यह वीडियो अधूरा है। इसके मूल वीडियो में वे कह रहे है कि हिंदी के साथ- साथ अंग्रज़ी भी पढ़नी चाहिये क्योंकि बाहर के देशों में अंग्रेज़ी काम आती है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रधानमंत्री मोदी का एक तुलनात्मक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप राहुल गांधी को कहते हुये सुन सकते है कि अगर आप बाकी दुनिया से बात करना चाहते है, चाहे वो जापान, अमेरिका या इंग्लैंड के लोग हो, तो वहाँ हिंदी काम नहीं आयेगी, वहाँ अंग्रेज़ी ही काम आयेगी। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी को आप भारत के विविधता, लोकतंत्र, अलग- अलग भाषाओं के बारें में बात कर रहे है। वे हिंदी भाषा में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित कर रहे हैं। इसको शेयर कर लोग राहुल गांधी और प्रधानमंत्री में तुलना कर रहे है। वे कह रहे है कि भारत में रहकर राहुल गांधी हिंदी भाषा पर सवाल उठा रहे है और प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दूसरे देशों के बीच हिंदी भाषा में भाषण दिया।
वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “हिंदी भाषा पर सवाल उठाने से पहले राहुल गांधी को याद रखना चाहिए अटल जी और मोदी जी ने UN में भी हिंदी में भाषण दिया था।“ (शब्दश:)
अनुसंधान से पता चलता है कि…
इसकी जाँच करने के लिये हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर की। परिणाम में हमें इसका मूल वीडियो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के चैनल पर 19 दिसंबर प्रसारित किया हुआ मिला। इसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि यह वीडियो राजस्थान के अलवर में भारत जोड़ो यात्रा के समय का है। इसमें वायरल क्लिप को आप 9.57 मिनट से आगे तक देख सकते है।
इस वीडियो को देखने पर हमने पाया कि राहुल गांधी कह रहे है कि भाजपा हर जगह अंग्रेज़ी भाषा के खिलाफ बात करते है। वे कहते है कि स्कूलों में अंग्रेज़ी नहीं होनी चाहिये, बांगला होनी चाहिये, हिंदी होनी चाहिये, मगर अंग्रेज़ी नहीं होनी चाहिये। परंतु भाजपा के सभी एम.पी, एम.एल.ए के बच्चे इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ते है और भाषण देते है कि अंग्रेज़ी किसी को बोलनी नहीं चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि वे ये नहीं कह रहे कि हिंदी नहीं पढ़नी चाहिये, ज़रुर पढ़नी चाहिये। तमिल, हिंदी, मराठी, संस्कृत, हिंदुस्तान की सभी भाषाएं पढ़नी चाहिये। मगर भारत के अलावा बाकी दुनिया से बात करना चाहते है, चाहे वो अमेरिका के लोग हो, जापान या इंग्लैंड हो तो वहाँ हिंदी काम नहीं आयेगी। वहाँ अंग्रज़ी ही काम आयेगी।
आप नीचे दिये गये वीडियो में देख सकते है।
इससे हम कह सकते है कि राहुल गांधी हिंदी भाषा पर सवाल नहीं उठा रहे है। वे कह रहे है कि हिंदी के साथ- साथ अंग्रेज़ी भी आनी चाहिये ताकि देश के बाहर के लोगों से बात कर सकें। इस वीडियो को काटकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। आप नीचे दिये गये तुलनात्मक वीडियो में वायरल वीडियो और मूल वीडियो में अंतर देख सकते है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो अधूरा है। असल में राहुल गांधी यह कह रहे है कि हिंदी भाषा के साथ- साथ अंग्रेज़ी भी सीखें ताकि भारत के बाहर लोगों से संवाद करने में मदद हो। वे कह रहे है कि सभी भारतीय भाषा सीखें और अंग्रेज़ी भी।
Title:क्या राहुल गांधी ने हिंदी भाषा पर सवाल उठाते हुये कहा कि बाहर की दुनिया में वह काम नहीं आयेगी?
Fact Check By: Samiksha KhandelwalResult: Missing Context
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