सोशल मीडिया पर हिन्दू-मुस्लिम कपल की दो तस्वीरों को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि दक्षिण भारत के नेल्लोर में एक मुस्लिम युवक जैन लड़की को फ़ुसलाकर भगा ले गया। जब जैन समाज ने अपनी दुकानों और फैक्ट्रियों से 1800 मुस्लिमों को निकालने का निर्णय लिया तो वो मुस्लिम समाज वाले उस लड़की को खुद ढ़ूंढ़कर सिर्फ 9 घण्टे के अंदर उसके घर सही सलामत छोड़कर आये।

वायरल पोस्ट के साथ यूजर ने लिखा है- दक्षिण भारत में नेल्लोर में एक *मुस्लिम युवक* एक *जैन लड़की* को फुसलाकर भगा ले गया, सुबह यह वाकया पता लगा और फिर दोपहर को जैन समाज की बैठक हुई, बैठक में बहुत ही गंभीर निर्णय लिया गया, 550 जैन दुकानों और फैक्टरीयों से मुस्लिमों को बोल दिया गया कि तुम्हारी अभी से ही इस नौकरी से छुट्टी है। आपको आज ही से आने की कोई जरूरत नहीं, आप लोग कोई और काम देख लो!, थोड़ी देर बाद समाज के और लोगों ने एक के बाद एक जैन समाज को सहयोग व समर्थन दिया, शाम तक कुल 1800 मुसलमानों की नौकरियों पे नोबत आ गई, तो वो मुस्लिम समाज वाले उस लड़की को खुद ढ़ूंढ़कर सिर्फ 9 घण्टे के अंदर उसके घर सही सलामत छोड़कर आये, और अपने मुस्लिम लड़कों को सख्त हिदायत भी दी - कि गलती से भी इस इलाके के जैन और हिन्दू समाज की लड़की की तरफ ना देखें....

ट्विटर

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमें वायरल ट्विट के निचे एक रिप्लाई मिला। जिसमें एक शख्स ने नेल्लोर पुलिस को नोटिस शेयर किया है। नेल्लोर पुलिस की तरफ से जारी किया गया नोटिस में वायरल की जा रही फर्जी पोस्ट का खंडन किया गया है।

वायरल तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल यह फोटो स्कूपव्हूप की वेबसाइट पर 27 मार्च 2021 को पब्लिश हुई एक खबर में मिली। खबर में दी गई जानकारी के मुताबिक, 'अंकिता अग्रवाल और फैज़ रहमान ने हिन्दू-मुस्लिम दोनों के रीति-रिवाजों से अपनों की मौजूदगी में शादी की है।

इसके अलावा एनडीटीवी में 28 मार्च 2017 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि अंकिता अग्रवाल और फैज़ रहमान अपनी एमबीए की पढ़ाई के दौरान आईआईएम, इंदौर में मिले थे। हालांकि, शुरुआत में अंकिता का परिवार शादी के लिए तैयार नहीं था। अंकिता का परिवार इस बात को लेकर चिंतित था कि इस्लाम पुरुषों को चार शादियां करने की इजाज़त देता है।

उनकी सारी शंकाओं को दूर करने के लिए, फैज़ ने अंकिता से चार बार शादी करने का फ़ैसला किया।

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि उन्होंने पहली बार 17 फ़रवरी 2015 को मुंबई के एक राम मंदिर में एक सादे समारोह में शादी की। वरमाला के इस साधारण आदान-प्रदान के बाद विशेष विवाह अधिनियम के तहत कोर्ट मैरिज की गई।

इसके बाद जोड़े ने गोवा में एक पारंपरिक मुस्लिम निकाह और एक हिंदू समारोह के साथ एक गंतव्य शादी करने का फैसला किया।

इसके अलवा माईमैगमेंट्स नाम के ब्लॉगस्पॉट पर अंकिता अग्रवाल और फैज़ रहमान की शादी की ढेरों तस्वीरें शेयर की गई हैं। साथ ही बताया गया है कि इन दोनों ने 4 अलग-अलग परंपराओं और मान्यताओं के तहत शादी की।

अंकिता अग्रवाल और फैज़ रहमान की शादी से जुड़ी अन्य रिपोर्ट यहां, यहां और यहां पढ़ें।

हमें अंकिता अग्रवाल और फैज़ रहमान की कुछ ब्लॉग भी मिले, जिन्हें निम्न में देखा जा सकता है।

इसके अलावा हमें एक और ब्लॉग मिला, जिसमें हमने पाया कि हिन्दू-मुस्लिम कपल ने एक बेटे को जन्म दिया है।

नेल्लोर में जैन लड़की को मुस्लिम युवक द्वारा भगा ले जाने का दावा फ़र्ज़ी-

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने जानने की कोशिश की कि क्या आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में मुस्लिम युवक द्वारा जैन लड़की को भगा ले जाने और इसके विरोध में जैन समाज द्वारा अपनी दुकानों और फैक्ट्रियों से मुस्लिम कामगारों को निकालने का निर्णय लेने जैसी कोई घटना हुई है?

हमने संबंधित कीवर्ड से मीडिया रिपोर्ट्स की खोज लेकिन ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जो वायरल दावे की पुष्टि करती हो।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि नेल्लोर के नाम से यह मनगढ़ंत कहानी वर्षों से वायरल की जा रही है। इन तस्वीरों के साथ किया जा रहा दावा भी फर्जी है। वायरल तस्वीरें मुंबई के हिन्दू-मुस्लिम कपल की हैं।

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Title:नेल्लोर में मुस्लिम लड़के द्वारा 'हिंदू जैन' लड़की को ले जाने की मनगंढ़त कहानी वायरल ….

Written By: Sarita Samal

Result: False