२४ अगस्त २०१९ को फेसबुक पर ‘Pahadi Beat’ नामक एक यूजर ने एक पोस्ट साझा किया है | पोस्ट में एक विडियो साझा किया है | विडियो में भीड़ कुछ लोग पहाड़ी पर चढ़ते दिखाई देते है | अचानक पहाड़ी से भूस्खलन होने लगता है और कुछ लोग उसकी चपेट में आ जाते है | भूस्खलन इतना बड़ा है कि, बड़े बड़े पेड़ तेजी से इस तरह मिट्टी के साथ नीचे आते हुए दिखाई देते है, मानो पानी के साथ बह रहे हो |

पोस्ट के विवरण में लिखा गया है कि,

उत्तरकाशी जिले में आरकोट का एक भयभीत करने वाली आपदा का दुखदाई दृष्यात्मक विडियो ।

इस पोस्ट व्दारा किया यह दावा किया जा रहा है कि, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में आरकोट नामक जगह पर यह भयंकर भूस्खलन हुआ है | विडियो को देखने व सुनने के बाद पता चलता है कि, विडियो शूट करने वाले तथा साथ वाले लोग अलग ही भाषा में बात कर रहे है | इससे इस विडियो के भारत के होने पर संदेह पैदा होता है | तो आइये जानते है इस विडियो व दावे की सच्चाई |

मूल पोस्ट यहाँ देखें – ‘Pahadi Beat’ | ARCHIVE POST

अनुसंधान से पता चलता है कि...

सबसे पहले हमने विडियो को इन्विड टूल में देकर उसे छोटे-छोटे की फ्रेम्स में तोडा और उन टुकड़ों को रिवर्स इमेज सर्च किया | इस सर्च परिणाम से हमें यांडेक्स पर wellnessape.com नामक वेबसाइट का एक लिंक मिला | इस पेज पर कई यूजर द्वारा वही विडियो साझा किया गया है, जो उपरोक्त पोस्ट में साझा किया गया है | लेकिन सभी जगह विवरण में यह लिखा है कि, यह घटना बोलीविया देश में घटित हुई है |

इस जानकारी के आधार पर हमने यू-ट्यूब पर ‘mudslide in bolivia’ की-वर्ड्स के साथ सर्च किया तो परिणाम से हमें Associated Press द्वारा ५ फरवरी २०१९ को प्रसारित एक विडियो मिला | इस विडियो के कैप्शन में लिखा है – बोलीविया में हुए भूस्खलन के बाद भागते हुए लोग | विडियो के विवरण में लिखा है कि, (4 Feb 2019) A new mudslide was captured on video as people attempted to cross on foot an area of the mountains northeast of Bolivia's capital on Sunday, where a day earlier another mudslide buried vehicles. (Feb. 4) | हिंदी में अनुवाद- बोलीविया के राजधानी के शहर के उत्तर-पूर्व दिशा में रविवार को पहाड़ी पर पैदल चलते लोग, अचानक भूस्खलन होने के बाद बाद बचने की कोशिश करते हुए फिल्माया गया दृश्य | इसके एक दिन पूर्व ही हुए भूस्खलन में कई वाहन मलबे में दब गए थे |

इसके अलावा यही विडियो ‘Guardian News’ द्वारा ४ फरवरी २०१९ को, ‘Ruptly’ द्वारा ५ फरवरी २०१९ को तथा ‘Daily Mail’ द्वारा ९ फरवरी २०१९ को अपलोड किया गया है | इन सभी समाचार चैनल्स ने विडियो के विवरण में यह स्पष्ट तौर पर लिखा है, की यह विडियो बोलीविया के उत्तर-पूर्वी स्थल पर फिल्माया गया है |इसके बाद हमने ‘landslide in aarakot, uttarkashi’ इन की-वर्ड्स के साथ गूगल किया तो परिणाम से हमें समाचार वेबसाइट ‘India Today’ द्वारा १९ अगस्त २०१९ को प्रसारित एक खबर मिली | इस खबर में कहा गया है कि, उत्तरकाशी के आराकोट इलाके में रविवार को बादल फटने की वजह से आयी बाढ़ में मृत लोगों की संख्या १७ पर पहुँच गयी है | मोरी विभाग के माकुरी, तिकोची और आराकोट इन तीन गावों में बादल फटने की वजह से सबसे ज्यादा क्षति हुई |

पूरी खबर यहाँ पढ़ें - ‘India Today’ | ARCHIVE NEWS

इसके अलावा ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने १९ अगस्त २०१९ को तथा uttarakhandnewsnetwork.com ने एक हफ्ता पहले यही खबर प्रसारित की थी |

ARCHIVE HT | ARCHIVE UNN

इस शोध से हमें यह पता चला कि, उत्तरकाशी के आराकोट में हाल ही में बादल फटने से बाढ़ की घटना घटी थी | यह पता चलने के बाद हमने आराकोट के SDM अनुराग आर्य इनसे २४ अगस्त २०१९ को दोपहर कॉल तथा व्हाट्स ऐप के माध्यम से संपर्क किया | उन्होंने हमें बताया की “यह विडियो आराकोट का नहीं है |”

अतः यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त विडियो उत्तरकाशी के आराकोट में आयी आपदा का नहीं है, बल्कि बोलीविया देश में फरवरी में हुई भूस्खलन की घटना का है | हाल ही में आराकोट में बादल फटने से आयी बाढ़ का सन्दर्भ देकर भ्रम फ़ैलाने के उद्देश्य से विदेश का यह विडियो साझा किया जा रहा है |

जांच का परिणाम : इस अनुसंधान से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा विडियो के साथ किया गया दावा कि, “उत्तरकाशी जिले में आरकोट का एक भयभीत करने वाली आपदा का दुखदाई दृष्यात्मक विडियो |” सरासर गलत है | यह विडियो उत्तरकाशी के आराकोट में आयी आपदा का नहीं है, बल्कि बोलीविया देश में फरवरी में हुई भूस्खलन की घटना का है |

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Title:क्या यह विडियो उत्तरकाशी के आरकोट में हाल ही में हुए भूस्खलन का है ?

Fact Check By: R Pillai

Result: False