False

लॉकडाउन का उल्लंघन करने के वीडियो को सांप्रदायिक रंग दे किया वायरल |

सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस से संबंधित कई भ्रामक और गलत वीडियो व तस्वीरें फैलायी जा रही है, इसी वाईरस के संक्रमण को फैलाने को लेकर कुछ भ्रामक दावों को एक विशिष्ठ समुदाय के लोगों के साथ जोड़ साप्रदायिक द्वेष फैलाने की चेष्टा भी सोशल मंचो पर उन्माद में है, ऐसा ही एक वीडियो जहाँ २ पुलिसकर्मी एक व्यक्ति को लाठी से पीटते हुए नज़र आ रहे इस दावे के साथ वाईरल किया जा रहा है कि यह वीडियो देहरादून के भगत सिंह कॉलोनी से है जहाँ ६ पॉजीटीव कोरोनावायरस के पेशेंट पाये गये हैं और पिट रहा व्यक्ति मस्जिद से निकलकर लोगों के घरों के गेटों में कोरोनावायरस फ़ैलाने के लिए अपना थूक लगा रहा था |  

पोस्ट में लिखा गया है कि “देहरादून ,भगत सिंह कॉलोनी में छह करोना पॉजीटीव पाए गए।कॉलोनी सील कर दी गई। वीडियो में पीट रहा बंदा मस्जिद में बैठा था और निकल कर घरों के हैंडल के ऊपर थूक रहा था |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि..

जाँच कि शुरुवात हमने उपरोक्त वीडियो के बारीकी से देखने से की जहाँ हमें उत्तराखंड पुलिस कि जीप नज़र आई, इस वीडियो से सम्बंधित ख़बरों को ढूँढने पर हमें कोई भी विश्वसनीय खबर नही मिली | 

चूँकि दावे में देहरादून स्तिथ भगत सिंह कॉलोनी का ज़िक्र है, हमने गूगल पर इस जगह को ढूंढा गूगल सर्च से पता किया कि भगत सिंह कॉलोनी देहरादून में स्थित है जो रायपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है |

तद्पश्चात हमने देहरादून की एस.पी सिटी, श्वेता चौबे से इस सम्बन्ध में संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि “सोशल मीडिया पर यह वीडियो एक गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है | यह वीडियो देहरादून के भगत सिंह कॉलोनी से नही है बल्कि क्लेमेंटटाउन क्षेत्र से है जहाँ लॉकडाउन लागू होने के शुरुवाती दिनों में वीडियो में दिख रहे व्यक्ति जो कि एक स्थानीय नागरिक है ने लॉक डाउन का उल्लंघन किया था | कालोनी के लोगो के शिकायत करने के बाद क्लेमेंट टाउन पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था | यह घटना २४- २५ मार्च की है | इस घटना के साथ कोई भी सांप्रदायिक मुद्दा नही जुड़ा हुआ है और ना ही वो लोगों के घर के गेट पर थूक लगा रहा था | सोशल मीडिया पर इस गलत खबर को फ़ैलाने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी रायपुर थाना क्षेत्र में आई.पी.सी सेक्शन ५०५ और सेक्शन १८८ के तहत केस दर्ज किया गया है |”

एस.पी सिटी श्वेता चौबे द्वारा दिये गये स्पष्टीकरण से ये स्पष्ट है की इस प्रकरण में दो अलग अलग लोगों के खिलाफ दो अलग अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज की गई है, लॉकडाउन उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के खिलाफ क्लेमेंटटाउन थाने में व सोशल मंचो पर गलत दावे के साथ इस वीडियो को अपलोड करने वाले के खिलाफ रायपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है|
इस प्रकरण पर अधिक जानकारी के लिये हमने क्लेमेंटटाउन थाने में संपर्क किया, वहां मौजूद कांस्टेबल मनोज नेगी ने हमें बताया कि “यह घटना २५ मार्च २०२० की है जब यह व्यक्ति लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए बाहर घूम रहा था, जिसके चलते लोगों को उसपर शक हुआ और उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया | इस व्यक्ति को पुलिस के साथ सहयोग ना करने पर बल प्रयोग कर हिरासत में ले लिया गया |  उस्मान नामक इस व्यक्ति पर आई.पी.सी धारा सेक्शन १८८ और डिजास्टर मनेजमेंट एक्ट के सेक्शन ५१ के तहत मुकदमा दर्ज (केस नंबर ३४/२०२०) किया गया है |”

इस प्रकरण को सोशल मंचों पर गलत दावे के साथ फैलाने वाले व्यक्ति से सम्बंधित जानकारी के लिये हमने रायपुर थाने के कांस्टेबल रघुवीर सिंह से संपर्क किया,उन्होंने हमें बताया कि “भगत सिंह कॉलोनी में ऐसी कोई घटना नही घटी है, तबलीगी जमात के कुछ करोना पॉजिटिव केस मिलने के पश्चात इस क्षेत्र को पुलिस द्वारा सील कर दिया गया था, इस क्षेत्र के अंदर ना कोई जा सकता है ना ही बहार आ सकता है | भगत सिंह कॉलोनी में ३ पॉजिटिव कोरोनावायरस के पेशेंट है |

साथ ही उन्होंने हमें बताया कि १४ अप्रैल २०२० को सोशल मीडिया पर इस वीडियो को गलत दावे के साथ फ़ैलाने के कारण शैलेश चौहान नामक एक व्यक्ति को आई.पी.सी के सेक्शन १८८, ५०५ (१) (सी) और सेक्शन ५१ डिजास्टर मनेजमेंट एक्ट २००५ के तहत गिरफ्तार किया गया है | यह व्यक्ति रायपुर में तिमली मानसिंह नामक क्षेत्र का निवासी है |”

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है | वीडियो में दर्शित व्यक्ति असल में लॉक डाउन का उल्लंघन कर रहा था जिसके कारण उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया | यह घटना देहरादून के क्लेमेंट टाउन क्षेत्र से सम्बंधित है |

Title:लॉकडाउन का उल्लंघन करने के वीडियो को सांप्रदायिक रंग दे किया वायरल |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False

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