दिल्ली के विभिन्न बोर्डरों पर कृषि कानूनों के विरोध में हो रहे प्रदर्शनो के चलते सोशल मंचो पर इस सन्दर्भ में कई वीडियो वायरल होते चले आ रहे है। फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसे कई वीडियो की सच्चाई पूर्व में भी आप तक पहुँचायी है। वर्तमान में दिल्ली के मुख्यमंत्री व कृषि कानूनों को जोड़ एक वीडियो इंटरनेट पर काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है। यह 0.17 मिनट का वीडियो है, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कृषि कानूनों के विषय में बात कर रहे है। वे कह रहे है कि,

आपकी जमीन नहीं जाएगी, आपकी मंडी नहीं जाएगी, आपका एम.एस.पी नहीं जाएगा। अब किसान अपनी फसल पूरे देश में कही भी बेज सकता है अब किसान को अच्छे दाम मिलेंगे वो मंडी के बाहर भी बेच सकता है। दिलीपजी ये 70 साल के अंदर सबसे बडा क्रांतिकारी कदम होगा कृषि क्षेत्र में।

इस वीडियो के साथ जो दावा वायरल हो रहा है, उसके मुताबिक अरविंद केजरीवाल कृषि कानूनों के समर्थन में है व उनके फायदे बता रहे है। इस पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,

दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल तीनो कृषि कानूनों के फायदे गिनवाते हुए!

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा दावा गलत है। वायरल हो रहे वीडियो में पूरा कथन नहीं दिखाया गया है। यह अरविंद केजरीवाल के एक इंटरव्यू का क्लिप किया हुआ वीडियो है।

जाँच की शुरुवात हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च के माध्यम से की, परिणाम में हमें झी पंजाब हरियाणा हिमाचल के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर प्रसारित किया हुआ मिला। इस वीडियो को इस वर्ष 15 जनवरी को प्रसारित किया गया था व इसके शीर्षक में लखा है,

दिल्ली सी.एम अरवींद केजरीवाल की झी पी.एच.एच के एडिटर दिलीप तिवारी से एक्सक्लूसिव बातचीत।”

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उपरोक्त वीडियो को देखने पर आपको समझेगा कि वायरल हो रहे वीडियो में कहे जा रहे वाक्य मूल वीडियो में अरविंद केजरीवाल द्वारा बोले गए अलग- अलग वाक्यो को क्लिप कर, फिर उन सभी क्लिप किये हुए वाक्यों को जोड़कर, सोशल मंचो पर वायरल किया जा रहा है।

वास्तव में अरवींद केजरीवाल कह रहे है कि

किसानों को कृषि कानूनों से कोई लाभ नहीं होने वाला है। सरकार व भा.ज.पा के नेता सभी लोगों को समझा रहे है कि कृषि कानून सबके फायदे में है व वे कह रहे है कि इस बिल से किसानों की जमीन नहीं जाएगी, उनका एम.एस.पी नहीं जाएगा, उनकी मंडी नहीं जाएगी।

केजरीवाल का कहना है कि ये सभी लाभ किसानों को पहले से ही है व वे सवाल उठा रहे है कि कृषि कानूनों का क्या फायदा है।

नीचे दिये गये तुलनात्मक वीडियो में आपको क्लिप किये हुए वीडियो व मूल वीडियो में अंतर क्या है, वह समझेगा।

इसके पश्चात अधिक शोध करने पर हमें उपरोक्त इंटरव्यू का वीडियो आम आदमी पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी प्रसारित किया हुआ मिला।

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत है। वायरल हो रहे वीडियो में पूरा कथन नहीं दिखाया गया है। यह अरवींद केजरीवाल के एक इंटरव्यू का क्लिप किया हुआ वीडियो है।

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

.शिवसेना के पोस्टर का रंग बदलकर उसे गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

२.क्या पंजाब में कृषि कानूनों के विरोध के साथ-साथ हिंदी भाषा का ​भी विरोध हो रहा है? जानिये सच

३. झारखण्ड में लड़की पर हमला करने के एक पुराने वीडियो को लव जिहाद के नाम से फैलाया जा रहा है |

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Title:अरविंद केजरीवाल के मूल वीडियो के कुछ हिस्सों को क्लिप कर व उन्हें एक साथ जोड़कर ये वायरल क्लिप बनाई गयी है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: Missing Context