PhotoCourtesy : Wikipedia.org
१८ नवम्बर २०१९ को फेसबुक पर ‘Ravish Kumar True Indian’ द्वारा किये गये पोस्ट में एक तस्वीर साझा की गयी है | पोस्ट की तस्वीर में पंजाब केसरी अखबार में प्रकाशित एक ख़बर दी गयी है और साथ ही लिखा हुआ है कि, “मुझसे कर्ज मांगकर पटेल की मूर्ती बनाया है और कहता है कि हमने महान कार्य कर दिया है… ब्रिटिश प्रधानमंत्री |” इस पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि – ‘ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने बयान दिया कि भारत के ब्रिटेन से कर्ज़ा लेकर स्टैचू ऑफ़ यूनिटी बनाया |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले उपरोक्त पोस्ट में किये गए दावे के बारे में गूगल पर ‘Statue of Liberty made by the loan from Britain’ कीवर्ड्स से ढूंढा, तो हमें Businesstoday नामक एक समाचार वेबसाइट पर ६ नवम्बर २०१८ को प्रकाशित एक ख़बर मिली | इस ख़बर के मुताबिक ब्रिटेन के सांसद पीटर बोन ने स्टैचू ऑफ़ यूनिटी बनाने के निर्णय को बकवास कहा था | उनके मुताबिक ब्रिटेन से पिछले पांच सालों में अरबो रुपये कर्ज़ा लेने के बाद भी जो देश करोड़ो रुपये की सिर्फ़ एक मूर्ती बनाने में खर्च करता हो, उस देश की किसी प्रकार से आर्थिक मदद नहीं करनी चाहिए | मगर इस पूरी ख़बर में हमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री द्वारा किसी प्रकार का बयान नहीं मिला | पूरी ख़बर को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
BusinesstodayPost | ArchivedLink
इसके बाद हमने ‘पंजाब केसरी’ द्वारा प्रकाशित ख़बरों में किये गए दावे के बारे में ढूंढा, तो हमें ५ नवम्बर २०१८ की एक ख़बर मिली | इस ख़बर के मुताबिक, ब्रिटेन के एक सांसद ने यह बयान दिया है कि अगर भारत मूर्ती बनाने के पीछे इतने रुपये खर्च नहीं करता, तो शायद अन्य देशों से उसे आर्थिक मदद लेने की ज़रुरत नहीं पड़ती |
मगर इस ख़बर में भी कहीं भी हमने यह नहीं पाया कि यह बयान या इससे मिलता जुलता बयान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा है | पूरी ख़बर पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
PunjabkesariPost | ArchivedLink
गूगल पर अलग-अलग कीवर्ड्स से ढूंढने पर भी हमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री Boris Johnson द्वारा इस मूर्ती पर कोई भी बयान नहीं मिला |
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा तस्वीर के साथ किया गया दावा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का नहीं बल्कि ब्रिटेन के सांसद पीटर बोन द्वारा कहा गया है और यह ५ नवम्बर २०१८ की ख़बर थी, जिसका वर्तमान में कोई संबंध नहीं है |
इसके अतिरिक्त हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि ब्रिटिश मीडिया व ब्रिटेन के संसद सदस्य पीटर बोन के इन आरोपों पर ब्रिटेन के DFID (ये विभाग ब्रिटेन द्वारा अंतरराष्ट्रीय विकास के कार्यों में ब्रिटिश सहयोग को देखता है) द्वारा स्पष्टीकरण जारी कर ये बताया गया कि ब्रिटेन की किसी भी आर्थिक मदद को इस स्टेचू को बनाने के लिये इस्तेमाल नहीं किया गया था|
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने बयान दिया कि भारत के ब्रिटेन से कर्ज़ा लेकर स्टैचू ऑफ़ यूनिटी बनाया |” ग़लत है |
Title: ब्रिटेन के संसद सदस्य पीटर बोन द्वारा दिया गया बयान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का बताकर फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक़्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शन के दौरान…
सपा समर्थकों पर लाठीचार्ज के नाम पर वायरल हो रहा वीडियो 2020 का है, जिसे…
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बाइक सवार एक व्यक्ति राह…
मेवाड़ के राजपूत शासक राणा सांगा की 12 अप्रैल को जयंती मनायी गई। करणी सेना…
घरों में घुसते हिरणों का वायरल वीडियो कांचा गचीबावली का नहीं बल्कि टेक्सास का वीडियो…
हाथ में खुलेआम बंदूक लेकर सड़क पर घूम रहे शख्स का वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल…