वीडियो को बारीकी से देखने पर हमें वीडियो में न्यूज़ 18 बांगला का लोगो नज़र आया, इसको ध्यान में रखते हुए हम यह अनुमान लगा सकते है कि वीडियो पश्चिम बंगाल से संभावित है। वीडियो को गौर से सुनने पर हमें बंगाला भाषा सुनाई दी जहाँ लोग बार बार “बी.जे.पी” का ज़िक्र कर रहे है ।

इसके पश्चात हमने बंगाली भाषा में कीवर्ड सर्च किया तो हमें वी6 न्यूज़ तेलगू नामक एक समाचार संस्था के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो प्रसारित किया हुआ मिला जिसमें हम वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे दृश्यों को देख सकते है। यह वीडियो 8 मार्च 2018 को प्रसारित किया हुआ है। वीडियो के शीर्षक में लिखा है, 

“कलकत्ता में भा.ज.पा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच मूर्तियों के नष्ट करने के मुद्दे पर झड़प।”

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इससे सम्बंधित कीवर्ड सर्च करने पर हमें डी.एन.ए समाचार संस्था का एक समाचार लेख मिला जिसमें लिखा था कि, 

कलकत्ता में भा.ज.पा और तृणमूल कांग्रेस के बीच श्याम प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा के शुद्धिकरण को लेकर झड़प हुई थी। श्याम प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को वामपंथी कट्टरपंथी समूह ने नष्ट किया था व उस प्रतिमा को उन्होंने काले रंग से रंग दिया था, जिसके चलते भा.ज.पा के कार्यकर्ता प्रतिमा शुद्धिकरण के लिए जा रहे थे और उसी बीच उनके और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गयी थी।

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तदनंतर और जाँच करने पर हमें न्यूज़18 बांगला के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर उपरोक्त समाचार से संबन्धित वीडियो 8 मार्च 2018 को प्रसारित किया हुआ मिला।

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वीडियो के साथ वायरल हो रहा उपरोक्त दावा गलत पाया है। वायरल हो रहा वीडियो 2018 में भा.ज.पा और तृणमूल कांग्रेस के बीच हुई झड़प का है। ये घटना पश्चिम बंगाल की है, इसका वर्तमान में संपन्न हुये बिहार चुनाव से कोई संबद्ध नहीं है।

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Title:बंगाल में हुई एक राजनीतिक झड़प के पुराने वीडियो को २०२० बिहार चुनाव से जोड़ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain 

Result: False