हैदराबाद में २७ नवम्बर २०१९ को घटी एक निंदनीय घटना के सामने आने पर, सोशल मिडिया पर तरह-तरह की ख़बरें फ़ैल रही है और लोग कई प्रकार के दावे कर रहें है | इसी प्रकार का एक वाइरल होता वीडियो हमें सोशल मंचो पर मिला | ४ दिसम्बर २०१९ को फेसबुक पर ‘Padaliya Kanishka’ द्वारा एक youtube वीडियो का लिंक शेयर किया गया है | यह वीडियो Rajasthani Vlogs नामक एक youtube पेज द्वारा २ दिसम्बर २०१९ को अपलोड किया गया था |
वीडियो में ग़ाज़ियाबाद के निवासी यति नासिंहानंद सरस्वती द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि, “हैदराबाद दुष्कर्म घटना में सभी बलात्कारी मुसलमान नाबालिक है, मगर झूठे हिन्दु नाम का प्रयोग किया गया है |” पोस्ट के विवरण में लिखा है कि, “ये भांड मीडिया कितना पैसा खाया है इनको हिन्दू बनाने के लिए |”
क्या है इस घटना से जुड़े आरोपियों का सच? आइये जानते है इस दावे की सच्चाई |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने सबसे पहले इस घटना के बारे में गूगल पर जानकारी प्राप्त की, तो Sakshi द्वारा २९ नवम्बर २०१९ को प्रकाशित एक ख़बर मिली | इस ख़बर के अनुसार इस घटना की जांच-पड़ताल करके आरोपियों को पकड़ने के लिए सायबेराबाद के पुलिस कमिश्नर V C Sajjanar व शमशाबाद DCP N Prakash Reddy द्वारा १५ ख़ास दल नियुक्त किये गए थे | घटना के २४ घंटे के अंदर ही चार आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया | इन चार आरोपियों में से महबूब नगर जिले के नारायणपेट के मोहम्मद पाशा नाम के एक लॉरी ड्राइवर को मुख्य संदिग्ध के रूप में गिरफ्तार किया गया था | इसके साथ गुडीगंदला से जोलू नवीन नाम का ड्राइवर, सफाईकर्मी चिन्यथाकुन्ता चेन्नेकसवुलु, जोलु सिवा नाम का एक और सफाईकर्मी भी गिरफ़्तार किया गया था | पूरी ख़बर को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |
इस घटना पर अधिक जानकारी के लिए हमने पहले शादनगर पुलिस थाने के SI A. Sreedhar Kumar से संपर्क किया |
उन्होंने हमें रिमांड केस डायरी की तस्वीर भेजते हुए कहा कि, चारों में से पहला आरोपी : मोहम्मद आरिफ़ की उम्र २६ साल है, अन्य दो आरोपी : जोल्लू शिवा व जोल्लू नवीन कुमार की उम्र २० वर्ष की है और चौथा आरोपी : चिंताकुंटा चेन्ना केशावुलू की उम्र २१ वर्ष की है | इनमे से कोई भी नाबालिक नहीं है |
इसके बाद हमने शमशाबाद DCP N Prakash Reddy से संपर्क किया | उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो देखकर उन्होंने हमें कहा कि, (हिंदी अनुवाद) यह गलत जानकारी है | हमने इस बारे में चेतावनी भी जारी की है कि इस घटना को अगर किसी ने भी जातिवाद या सांप्रदायिक रंग-रूप दिया, तो उसके खिलाफ झूठी अफवाह फैलाने के जुर्म में सख्त कार्यवाही की जाएगी |
इसके अतिरिक्त हमें CNN-News18 व Republic World समाचार चैनलों के YouTube चैनल पर २९ नवम्बर २०१९ को अपलोड इस घटना पर पुलिस द्वारा दिए गए बयान भी प्राप्त हुए |
जब हमने “yati narsimhanand saraswati” कीवर्ड्स नाम को गूगल पर ढूंढा, तो हमें २२ अक्टूबर २०१९ को प्रकाशित एक ख़बर प्राप्त हुई जिसके अनुसार यति नासिंहानंद सरस्वती पर भड़काऊ भाषण देने के जुर्म में शिकायत दर्ज हुई है | इसके अलावा ये भी पता चला कि अतीत में भी उनके द्वारा इस प्रकार के भड़काऊ बयानो के चलते उनपर कई शिकायतें दर्ज हैं व पुलिस द्वारा पूर्व में उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही की गई है ,जिससे यह बात स्पष्ट होती है कि इस प्रकार के विवादित भाषण उनके द्वारा अक्सर दिए जाते हैं |
Aajtak.intodayPost | ArchivedLink
LivehindustanPost | ArchivedLink
इस अनुसंधान से यह बात स्पष्ट होती है कि उपरोक्त पोस्ट में साझा वीडियो में यति नासिंहानंद सरस्वती नामक व्यक्ति द्वारा किया गया दावा सरासर अफवाह है जो लोगों में आक्रोश पैदा करने के लिए व उन्हें भ्रमित करने के उद्देश्य से फैलाया जा रहा है |
जांच का परिणाम : उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा “हैदराबाद दुष्कर्म घटना में सभी बलात्कारी मुसलमान नाबालिक है, मगर झूठे हिन्दु नाम का प्रयोग किया गया है |” ग़लत है |
Title:हैदराबाद दुष्कर्म घटना में चारो आरोपी को मुसलमान नाबालिक बताकर सांप्रदायिक आक्रोश फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Natasha VivianResult: False
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