भारत में कोरोनावायरस का खौंफ इतना ज्यादा फ़ैल गया है कि आजकल कुछ लोग अधिकतर सार्वजानिक प्रकरण को COVID19 से जोड़ संशय की दृष्टि से देखने लगे हैं, इसी सन्दर्भ में सोशल मीडिया पर एक बहुचर्चित वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है की दिल्ली के बुध विहार के इलाके में कोरोनावायरस से संक्रमित चंद नोट लोगों द्वारा रास्ते में बिखरे हुए है | इस वीडियो में हम कई २००० रुपये के नोट रास्ते में बिखरे हुए देख सकते है |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “बुध विहार दिल्ली में जगह जगह पर 2000/-के नोट पडे हुए मिले हैं। कैसे लोग हैं भारत देश में जो अपने ही देश मे कोरोना को फैला रहे हैं नोटों के जरिए |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक

यह वीडियो फेसबुक पर काफी चर्चा में है |

अनुसंधान से पता चलता है कि..

जाँच कि शुरुवात हमने इस वीडियो को गूगल पर कीवर्ड्स से ढूँढने से की, इसके परिणाम से हमें दिल्ली आजतक द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली | इस रिपोर्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “संवेदनशील इलाकों पर पुलिस ड्रोन कैमरों से नजर रख रही है |” रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोनावायरस के डर के कारण लोग छोटी छोटी घटनाओं को महामारी से जोड़ रहे हैं |

रिपोर्ट के अनुसार, जमीन पर पड़ी नकदी एक ऐसे व्यक्ति की थी, जिसने नई दिल्ली के बुध विहार में एक एटीएम से पैसे निकाले थे | व्यक्ति ने गलती से कुछ नोटों को रास्ते पर गिरा दिया | जब लोगों ने सड़क पर पड़े कैश को देखा, तो एक अफवाह सामने आई कि नोटों को जानबूझकर कोरोनावायरस फैलाने के लिए गिराया गया था | स्थानीय लोगों ने पुलिस को बुलाया जिन्होंने नोटों पर ईंटें रखीं और मामले की जांच शुरू कर दी | हालांकि, जिस व्यक्ति से नकदी गिरी थी, वह इसे ढूंढता हुआ वापस आया और स्पष्ट किया कि यह उसका पैसा था |

इसके पश्चात हमने रोहिणी के डी.सी.पी एस.डी मिश्रा से संपर्क किया,जिन्होंने हमें बताया कि “इस घटना का कोरोनावायरस से कोई संबंध नही है | वास्तविकता में यह पैसे बुध विहार में रहने वाले एक व्यक्ति ने गिरा दिये थे, जिसने बाद मे आकर पूरे मामले का विवरण दिया |”

हमने रोहिणी के बुद्ध विहार जोन के ए.सी.पी विकास चोवकंडे से भी संपर्क किया जिन्होंने सोशल मीडिया पर किये गए दावों को खारिज करते हुए कहा कि “बुध विहार के रस्ते पर ७ 2000 के नोट मिले थे जिसे बुध विहार में रहने वाले मृत्युंजय शर्मा ने गिरा दिया था और पुलिस पहुँच ने बाद उन्होने स्वयं ही पूरी घटना का विवरण दिया | इस बात की पुष्टि हमने एटीएम के सामने मौजूद सीसीटीवी कैमरा कि फुटेज को जाँच कर की | इस पुरे घटना का कोरोनावायरस से कोई संबंध नही है |”

फेसबुक पर डीसीपी एस.डी मिश्रा द्वारा इस घटना का स्पष्टीकरण वीडियो भी उपलब्ध है |

फेसबुक

निष्कर्ष- तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | इस वीडियो के साथ कोरोनावायरस का कोई संबंध नही है | बुध विहार में गिरे नोट कोरोनावायरस का संक्रमण फ़ैलाने के उद्देश्य से नही गिराये गये थे | यह नोट बुध विहार में रहने वाले स्थानीय द्वारा गलती से गिर गये थे |

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Title:दिल्ली में कोरोनावायरस फ़ैलाने के लिए रास्तों में कथित रूप से संक्रमित नोटों का ये वीडियो फर्जी है |

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False