एक तस्वीर को छोड़,अन्य तस्वीरें अयोध्या में बाबरी मस्जिद से संबंधित नहीं है |

Partly False Political

१२ नवंबर २०१९ को “Md Irshad” नामक फेसबुक यूजर ने कुछ तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा है कि “ब्रिटिश लाइब्रेरी से बाबरी मस्जिद के तस्वीरें” | इस पोस्ट के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीरें ब्रिटिश लाइब्रेरी से मिली हैं जो अयोध्या के बाबरी मस्जिद को दर्शाती हैं | 

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरूवात हमने हर तस्वीर का स्क्रीनग्रैब लेकर रिवर्स इमेज सर्च से की जिसके परिणाम से हमने पाया कि उपरोक्त तस्वीरों में से सिर्फ एक ही तस्वीर बाबरी मस्जिद की है और बाकी सारें तस्वीरें असंबंधित है |  

पहली तस्वीर- इस तस्वीर के परिणाम से हमें २०१२ को प्रकाशित एक जर्नल मिला, अयोध्या पर ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल‘ के एक लेख में इस तस्वीर का उल्लेख करते हुए विवरण में लिखा गया है कि “१९०० सदी की शुरुआत से बाबरी मस्जिद की एक तस्वीर” | साथ ही इस तस्वीर के नीचे लिखा गया है कि “कॉपीराइट- ब्रिटिश लाइब्रेरी बोर्ड” |

आर्काइव लिंक 

दूसरी तस्वीर- 

यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च के परिणाम से हमें हरियाणा टूरिज़म की सरकारी वेबसाइट का लिंक मिला, वेबसाइट पर पाया जा सकता है कि यह तस्वीर काबुली बाघ मस्जिद (पानीपत) से संबंधित है | तो हम यह कह सकते है कि यह तस्वीर अयोध्या में बाबरी मस्जिद से संबंधित नहीं है | 

आर्काइव लिंक 

यह तस्वीर गूगल मैप पर भी उपलब्ध है जिसे आप नीचे देख सकते है |

तीसरी तस्वीर- 

यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च के परिणाम से हमें कई मीडिया संगठनों (आर्काइव लिंक) द्वारा प्रकाशित तस्वीर मिली जहाँ यह लिखा गया है कि यह तस्वीर बाबरी मस्जिद की है, परंतु फोटो क्रेडिट “इन्टरनेट” को दिया गया है | लेकिन, हमें ब्रिटानिका के वेबसाइट पर “जामा मस्जिद, कालाबुरागी किला (कर्नाटक)” शीर्षक के साथ यही तस्वीर मिली |

आर्काइव लिंक 

इसलिए, जब गूगल पर उपरोक्त कीवर्ड से सर्च किया  तो निम्न विवरण के साथ येही तस्वीर Alamy स्टॉक इमेजे की वेबसाइट पर मिली: “कलबुरागी किला, जामिया मस्जिद का दृश्य, गुलबर्गा, कर्नाटक” | इससे यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि फोटो अयोध्या में बाबरी मस्जिद से संबंधित नहीं है |

आर्काइव लिंक

चौथी तस्वीर- 

यैंडेक्स रिवर्स इमेज सर्च करने पर, परिणाम से एक ट्रैवल वेबसाइट पर उसी स्मारक का कलर फोटो मिला | उस वेबसाइट पर हमने यह पाया कि यह तस्वीर “इब्राहिम रौजा, बीजापुर (कर्नाटक)” से संबंधित है | इसी तरह की तस्वीरें ‘फ़्लिकर‘ पर भी देखी जा सकती हैं | इससे हम स्पष्ट है कि  यह तस्वीर अयोध्या में बाबरी मस्जिद से संबंधित नहीं है |

आर्काइव लिंक | आर्काइव लिंक

पांचवी तस्वीर- 

यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च के परिणाम से येही तस्वीर एक दुसरे एंगल से अर्चनेट नामक वेबसाइट पर उपलब्ध मिली | उस वेबसाइट पर, यह पढ़ा जा सकता है कि इस तस्वीर को “येसिल कैमि” मस्जिद (तुर्की) में लिया गया है | यह मस्जिद तुर्की में स्थित है | हाल ही में ली गई एक कलर इमेज की तस्वीर को ‘शटरस्टॉक‘ वेबसाइट पर भी उपलब्ध है | तो, यह तस्वीर अयोध्या में बाबरी मस्जिद से संबंधित नहीं है | 

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को आंशिक रूप से गलत पाया है | वायरल पोस्ट में साझा की गयी तस्वीरों में सिर्फ एक ही तस्वीर बाबरी मस्जिद की है और बाकी सारी तस्वीरें अयोध्या के बाबरी मस्जिद से कोई संबंध नही रखती है |

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Title:एक तस्वीर को छोड़,अन्य तस्वीरें अयोध्या में बाबरी मस्जिद से संबंधित नहीं है |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: Partly False