
Photo Credit : Wikipedia
२८ अगस्त २०१९ को फेसबुक पर ‘Thakur Mukesh Pathania’ एक फेसबुक यूज़र द्वारा एक पोस्ट साझा किया गया है, जिसमें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट है | विवरण में लिखा गया है कि, “पूर्व प्रधान मंत्री डा. मनमोहन सिंह के इस ट्वीट ने हंगामा मचा दिया : – पर न्यूज चैनलों पर बहस कश्मीर और पाकिस्तान मुद्दे पर कराई जा रही है !“ ट्वीट के स्क्रीनशॉट में लिखा हुआ है कि, “रिजर्व बैंक मे अब कुछ भी रिजर्व नहीं रहा मेरा सरकार व RBI दोनो से सवाल है कि विदेशी निवेशक आपकी गारंटी पर देश मे निवेश करेगे सोना आपने पिछले ही कार्यकाल मे गिरवी रख दिया था बचा रिजर्व रुपया वह भी ले लिया अब कम से कम १५ वर्ष देश मंदी से नही उभर पायेगा इस दौरान महँगाई आसमान छू लेगी |”
पोस्ट द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि – ‘पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ट्वीट मे कहा कि भारत का आरक्षित नकद और सोना ख़तम हो चूका है |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
उपरोक्त दावे मे ‘@ManmohanFan’ नामक एक ट्विटर अकाउंट से किया गया ट्वीट साझा किया गया है | जब हमने इस अकाउंट को ट्विटर पर ढूंढा, तो हमें एक ‘FanClub’ का ट्विटर पेज मिला, जिसपर साफ़ लिखा है कि यह ट्विटर अकाउंट पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से किसी भी तरह संबंध नहीं रखता है | इस ट्विटर पेज द्वारा उपरोक्त दावे का ट्वीट २७ अगस्त २०१९ को किया गया था | ट्वीट को देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
हमें ट्विटर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं मिला | इस बात से यह स्पष्ट होता है कि उपरोक्त दावे में किया गया दावा गलत है क्योंकि उपरोक्त ट्वीट पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा नहीं किया गया है, बल्कि उनके एक ‘FanPage’ से किसी ने किया है |
फिर हमने दावे मे लिखे गए आरक्षित नकद और सोना के बारे में दो लोगों से जानकारी ली | आइये देखते हैं कि हमारे देश की आरक्षित नकद और सोना का क्या मामला है और इसका हमारे देश की अर्थव्यवस्था पर क्या असर होता है |
दोनों विशेषज्ञों के कहने का सार यह है कि, आरक्षित नकद विदेशी चलन का वह भंडार है जिसका आयातीत वस्तुओं के बदले दुसरे देशों को भुगतान किया जाता है | फिलहाल भारत के पास पर्याप्त मात्र में आरक्षित नकद और सोना है | यह हमारे घर के गुल्लक में रखे हुए पैसों की तरह होता है, जो हम अतिआवश्यक होने पर ही खर्च करते हैं | लेकिन अगर यह आरक्षित नकद पूरी तरह से खत्म हो जाए, तो हमारी जैसी अवस्था होगी, वैसे ही स्थिति में देश भी आ जायेगा |
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा ट्वीट पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा ट्वीट नहीं किया गया है, बल्कि उनके एक ‘FanPage’ पर किसी ने ट्वीट किया था | इसे लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ट्वीट मे कहा कि भारत का आरक्षित नकद और सोना ख़त्म हो चूका है |’ ग़लत है |

Title:फ़र्ज़ी ट्वीट को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा किया गया ट्वीट बताकर फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
