१४ सितम्बर २०१९ को “सीमा मिश्रा” नामक फेसबुक यूजर द्वारा एक वीडियो पोस्ट किया गया था, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “बीजेपी विधायक अनिल उपाध्याय की इस बयान पर क्या कहेगे मोदी जी, इन video को इतना वायरल करो की ये पूरा हिन्दुस्तान देख सके” | इस वीडियो में हम कथित भाजपा विधायक को भाजपा व प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध बयान देते हुए सुन सकते है | इस ६ मिनट ०८ सेकंड के वीडियो में हम इन्हें देश में जो भी गलत हो रहा है वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कारण होने का दावा करते हुए सुन सकते है | साथ ही वे यह भी आरोप लगाते है कि मोदी ने देश में काले धन का बंटवारा किया है और देश में सारी सांप्रदायिक हिंसा और दंगे प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गयी साजिश है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर तेजी से साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि वीडियो में हम भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय को भाजपा विरोधी बयान देते हुए सुन सकते है | फैक्ट चेक किये जाने तक यह वीडियो २४०० प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुका था |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो को बारीकी से देखने से की जिसमें हमने पाया कि वीडियो में दर्शाये गये व्यक्ति के पीछे एक बोर्ड है जिसके ऊपर “राजनैतिक क्रांति दल” लिखा हुआ है |
इसके पश्चात हमने यूट्यूब पर “राजनैतिक क्रांति दल” कीवर्ड्स का इस्तेमाल करते हुए इस वीडियो को ढूँढा जिसके परिणाम से हमें मनमोहन मिश्र द्वारा प्रकाशित वीडियो मिला, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “राजनीति में “राजनैतिक क्रांति पार्टी” की क्रांति” |
उपरोक्त वीडियो में जो शख्स दिखे, वही शख्स हमें वायरल वीडियो में दिखे | हमने दोनों वीडियो से ग्रैब लेकर इनकी शक्ल मिलाई तो दोनों वीडियो में दिख रहे शख्स एक ही जैसे लगे, नीचे आप दोनों तस्वीरों की समानता देख सकते है | इनका नाम मनमोहन मिश्रा है | मनमोहन मिश्रा के बारे में जानने के लिए हमने फेसबुक पर उनका नाम लिखकर सर्च किया तो हमें उनके नाम से एक पेज और अकाउंट मिला |
इसके पश्चात हमने वीडियो में दिखाए गये वक्ता, मनमोहन मिश्र से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि “इस वीडियो में अनिल उपाध्याय नही, मैं (स्वामी मनमोहन मिश्र ) हूँ | मेरा भाजपा के विधायक अनिल उपाध्याय के साथ कोई संबंध नही है | यह वीडियो २६ दिसंबर २०१८ में नोयडा की जन सभा में दिया गया मेरा व्क्तव्य है |”
साथ ही उन्होंने हमें इस कार्यक्रम से जुड़ी कुछ तस्वीरें व पोस्ट उपलब्ध कराये | यहाँ आप इस कार्यक्रम के फेसबुक पोस्ट देख सकते है |
उपरोक्त तस्वीर में हम वायरल वीडियो में दिखायी गयी जनसभा व जगह को देख सकते है, जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि ये तस्वीरें इसी कार्यक्रम के दिन के है | नीचे आप वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट और फेसबुक पर उपलब्ध तस्वीर का तुलनात्मक विश्लेषण देख सकते है |
स्वामी मनमोहन मिश्र ने हमें नोयडा के इस वीडियो का पूरा भाग उपलब्ध करवाया जहां हम कार्यक्रम के सम्पूर्ण भाषण को देख सकते है | ये वीडियो १ जनवरी २०१९ को “मैं मनमोहन मिश्र के साथ हु” नामक फेसबुक पेज द्वारा अपलोड किया गया था |
इसके बाद हमने अनिल उपाध्याय नामक कथित भाजपा विधायक के बारे में गूगल पर सर्च किया परिणाम में हमें MyNeta.info वेबसाइट का लिंक मिला | हमने MyNeta डेटाबेस पर खोजा तो पाया की अनिल उपाध्याय नाम का कोई भाजपा विधायक नहीं है | इसी नाम से दो व्यक्तियों का प्रोफाइल हमें मिला | पहला- जोधपुर के एक बीएसपी नेता डॉ अनिल उपाध्याय, जिन्होंने २०१८ में राजस्थान से चुनाव लड़ा | दूसरा प्रोफाइल लखनऊ से निर्दलीय उम्मीदवार अनिल कुमार उपाध्याय, जिन्होंने २००७ और २०१२ में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा था | लेकिन इनमें से कोई भाजपा नेता नहीं है |
आर्काइव लिंक | आर्काइव लिंक | आर्काइव लिंक
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | विडियो में दिखाए गए व्यक्ति का नाम मनमोहन मिश्रा है और उनका भाजपा से कोई नाता नहीं है | भाजपा पार्टी में अनिल उपाध्याय नामक कोई विधायक नहीं है | इस विडियो को भ्रामक तरीके से भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय के नाम से साझा किया जा रहा है यह कहकर की वह मोदी जी के विरुद्ध बयान दे रहे है |
इसी कहानी का वीडियो फैक्ट चेक हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते है |
२०१९ के लोक सभा चुनाव के दौरान हमें ऐसे कई वीडियो मिले जो कि कांग्रेस या भाजपा के विरुद्ध विधायक अनिल उपाध्याय के नाम से गलत व भ्रामक अफवाह के रूप में फैलाये जा रहे थे |
इन फैक्टचेक को आप निचे पढ़ सकते है |
Read- क्या मध्यप्रदेश कांग्रेस के विधायक अनिल उपाध्याय हुये मोदी जी के मुरीद?
Read– क्या भाजपा के विधायक अनिल उपाध्याय दलित लड़कों को पीट रहे है?
Read- FACT CHECK: भाजपच्या अनिल उपाध्याय यांनी खरंच मतदान केंद्राचा ताबा घेतला होता का?
Title:भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय एक काल्पनिक चरित्र हैं और इनका कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं है!
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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