
५ जुलाई २०१९ को फेसबुक पर ‘भारत माता की जय’ नामक फेसबुक पेज पर एक विडियो साझा किया था ,विडियो मे कई मुसलमान लोग एक ईमारत पर पथराव करते हुए दिखते हैं, पोस्ट के विवरण में लिखा है कि – “कल शाम को अटाली गांव फरीदाबाद में शांतिप्रिय मुस्लिम लोगो द्वारा मंदिर में कीर्तन कर रही महिलाओ पर पथराव | एक जागरूक महिला ने वीडियो बनाया जो की पूरे हिंदुस्तान में फेल चूका है | किसी न्यूज़ चॅनेल पे ये नहीं दिखाया जाएगा | शांति का पाठ पढाने वाले कहाँ है |” पोस्ट मे यह दावा किया जा रहा है कि – ४ जुलाई २०१९ को मुस्लिमों ने अटाली गांव फरीदाबाद के एक मंदिर में पथराव किया | क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
संशोधन से पता चलता है कि…
उपरोक्त पोस्ट के विडियो को देखने पर हमें साफ़ पता चलता है कि यह कोई मंदिर नहीं है जिसपर पथराव हो रहे हैं | विडियो देखने पर साफ़ पता चलता है कि यह एक मस्जिद है | इसपर हमने फिर जांच की शुरुआत सबसे पहले इस विडियो के स्क्रीनशॉट को यांडेक्स और गूगल रिवर्स इमेज सर्च में ढूंढकर की | मगर हमें खोज के परिणाम में कुछ नहीं मिला | फिर हमने इस विडियो को InVid Tool मे देकर ढूंढा तो हमें गूगल में हमें कई youtube के विडियो मिले | हमें मिले परिणाम आप नीचे देख सकतें हैं |
Youtube के पहले लिंक पर क्लिक करने पर हमें उपरोक्त पोस्ट से हुबहू मिलती-जुलती विडियो मिली | Maddy Goswami नामक एक यूजर ने यह विडियो ३ जुलाई २०१५ को अपलोड किया था | इस विडियो के कमेंट्स में हमें कई विवरण मिले | कई लोगों ने इस विडियो को शिया-सुन्नी का आपसी विवाद कहा | इस विडियो को आप नीचे देख सकतें हैं |
फिर हमने फरीदाबाद के अटाली गांव के पुलिस स्टेशन में फ़ोन द्वारा इस मामले के बारे में जानकारी ली, वहां के पुलिस अधिकारी ने कहा कि, “अटाली में ऐसा कोई भी दंगा हाल फ़िलहाल में नहीं हुआ है, सारा माहौल शांत है, हालंकि ऐसा एक साम्प्रदायिक विवाद २०१५ में घटा था पर मौजूदा वक़्त में सब शांत है , और अगर ऐसा कोई विडीओ अटालि गाँव को लेकर फैलाया जा रहा है वो सरासर ग़लत है ।
इस बयान से यह बात की पुष्टि होती है कि हालही में ऐसी कोई भी वारदात नहीं घटी है और २०१५ का यह विडियो लोगों को उकसाने व भ्रमित करने की मंसा से साझा किया जा रहा है |
इसके बाद हमने गूगल पर ‘Atali faridabad riots 2015’ की वर्ड्स से ढूंढा तो हमें २०१५ के कई ख़बर प्रसारित मिले | इन ख़बरों में २०१५ में हुए हिंदू-मुसलमान के दंगों के बारे में लिखा है | मगर हमें कहीं भी इन दंगों की तस्वीरों के साथ उपरोक्त विडियो मे कोई मेल नहीं मिला | पूरी ख़बरों को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
IndianexpressPost | ArchivedLink | FirstpostPost | ArchivedLink |
News18Post | ArchivedLink | HindustantimesPost | ArchivedLink |
हमारे द्वारा की गयी शोध व मिली जानकारियों से उपरोक्त दावा पूर्ण रूप से ख़ारिज होता है, हालंकि दावे मैं इस्तेमाल विडीओ किस जगह का है उस पर ज़्यादा जानकारी नहीं मिल पाती है।
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में किया गया दावा की, “४ जुलाई २०१९ को मुस्लिमों ने अटाली गांव फरीदाबाद के एक मंदिर में पथराव किया |” ग़लत है । यह विडियो २०१५ से youtube पर उपलब्ध है व अलग अलग दावों से साझा किया जाता रहा है । साथ ही विडियो में मुसलमान एक मस्जिद में पथराव कर रहें है, मंदिर में नहीं।

Title:क्या मुस्लिमों ने अटाली गांव, फरीदाबाद हरियाणा के मंदिर में ४ जुलाई २०१९ को पथराव किया ? जानिये सच |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False

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