२६ अगस्त २०१९ को हमारे whatsapp नंबर 9049053770 पर हमारे एक पाठक श्री राजा राव द्वारा एक वीडियो और दावा भेजा गया व हमसे इसकी सत्यता जाँचने का निवेदन किया गया |
हमने जब इस दावे को सोशल मीडिया पर ढूंढा, तो हमने पाया कि ऐसे वीडीयो कई लोगों द्वारा विभिन्न सोशल मंचों पर पोस्ट किये गये हैं |
जहाँ यह वीडीयो पिछले कई सालों से सोशल मंचो पर अलग अलग जगह का बता पोस्ट किया जाता रहा है वहीँ हाल ही में २३ अगस्त २०१९ को फेसबुक पर ‘Veera Yan’ नामक एक फेसबुक यूजर ने इसे पोस्ट करते हुये ये दावा किया है कि ये वीडीयो चेन्नई से है, उनके पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “Chennai’s Thiruvanmiyur beach glows due to bioluminescent waves; experts warn of climate change. 19, Aug 2019, 2:02 PM IST. Chennai: Visitors to the Thiruvanmiyur beach in Chennai were in for a surprise after the waves crashed and glowed. Bioluminescent waves along the shore were spotted on Sunday night (August 18). Bioluminescence is caused by Noctiluca scintillans which is a type of phytoplankton that convert their chemical energy into light energy when washed ashore. ।” इस पोस्ट के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि, ‘यह वीडियो वर्तमान में चेन्नई के थिरुवानमियुर समुद्र तट में जीवद्रव्य तरंगों का है |’
क्या सच में ऐसा है ? आइये जानते है इस पोस्ट के दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
उपरोक्त वीडियो को ध्यान से देखने पर हमें इस वीडियो में ‘Peter Kragh’ नाम का वाटरमार्क दिखा |
जब हमने गूगल पर ‘Peter Kragh’ की-वर्ड्स को ढूंढा, तो हमें पता चला कि पीटर क्राघ कैलिफ़ोर्निया के सैन डिएगो से एक कैमरामैन हैं | हमें उनकी एक वेबसाइट मिली, जिसमे उपरोक्त दावे से हुबहू मिलता हुआ वीडियो डाला गया है | जब हमने दोनों वीडियो की तुलना की, तो हमने दोनों वीडियो को समान पाया | इस तुलना को आप नीचे देख सकतें है |
यह वीडियो YouTube पर ११ फ़रवरी २०१४ से मौजूद है और इस वीडियो के विवरण में लिखा गया है कि यह वीडियो कैलिफ़ोर्निया के डेल-मार व सोलाना समुद्री तट पर बनाया गया है |
इस अनुसंधान से यह बात साफ़ पता चलती है कि साझा किया गया वीडियो चेन्नई के नाम से भ्रम पैदा करने के लिए फैलाया जा रहा है | असलियत में यह वीडियो २०१४ में कैलिफ़ोर्निया के समुद्र तट पर हुई एक घटना का वीडीयो है|
जब हमने गूगल पर ‘bioluminescence in chennai beach’ कीवर्ड्स को ढूंढा, तो हमें कई समाचार वेबसाइट द्वारा प्रकाशित खबरें मिली | इन ख़बरों के मुताबिक यह कहा गया है कि चेन्नई के थिरुवानमियुर तट पर जीवद्रव्य तरंगें दिखी है और वैज्ञानिक इनके चेन्नई के समुद्री तट पर पाये जाने के कारण की जांच-पड़ताल कर रहें है | इन ख़बरों को पूरा पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
IndianexpressPost | ArchivedLink | IndiatodayPost | ArchivedLink | News18Post | ArchivedLink | News18Post | ArchivedLink |
फिर हमने इस बात की पुष्टिके लिए National Centre for Coastal Research (NCCR) के एक वैज्ञानिक से संपर्क कर बात की (नाम गोपनीय रखने की दरख्वास्त की गयी है | )
उन्होंने इस बारे में कहा कि, “यह बात सच है कि चेन्नई के कई पश्चिमी तटों पर १७, १८ व १९ तारिख को जीवद्रव्य तरंगें दिखी हैं | NCCR इस बारे में जांच कर रही है और जल्द ही इसके दिखने के कारण पता चलने पर एक प्रेस रिलीज़ जारी किया जायेगा | लेकिन यह वायरल वीडियो चेन्नई का नहीं है |”
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि पोस्ट में साझा वीडियो कैलिफ़ोर्निया के डेल-मार व सोलाना समुद्री तट का है, जो २०१४ में बनाया गया था |यह वीडियो चेन्नई के थिरुवामियुर समुद्र तट का नहीं है | वीडियो गलत विवरण के साथ लोगों को भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘यह वीडियो वर्तमान में चेन्नई के थिरुवामियुर समुद्र तट में जीवद्रव्य तरंगों का है |’ ग़लत है |
Title:यह वीडीयो २०१४ में कैलिफ़ोर्निया के समुद्री तट पर घटी एक जीव दीप्ति घटना का वीडीयो है |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
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