२० जुलाई २०१९ को फेसबुक पर ‘Taufik Siddiki’ नामक एक फेसबुक यूजर द्वारा एक वीडीयो साझा कर ये दावा किया जा रहा है कि – हम देख सकते हैं कि कुछ गांव के लोगों ने ३ लोगों के हाथ पैर बांधकर उन्हें बेरहमी से डंडों से पीटा व पोस्ट के विवरण में लिखा है – “गाय खरीदने के लिए निकले थे 3 मृतक, बीच रास्ते मे कुछ लोग जॉगिंग कर रहे थे,राजू ने कई बार हार्न दिया पर ये लोग साइड नही हुए और गालियाँ देते हुए मारपीट शुरू कर दी,जब 3 लोग मारपीट की वजह से मर गए तो मवेशी चोर का झूटा आरोप लगाया, #MobLynching करने वाले बजरंग दल के कार्यकर्ता बताए जा रहे है !!!” इस पोस्ट के द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि ‘बजरंग दल के लोगों ने ३ लोगों का मार मार के खून कर दिया और मवेशी चोरी का झूठा आरोप लगा दिया |” क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले उपरोक्त पोस्ट में दिए गए वीडीयो के बारे में गूगल पर ‘3 men caught and beaten by villagers’ की वर्ड्स से ढूंढा | हमें मिले परिणाम आप नीचे देख सकतें हैं |
इस संशोधन में हमें कई समाचार पत्रों की वेबसाइट पर प्रसारित ख़बरें मिली | इन ख़बरों के मुताबिक १९ जुलाई २०१९ को बनियापुर गांव, सरन जिले में सुबह ०४:३० बजे ३ लोगों को मवेशी चोरी के इलज़ाम में गांव वालों ने पकड़कर पीटा और इस दौरान उनकी मृत्यु हो गयी | इस घटना पर मृतक के परिवार वालों ने गांव वालों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी और खून के संदेह में ३ लोगों को अब तक गिरफ़्तार किया जा चुका है और जांच पड़ताल चालु है | पूरी ख़बरों को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
HindustantimesPost | ArchivedLink
वाईरल हो रहे दावों में इस प्रकरण को एक धार्मिक संघठन ”बजरंग दल” से जोड़ के फैलाया जा रहा है, जिसके चलते हमने सरन छेत्र (छपरा) के पुलिस अधीक्षक श्री हर किशोर राय से इस मामले में बात की, उन्होंने हमें बताया कि, “यह बात सच है कि जो तीन लोगों की मृत्यु हुई है, वे मवेशी चोरी कर रहें थे मगर इस घटना में कोई भी राजनितिक या धार्मिक संगठन का कोई हाथ नहीं है, और ना ही ये सुनियोजित हत्याकांड है, गांव के लोग बहुत गरीब हैं व ज़्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं, इनके लिए इनके लिए पशु ही सब कुछ होते हैं, चोरी के कृत्य को समक्ष देख गाँव वालों ने आवेश में आ इन मवेशी चोरों की पीट पीट कर हत्या कर डाली।
इस बात की पुष्टि के लिए जब हमने बनियापुर पुलिस थाने में रामाशीष प्रसाद से प्राथमिकी रिपोर्ट के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी तो उन्होंने बताया कि इस घटना की प्राथमिकी क्रमांक “Baniyapur PS Case No : 231/19” है। हमने इस प्राथमिकी क्रमांक को बिहार पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर ढूंढा तो हमें पता चला कि इस घटना में IPC अधिनियम के अनुसार धारा १४७, १४८, १४९, ३४१, ३२३, ३०२, ५०४, ५०६ के तहद आरोप दर्ज हुए है |
इसके बाद हमने सरन जिले के जिला अधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन से बातचीत की, उन्होंने हमें इस संदर्भ में बताया कि, “१९ जुलाई २०१९ को यह घटना घटी थी | तीन लोगों पर मवेशी चोरी का आरोप लगा था व इससे पूर्व में भी गांव कई पशुओं की चोरी हुई थी, इस बात पर गांव के लोग काफ़ी भड़क गए व इन तीनो को रंगे हाथो पकड़ने के बाद बिना कुछ सोचे समझे पीटने लगे, यद्यपि इन तीनो पर चोरी का आरोप था, मगर गांव वालों ने जो किया वह भी सही नहीं था | हमने अब तक ५ लोगों को इस घटना के आरोप में गिरफ़्तार किया है, जिसमे से ३ पुरुष और २ स्त्री है | अभी पूरी जांच पड़ताल ख़त्म नहीं हुई है व सारे आरोपियों को गिरफ़्तार किया जायेगा | मगर इस घटना में कोई भी राजनितिक या धार्मिक दल जुड़ा नहीं है |”
प्रशासनिक स्पष्टीकरण से ये स्पष्ट होता है कि उपरोक्त पोस्ट के दावे व साझा वीडियो का बजरंग दल के साथ कोई भी संबंध नहीं है व इस हत्याकांड का गलत विवरण डाल के साम्प्रदायिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘बजरंग दल के लोगों ने ३ लोगों का मार मार के खून कर दिया और मवेशी चोरी का झूठा आरोप लगा दिया |’ ग़लत है |
Title:क्या सरन जिले के बनियापुर गांव में ३ लोगों की बजरंग दल के लोगों द्वारा हत्या करने पर उनपर मवेशी चोरी का झूठा आरोप लगाया गया ? जानिये सच |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
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