२५ अक्टूबर २०१९ को फेसबुक पर ‘श्री द्वारिकाधीश आश्रम’ द्वारा किये गये पोस्ट में एक वीडियो साझा किया गया है | पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “नीदरलैंड के स्कूलों में भगवत गीता का उच्चारण कक्षा पांचवी के छात्रों द्वारा यह अद्भुत प्रशंसनीय वीडियो अवश्य देखें
Unbelievable…! Bhagavad Gita classes made compulsory for Dutch students from Grade 5 – The Netherlands Law. It’s so amazing to see them recite. Watch the video #ShriDwarikadhishAshram” इस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि – ‘नीदरलैंड ने विद्यालय में ५वीं कक्षा से भगवद गीता का पाठ अनिवार्य कर दिया है |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो को InVidTool की मदद से स्क्रीनग्रैब लिया व उसे गूगल पर ढूंढा, परिणामस्वरूप हमें YouTube पर नीलेन पैटेन नामक यूजर द्वारा २३ जनवरी २०१५ को अपलोड किया एक मिलता जुलता वीडियो मिला | इस वीडियो के विवरण में लिखा है कि लंदन के संत जोन्स स्कूल में संस्कृत पढ़ाने का एक दिन |
इस वीडियो में हम उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो के हिस्से को भी दिख सकते हैं | इसके अलावा हमें यांडेक्स सर्च पर यह वीडियो ०२ फ़रवरी २०१७ को YouTube पर ABPNews द्वारा अपलोड किया हुआ मिला, जिसमें इस वीडियो की सत्यता के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि यह वीडियो लंदन के संत जोन्स स्कूल में संस्कृत पढ़ाने का है, नीदरलैंड का नहीं | इस वीडियो में बच्चों द्वारा गए जा रहे संस्कृत श्लोक में पहला श्लोक कठोउपनिषद् का पहला श्लोक है, जो भगवद गीता के १५वे अध्याय का पहला श्लोक है | इसके अलावा बच्चों द्वारा गाया गया दूसरा गीत ‘भजगोविन्दम’ आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा रचित एक भक्ति रचना है |
२९ जून २०१० को NDTV द्वारा भी इस स्कूल पर एक रिपोर्ट दी गई थी |
इसके बाद हमने नीदरलैंड के विद्यालयों के नीयमों को ढूँढने के लिए गूगल पर ‘netherlands government’ कीवर्ड्स को ढूंढा, हमें नीदरलैंड का आधिकारिक सरकारी वेबसाइट मिली | इस आधिकारिक सरकारी वेबसाइट पर जब हमने शिक्षा क्षेत्र में अनिवार्य विषयों के बारे में ढूंढा, तो हमने संस्कृत का उल्लेख कहीं भी नहीं पाया |
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो का नीदरलैंड से कोई संबंध नहीं है | यह वीडियो लंदन में स्थित संत जोन्स स्कूल का है और यह गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “नीदरलैंड ने विद्यालय में ५वीं कक्षा से भगवद गीता का पाठ अनिवार्य कर दिया है |” ग़लत है |
Title:लंदन स्थित संत जोन्स स्कूल के छात्रों द्वारा संस्कृत भाषा के पाठ को नीदरलैंड में भगवद गीता का अनिवार्य नियम बताकर फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
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