२६ मार्च २०१९ को फेसबुक पर एक पोस्ट साझा किया गया है एवं काफी चर्चा में है | पोस्ट में लिखा है – “JNU मे देशद्रोही कन्हैया कुमार 11वीं बार फेल, क्लास बदली नहीं जाती है और निकला है देश बदलने|” हालाँकि पिछले साल से कन्हैया कुमार के बारे में इस तरह की कई पोस्ट फेसबुक पर शेयर की जा चुकी है | साथ ही ट्वीटर पर भी इस विषय पर खासा वाकयुद्ध देखने को मिला है | अब आम चुनाव आये है तो फिर से इस तरह की पोस्ट घूम रही है, और बड़ी मात्रा में इसे शेयर भी किया जा रहा है | फैक्ट चेक किये जाने तक इस पोस्ट को साढ़े चार हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चूका है | तो आइये जानते है इसकी सच्चाई |
https://www.facebook.com/groups/rssbharat/permalink/1828584503940437/
संशोधन से पता चलता है कि…
जब हमने पोस्ट में किये गए दावे से सम्बंधित कीवर्ड्स के साथ गूगल में सर्च किया तो हमें जो रिजल्ट्स मिले वह आप नीचे देख सकते है | इस सर्च से पता चलता है की पिछले साल से इस तरह की पोस्ट साझा होती आई है तथा कुछ समाचार संस्थानों ने इस विषय पर खबरें भी प्रकाशित की थी |
हमने सर्च को आगे बढ़ाते हुए ट्वीटर पर जांच की, तो हमें कुछ ट्वीट मिले, जो आप नीचे देख सकते है | इनमे फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े प्रख्यात शख्स सुहेल सेठ का ट्वीट शामिल है |
यू-ट्यूब पर हमें इस विषय पर एक विडियो भी मिला, जो आप नीचे देख सकते है |
ट्वीटर पर सर्च करते हुए हमें कन्हैया कुमार द्वारा किये तीन ट्वीट मिले जिनमे उन्होंने २०१८ में ‘११ बार फेल’ वाली बात वायरल होने के बाद किये थे | आप नीचे वह ट्वीट पढ़ सकते है |
गूगल पर सर्च करते हुए हमें इस विषय पर कुछ समाचार संस्थानों द्वारा प्रकाशित खबरें मिली | ABP NEWS तथा DAILYHUNT ने विडियो के साथ खबरें दी थी |
इसके बाद हमने सीधे जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के वेबसाइट पर जाकर यह पता लगाया कि क्या वाकई कन्हैया कुमार किसी परीक्षा में फेल हुए थे? हमें काफी मशक्कत के बाद यह पता लगा कि वह JNU में सेंटर फॉर अफ्रीकन स्टडीज विद्या शाखा में एमफिल के साथ पीएचडी कर रहे है | उन्होंने २०११ में विश्वविद्यालय के ७ वर्षीय एकत्रित एमफिल+पीएचडी अभ्यासक्रम में दाखिला लिया था | २०१३ से वह पीएचडी कर रहे थे तथा जुलाई २०१८ उनकी पीएचडी संशोधन प्रबंध सबमिट करने की आखिरी तिथि थी | JNU की वेबसाइट पर हमें सेंटर फॉर अफ्रीकन स्टडीज विद्या शाखा में पीएचडी कर रहे विद्यार्थियों की एक लिस्ट मिली | उस लिस्ट में कन्हैया कुमार का नाम दसवें नंबर पर है, जो आप नीचे देख सकते है |
विषय तथा मार्गदर्शक के बारे में ढूंढने पर हमें और एक लिस्ट मिली, जो आप नीचे देख सकते है |
इस लिस्ट से यह बात साफ़ होती है की कन्हैया कुमार २०११ से JNU में एमफिल+पीएचडी कर रहे है |
इसके बाद सवाल यह बचा की क्या कन्हैया कुमार ने समय रहते अपना संशोधन प्रबंध यूनिवर्सिटी को सौंप दिया था? उनकी पीएचडी का क्या हुआ? गूगल पर फिर से सर्च करने पर हमें पता चला की उन्होंने जुलाई २०१८ में अपना प्रबंध सबमिट कर दिया था | इसके उपरांत हाल ही में १४ फ़रवरी २०१९ को उनकी मौखिक परीक्षा (viva) हुई और वह उसमे उत्तीर्ण हुए | उनके इस सन्दर्भ में उन्ही के ट्वीट की जानकारी हमें गूगल से मिली | एक ट्वीट उन्होंने अपने viva उत्तीर्ण होने के बाद किया था व दूसरा शोध प्रबंध सौंपने के उपरांत अपनी माताजी को उसकी कॉपी समर्पित करने के बाद का है | दोनों ट्वीट आप नीचे देख सकते है |
कन्हैया कुमार के पीएचडी पूरी करने की खबर times of india ने दी थी |
जांच का निष्कर्ष : इस संशोधन से यह निष्कर्ष निकलकर सामने आता है कि-
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, कन्हैया कुमार 11वीं बार फेल यह उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा गलत (FALSE) है | एमफिल तथा पीएचडी के लिए कोई परीक्षा नहीं होती है, बल्कि शोध प्रबंध सबमिट करने होते है |
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