दुर्गा विसर्जन के दिन बिलासपुर में हिंदुओं के दो गुटों के बीच हुई लड़ाई को सांप्रदायिकता से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

Communal Missing Context

यह खबर गलत है। इस वीडियो में हिंदुओं के ही दो गुट आपस में लड़ रहे है। इसका सांप्रदायिकता से कोई संबन्ध नहीं है।

एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप कुछ लोगों को पथराव करते हुये देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि बिलासपुर में दुर्गा विसर्जन के दिन मुस्लिमों ने हिंदुओं पर लाठी, डंडे व रॉड से हमला किया। 

वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, बिलासपुर सदर बज़ार से दुर्गा विसर्जन करने जा रहे हिन्दुओ पर तलवार, लाठी, डंडे और रॉड से हमला किया।

फेसबुक

https://twitter.com/Brijesh77458244/status/1578666989790253057

आर्काइव लिंक


Read Also: दिल्ली के सोनिया विहार में एक ही परिवार के दो भाइयों के बीच हुई लड़ाई को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।


अनुसंधान से पता चलता है कि…

सबसे पहले हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया। हमें यही वीडियो टाइम्स नाउ नवभारत के वेबसाइट पर 7 अक्टूबर को प्रसारित की हुई मिली। उसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दुर्गा विसर्जन के दौरान झांकी को लेकर दो पक्षों के बीच बवाल हो गया। जिसके बाद उन लोगों में मारपीट हो गयी और पथराव भी हुआ। 

इसमें रिपोर्टर ने यह भी बताया है कि दोनों भी हिंदु गुट थे जो दुर्गा विसर्जन के लिये जा रहे थे। इसमें पुरूष के साथ- साथ महिलाएं भी पथराव कर रही थीं। इस मामले में लगभग 20 से 25 लोग घायल हुये है।

आर्काइव लिंक

फिर हमें 7 अक्टूबर को प्रकाशित टी.वी9 भारतवर्ष के वेबसाइट पर प्रकाशित खबर मिली। उसमें बताया गया है कि यह लड़ाई दो पूजा समितियों के बीच हुई थी। जिनका नाम चांटीडीह दुर्गा समिति और कुदुदंत दुर्गोत्सव समिति है। इन दोनों समितियों में झांकी आगे-पीछे निकालने की बात को लेकर विवाद हुआ था जो बढ़ गया व उन दोनों में मारपीट हो गयी। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर आयी। सीसीटीवी फुटेज की मदद से अब वे आरोपियों की तलाश कर रहे है। पुलिस ने इस बारें में सदर बज़ार स्थित कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया है।

इस मामले में और जानकारी पाने के लिये और इसमें कोई सांप्रदायिक कोण है या नहीं, इस बात की जानकारी पाने के लिये हमने थाना कोतवली की टी.आई भारती मरकम से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “इसमें दोनों गुट हिंदू ही थे। दोनों में डी.जे और झांकियों को लेकर लड़ाई हुई थी। इसमें मुस्लिम समुदाय का कोई हाथ नहीं है। इस मामले में गिरफ्तारी अभी भी जारी और अब तक हमने दोनों गुटों से 20 से 22 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।“


Read Also: महाराष्ट्र में मुस्लिम टीचर ने लड़कियों से जबरदस्ती नमाज़ नहीं पढ़वाई; फिल्म थिएटर में हुए विवाद को गलत सांप्रदायिक मोड़


निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। बिलासपुर में दुर्गा विसर्जन के दिन हिंदुओं में ही मारपीट हुई थी। इसका मुसलमानों से कोई संबन्ध नहीं है।

Avatar

Title:दुर्गा विसर्जन के दिन बिलासपुर में हिंदुओं के दो गुटों के बीच हुई लड़ाई को सांप्रदायिकता से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Samiksha Khandelwal 

Result: Missing Context