कोरोना महामारी के चलते अंग तस्करी को लेकर कई खबरें सोशल मंचों पर वायरल होती आयी है। फैक्ट क्रेसेंडो की टीम ने पूर्व में भी कुछ ऐसी हीखबरों को गलत व भ्रामक साबित किया है। वर्तमान में दिल्ली से जुडी एक खबर सोशलमंचोपर काफी चर्चा में है,इस वायरल ख़बर के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने देवेंद्र शर्मा नामक एक डाक्टर को गिरफ्तार किया है। दावे के मुताबिक उस डाक्टर ने 125 लोगों को कोरोना से संक्रमित बताया, उनकी हत्या करके व्यापार के लिये शवों में से किडनी निकाल दी, और जब पुलिस द्वारा शवों के बारे में तफतीश की गयी, तब उस डाक्टर ने बताया की उसने शवों कोमगरमछ को खिला दिया है। इस खबर के साथ डाक्टर देवेंद्र शर्मा की तस्वीर भी वाईरल हो रहीं हैं। सोशल मंचों पर फैल रहीं खबर अंग्रेज़ी में लिखी हुई है।

C:-Users-Lenovo-Desktop-FC-Devendra Sharma Story1.png

फेसबुक|आर्काइव लिंक

इस खबर को सभी सोशल मंचों पर साझा किया जा रहा है।

आर्काइव लिंक

C:-Users-Lenovo-Desktop-FC-2020-08-04.png

अनुसंधान से पता चलता है कि...

सबसे पहले हमने वाईरल हो रहीं खबर के विषय में कीवर्डसर्चकर जाँच की, हमें इंटरनेट पर डाक्टर देवेंद्र शर्मा के बारे में कई समाचार लेख मिलें। जनमें से हमने द प्रिंट का समाचार लेख पढ़ा। उसमें लिखा है कि आयुर्वेदिक डाक्टर देवेंद्र शर्मा को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) ने 30 जुलाई 2020 को दक्षिण पश्चिम दिल्ली के बापरोला इलाके से गिरफ्तार किया था। उसमें यह भी लिखा है कि कथित तौर पर डाक्टर शर्मा ने पूरे दिल्ली और पड़ोसी राज्यों के 50 से ज़्यादा ट्रक व टैक्सी चालकों की हत्या व अपहरण किया है और करीब 125 अवैध किडनी ट्रांसप्लांट किया है और उनके शवों को हज़ारा नहर, काशगंज में मगरमछ के खाने के लिये फैंक दिया।वे जयपुर के सेंट्रर जेल में 16 वर्षों से आजीवन कारावास की सज़ा काट रहें थें और जनवरी 2020 में 20 दिनों के पैरोल पर बाहर आये हुए थे। परंतु उन्होंने पैरेल जंप किया और तब से भागे हुए हैं। जुलाई में पुलिस ने उन्हें फिरसे गिरफ्तार कर लिया है।
आर्काइव लिंक

हमने दिल्ली पुलिस के अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) के डी.सी.पी राकेश पावरिया से वाईरल हो रहें दावे के संदर्भ में संपर्क किया। उनका कहना है कि,“डाक्टर देवेंद्र शर्मा के बारे में कोरोना के संबन्ध में जो दावा वायरल हो रहा है, इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। वे काफी दिनों से जेल में थे और उन्होंने कोरोना काल में कुछ नहीं किया है।”

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त दावे को गलत पाया है। डाक्टर देवेंद्र शर्मा अवैध किडनी ट्रांसप्लांट के लिए भूतकाल में गिरफ्तार जरूर हुए थे। जुलाई 2020 को उनकी फिर से गिरफ्तारी हुई है परंतु उनके पूर्व में किये अपराधों काकोरोना महामारी से कोई संबन्ध नहीं है।

Avatar

Title:डॉक्टर देवेंद्र शर्मा द्वारा पूर्व में किये अपराधों को वर्तमान कोरोना महामारी से जोड़ फैलाया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False