
२७ जून २०१९ को फेसबुक पर ‘Purushottam Sharma’ नामक एक यूजर ने एक पोस्ट साझा किया है | पोस्ट में एक विडियो साझा किया गया है | विडियो में एक सेना का जवान दिखाई दे रहा है | कुछ स्कूली बच्चे एक के बाद एक आकर इस जवान के पैर छू रहे है | कुछ बच्चे हाथ मिला रहे है |
पोस्ट के विवरण में लिखा गया है कि,
काश के कश्मीर के पत्थरबाज इन नवजवानों से कुछ सीखते । भारतीय सेना |
इस पोस्ट व्दारा किया यह दावा किया जा रहा है की यह एक भारतीय जवान है | बच्चे इस जवान की कितनी इज्जत कर रहे है | कश्मीर के पत्थरबाजों को इन बच्चों से कुछ सीखना चाहिए | विडियो को बारीकी से देखने पर इस बात पर विश्वास करना कठिन है कि, यह इंडियन आर्मी का जवान है | इंडियन आर्मी की वर्दी अलग है | तो आइये जानते है इस विडियो व दावे की सच्चाई |
मूल पोस्ट यहाँ देखें – ‘Purushottam Sharma’ | ARCHIVE POST
संशोधन से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने पोस्ट में साझा विडियो को इन्विड टूल का इस्तेमाल करते हुए छोटे फ्रेम्स में तोडा और उन टुकड़ों को रिवर्स इमेज सर्च किया | इस सर्च से हमें यांडेक्स द्वारा ‘अक्की’ नामक यूजर द्वारा किया हुआ एक ट्वीट का लिंक मिला | इस ट्वीट के जवाब में ‘Common man’ नामक एक यूजर ने यू-ट्यूब का एक लिंक साझा करते हुए यह लिखा है कि, यह श्रीलंका का विडियो है | हम यू-ट्यूब के उस लिंक पर गए तो हमें Sri Lanka Breaking News नामक चैनल द्वारा २ जून २०१९ को प्रसारित एक विडियो मिला | यह वही विडियो है, जो उपरोक्त पोस्ट में साझा किया गया है | इस विडियो के विवरण में लिखा गया है कि, Video shows children of a school getting blessing from a soldier who stands for protection of the school. आप यह विडियो नीचे देख सकते है |
इसके अलावा हमें गूगल रिवर्स इमेज सर्च से ‘citizen.lk’ नामक वेबसाइट का ३१ मई २०१९ को प्रसारित खबर का एक लिंक मिला | इस लिंक पर इस विडियो के साथ कुछ स्क्रीनशॉट दिए गए है और खबर में लिखा गया है कि, ईस्टर बम विस्फोटों के बाद श्रीलंका में स्कूलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है | बच्चों ने एक सुरक्षा जवान को अभिवादन किया |
पूरी खबर यहाँ पढ़ें – ‘citizen.lk’ | ARCHIVE CITIZEN
इसके अलावा ‘9lanka.com’ नामक एक श्रीलंकन वेबसाइट पर भी हमें यही विडियो तथा विडियो स्क्रीनशॉट मिले |
पूरी खबर यहाँ देखें – ‘9lanka.com’ | ARCHIVE NEWS
इसके बाद हमने ‘schools reopen in srilanka amid tight security’ इन की वर्ड्स के साथ गूगल सर्च किया तो हमें ‘द हिन्दू’ द्वारा ६ मई २०१९ को प्रसारित एक खबर मिली | खबर ईस्टर बम विस्फोटों के बाद स्कुल शुरू होने तथा सुरक्षा इंतजाम के बारे में है | इस खबर में हम एक तस्वीर भी देख सकते है, जिसमे बच्चों के बैग की तलाशी ली जा रही है |
पूरी खबर यहाँ पढ़ें – ‘द हिन्दू’ | ARCHIVE HINDU
इस खबर में कहा गया है कि, सुरक्षा के मद्देनजर स्कूली बच्चों को पारदर्शी बैग का इस्तेमाल करने की हिदायत दी गई थी |
इस आधार पर हमने विडियो में कुछ बच्चों के कन्धों पर लटके बैग देखे तो हमें पता चला कि, इस तरह के पारदर्शी बैग उनके पास है | आप यह बात नीचे की स्क्रीनशॉट पर देख सकते है |
विडियो में हम एक ऑटोरिक्शा को गुजरते हुए देख सकते है | हमने श्रीलंका में दौड़ने वाले ऑटोरिक्शा की तस्वीरें देखि, तो दोनों ऑटोरिक्शा में काफी समानता हमें दिखाई दी | आप यह तुलना नीचे देख सकते है |
हमने यह भी देखा कि, भारत व श्रीलंका की आर्मी की वर्दी भी अलग है | दोनों देशों के संयुक्त युद्ध अभ्यास की एक तस्वीर हमने देखि | वायरल विडियो में जो जवान है, उसकी वर्दी भी इस तस्वीर में मौजूद श्रीलंका के जवानों जैसी ही है | आप यह तुलना नीचे देख सकते है |
इस संशोधन से यह पुख्ता तौर पर स्पष्ट होता है कि, यह विडियो भारत के किसी शहर का या कश्मीर का नहीं है और ना ही यह जवान इंडियन आर्मी का है | यह विडियो श्रीलंका का है, जिसमे बच्चे स्कुल की सुरक्षा में तैनात एक जवान के प्रति अपनी संवेदना प्रकट के रहे है |
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में साझा विडियो के साथ किया गया दावा कि, “काश के कश्मीर के पत्थरबाज इन नवजवानों से कुछ सीखते । भारतीय सेना |” सरासर गलत है | यह विडियो श्रीलंका का है |

Title:क्या कश्मीर में स्कूल जाते बच्चे इस भारतीय जवान के पैर छू रहे है ?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
