९ अगस्त २०१९ को फेसबुक पर ‘MP gopal ganj’ नामक फेसबुक यूजर द्वारा एक वीडियो पोस्ट किया गया था, इस वीडियो में पुलिस लोगों पर गोली चलाते दिख रही है, इस पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “आज 30 कश्मीरियों की मौत हो गई……|” वर्तमान में सरकार द्वारा कश्मीर से धारा ३७० हटाने को लेकर सोशल मंचों पर कई प्रकार के दावे हो रहे हैं, इस पोस्ट में कश्मीर की मौजूदा स्तिथी के चलते यह दावा किया जा रहा है कि – ‘वर्तमान में कश्मीर में पुलिस ने ३० कश्मीरियों को गोली मारकर मार डाला है |’ क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जब इस वीडियो का बारीकी से आँकलन किया तो हमने इस वीडियो के ०:०५वे सेकंड में गोली की आवाज़ सुनी, मगर धुआं बाई ओर से काफ़ी दूर से आता हुआ दिखा और यह प्रक्रिया तीनो बार गोली चलने के वक़्त गोली की आवाज़ के साथ हुआ | ०:११वे सेकंड में कुछ लोगों के हँसने की आवाज़ भी सुनाई देती है | इसके अलावा ०:४५वे सेकंड से एक माइक से घोषणा होती है, जिसमे कहा गया है कि, “एक बार पुनः अपने दर्शकों को बता दूं | यह केवल एक डेमो था, जिसमे खूंटी पुलिस ने अपनी सक्रियता दिखाई – कि किसी भी विषम परिस्थिति में निपटने के लिए हमारी पुलिस हमेशा तत्पर और तैयार है |” हमारे द्वारा वीडियो पर किये गए विश्लेषण को आप नीचे देख सकतें हैं |
हमने जब गूगल पर ‘खूंटी’ के बारे में ढूंढा, तो पता चला कि खूंटी जिला झारखंड में आता है | फिर हमने इस वीडियो की अधिक जानकारी के लिए InVid की मदद से वीडियो का स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च में ढूंढा | इस अनुसंधान में हमें YouTube पर ‘great INDIA’ द्वारा ३ नवम्बर २०१७ को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जो हुबहू उपरोक्त साझा वीडियो से मिलता है |
इसके अलावा अनुसंधान में हमें पिछले साल के कुछ वीडियो मिले, जिसमे यह कहा गया कि यह वीडियो मंदसौर में २०१८ को हुई किसानों पर गोलाबारी की है | VideoLink
क्योंकि एक ही वीडीयो को अलग अलग सालों में अलग अलग घटनाओं का बताया जा रहा था जिसके चलते हमने खूंटी के पुलिस उपायुक्त(Deputy Comissioner) सूरज कुमार से संपर्क साधा। उन्होंने हमें बताया कि, “यह वीडियो अक्टूबर २०१७ का है और यह खूंटी का ही है | यह पुलिस द्वारा आयोजित crowd-control का एक मॉक ड्रिल था | पिछले साल भी इस वीडियो को कई लोगों ने गलत विवरण(मन्दसौर) बता के साझा किया था और उस वक़्त यहाँ के तत्कालीन SP ने इस वीडीयो पे सपस्टिकरण दिया था |”
इन अनुसंधानों से यह बात स्पष्ट होती है कि पोस्ट में साझा वीडियो अक्टूबर २०१७ को झारखंड के खूंटी जिले में हुये एक मॉक ड्रिल का है और इसे मौजूदा हालात में वर्तमान कश्मीर का बताकर फैलाया जा रहा है, उपरोक्त वीडीयो का कश्मीर से कोई सम्बन्ध नहीं है | यह वीडियो गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “वर्तमान में कश्मीर में पुलिस ने ३० कश्मीरियों को गोली मारकर मार डाला है |” ग़लत है |
Title:२०१७ के एक मॉक ड्रिल वीडीयो को वर्तमान में कश्मीर का शूट-आउट वीडीयो बता फैलाया जा रहा है।
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
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