यह वीडियो साल 2022 में बंगाल में हुए नगर निकाय का है, इसका अभी चल रहे लोकसभा चुनाव या AIMIM के लिए फर्जी वोटिंग से कोई संबंध नहीं है।
लोकसभा चुनाव 2024 के बीच सोशल मीडिया पर पोलिंग बूथ पर मतदान कर्मी के फर्जी वोट करने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे यूज़र इस दावे के साथ प्रचारित कर रहे हैं कि, हैदराबाद के बहादुरपुर में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के कार्यकर्ताओं ने फर्जी वोटिंग की है। वीडियो इस कैप्शन के साथ साझा किया जा रहा है….
एमआईएम बहादुरपुरा हैदराबाद असुद्दुदीन ओवैसी का निर्वाचन क्षेत्र (तेलंगाना) का कृपया इसे वायरल करें ताकि चुनाव आयोग द्वारा पुनः चुनाव कराया जा सके।
अनुसंधान से पता चलता है कि….
हमने वायरल वीडियो की जांच के लिए कीफ्रेम्स निकालकर रिवर्स इमेज सर्च किया , परिणाम में हमें टीवी 9 बांग्ला के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो मिला। जिसे 27 फरवरी, 2022 को अपलोड किया गया था। वीडियो के साथ कैप्शन बांग्ला में लिखा है , जिसका अनुवाद करने पर पश्चिम बंगाल नगर निगम चुनाव 2022। साउथ दमदम के वार्ड नंबर 33 के बूथ नंबर 108 पर वोटर ने नहीं डाला वोट, एजेंट ने डाला वोट यह पता चला। वीडियो के नीचे डिस्क्रिप्शन में यह जानकारी है कि दक्षिण दम दम नगर पालिका के वार्ड नंबर 33 के लिए लेकव्यू स्कूल में मतदान चल रहा है. एजेंट ने ही मतदाताओं को रोका और ईवीएम पर बटन दबाया। वह वीडियो देखें।
हमें एक बांग्ला वेबसाइट पर इस घटना से सम्बंधित रिपोर्ट प्रकाशित मिली, जो 27 फरवरी 2022 का है। रिपोर्ट में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही खबर में बताया गया है कि वीडियो ‘बूथ नंबर 108, वार्ड नंबर 33, साउथ दमदम का है। जहां पर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने बूथ पर कब्ज़ा कर लिया।’
खोज में आगे बढ़ते हुए हमने कांग्रेस के पश्चिम बंगाल के स्टेट एक्स अकाउंट पर फरवरी 2022 में वीडियो संबंधी पोस्ट देखा। इसमें वायरल वीडियो साझा करते हुए तृणमूल कांग्रेस पर चुनावी धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था ।
CPIM West Bengal के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर वायरल वीडियो से जुड़ी एक पोस्ट को देखा जा सकता है। इसमें वायरल वीडियो 27 फरवरी 2022 में शेयर किया गया था। मौजूद जानकारी के अनुसार, वीडियो पश्चिम बंगाल के नगर पालिका चुनाव का है। इसे पश्चिम बंगाल की दक्षिण दमदम नगर पालिका के लेक व्यू स्कूल, बूथ नंबर 108, वार्ड 33, का बताया गया है।
इसके बाद हमने दावे से जुड़ी एक प्रेस रिलीज को तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया हुआ देखा।यह पोस्ट 15 मई 2024 का है , जिसमें मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया है, कि वायरल वीडियो का तेलंगाना से कोई संबंध नहीं है। सोशल मीडिया पर गलत दावा वायरल हो रहा है। वहीं प्रेस रिलीज में हम वीडियो के तेलंगाना से न होने और इसके तेलंगाना में विधानसभा चुनाव या लोकसभा चुनाव से संबंधित न होना लिखा देख सकते है।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि यह वीडियो तेलंगाना में AIMIM कार्यकर्ताओं द्वारा मतदान में धांधली को नहीं दर्शाता है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच के पश्चात हमने तेलंगना में एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं द्वारा फर्जी वोटिंग के वायरल वीडियो को झूठा पाया है। असल में वीडियो 2022 का है, जब पश्चिम बंगाल में नगर निकाय का चुनाव हुआ था। वीडियो का तेलंगाना या एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं द्वारा फर्जी वोटिंग से कोई लेना देना नहीं है।
Title:लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़ कर AIMIM के लिए फर्जी वोटिंग का झूठा व गलत वीडियो वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
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