
४ जुलाई २०१९ को फेसबुक पर ‘इंसानियत, धर्म, आध्यात्म’ नामक एक पेज पर एक पोस्ट साझा किया है | पोस्ट मे पांच लोगों की तस्वीरें दी गयी है, जो सोने के गहनों से लदे हुए है | पोस्ट के विवरण में लिखा है – “ये सब कोई डोन नहीं बालाजी मन्दिर के पुजारी हैं | क्यों मन्दिरों में अपनी खून पसीने की कमाई चढ़ावे में चढाते हो | चढ़ावे का सारा धन इन पुजारियों के ऐशो-आराम का ज़रिया बनती हैं |”
इस पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि ‘तस्वीर में दिखाये गए सोने से लदे पांचो व्यक्ति तिरुपति बालाजी मंदिर के पुजारी है |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
संशोधन से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले पोस्ट मे दी गयी तस्वीरों को अलग-अलग रिवर्स इमेज सर्च में ढूंढा, मगर हमें कोई भी परिणाम नहीं मिला |
फिर हमने गूगल में अलग-अलग की वर्ड्स से ढूंढा, तो जो परिणाम हमें मिले वो आप नीचे देख सकतें है |
इस संशोधन में हमें एक blogspot मिला, जिसमे २२ फ़रवरी २०१५ को उपरोक्त दावे मे से कुछ तस्वीरें देकर वही दावा किया गया था, जो उपरोक्त पोस्ट में किया गया है | पूरी जानकारी को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
vinaykumarimp.blogspot.com | ArchivedLink
इसके अलावा हमें एक संशोधन में उपरोक्त दावे मे दिखाये गए एक व्यक्ति से मिलती-जुलती तस्वीरें मिली | संशोधन के अनुसार इस व्यक्ति का नाम जगदीश गायकवाड बताया गया है |
India.com नामक एक वेबसाइट पर हमें इस व्यक्ति की कई तस्वीरें मिली |
जब हमने इस तस्वीर की तुलना उपरोक्त दावे के तस्वीर से की, तो कई समानताएं दिखी |
इसके अलावा ‘MyZamana.com’ नामक एक चैटिंग वेबसाइट पर पाँचों मे से एक व्यक्ति की हुबहू दिखने वाली तस्वीर मिली, जिसके प्रोफाइल में सुनील गुप्ता नाम दिखा रहा था और जगह कोलकाता लिखा हुआ था |
पांच मे से दो तस्वीरें किसी सामान्य व्यक्ति की निकली और बाकी तीनों तस्वीरों का हमें कोई सुबूत नहीं मिला | तो हमने तिरुपति बालाजी को email द्वारा संपर्क किया और यह तस्वीरें दिखाते हुए पुछा है कि इन में से कोई भी बालाजी मंदिर में पुजारी है या नहीं | उनका लिखित में जबाब आया की इन तस्वीरों में से किसी भी व्यक्ति का TTD यानी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम से कोई भी संबंध नहीं है |
इस संशोधन से हमें साफ़ पता चलता है की उपरोक्त पोस्ट में दी गयी तस्वीरें गलत दावे के साथ भ्रम पैदा करने के लिए साझा की जा रही है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से हम इस निष्कर्ष पर आते हैं कि उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘तस्वीर में दिखाये गए सोने से लदे पांचो व्यक्ति तिरुपति बालाजी मंदिर के पुजारी है |’ ग़लत है | उपरोक्त पोस्ट में साझा तस्वीर में दिखाये गए व्यक्तियों का बालाजी मंदिर से कोई संबंध नहीं है |

Title:क्या तस्वीर मे दिखाये गए सोने से लदे लोग तिरुपति बालाजी मंदिर के पुजारी है ? जानिये सच |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
