करोना वैक्सीन टिकाकरण के अंतर्गत हालही में देश में हर जगह कोरोना की वैक्सीन पहुँचायी गयी। कुछ जगहों पर वैक्सीन को हवाईजहाज में ले जाया गया व कई जगहों पर ट्रकों व मिनीवैन से वैक्सीन पहुँचायी गयी। वैक्सीन के वितरण व इनके ट्रांसपोर्ट को लेकर चलते सोशल मंचों पर कई तस्वीरें व वीडियो वायरल हो रहें हैं, इन्हीं में से एक वीडियो को इंटरनेट पर काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है, उसमें आप कई लोगों की भीड़ को रास्ते पर हंगामा करते देख सकते है। इसी बीच भीड़ में से हाथ में डंडा लिया हुआ एक शख्स एक गाड़ी पर चढ़ जाता है, यह आप उस वीडियो में देख सकते है।

वायरल हो रहे वीडियो के शीर्षक में लिखा है,

पश्चिम बंगाल के वर्धमान में जमीयत और तृणमूल कांग्रेस मुस्लिम प्रकोष्ठ नेताओं ने वैक्सीन की गाड़ी रोक कर हंगामा मचाया इनका कहना था वैक्सीन वापस ले जाओ, सारी दुनियां को वैक्सीन का इंतजार है किन्तु यहां!

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https://twitter.com/Gwaliorwale1/status/1349784525123960832

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा दावा सरासर गलत है। वीडियो में दिख रही भीड़ पश्चिम बंगाल के बर्धमान में कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही थी। इस प्रदर्शन का कोविड वैक्सीन के ट्रांसपोर्ट से कोई संबंध नहीं है।

वायरल हो रहे इस दावे की शोध हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च के माध्यम से की, परिणाम में हमें न्यूज़ स्टेट नामक एक समाचार संस्था के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो प्रसारित किया गया मिला जिसमें हमें वायरल हो रहे वीडियो में दिखाये गये कुछ दृष्य देखने को मिले। इन दृष्यों को आप 5.04 मिनट से आगे तक देख सकते है। वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “पश्चिम बंगाल: NH-2 पर सिद्दीकुल्ला चौधरी का हंगामा, देखें कैसे घुमाया डंडा,” और उसके नीचे दी गयी जानकारी में लिखा है, “कोरोना वैक्सीन: कोलकाता में मंत्री का रोड़ में पर हंगामा, ट्रैफिक में फंसी कोरोना वैक्सीन ले जा रहा ट्रक।”

वीडियो में दी गयी रीपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल में बर्धमान जिले के पास एन.एच 2 पर टी.एम.सी के कार्यकर्ता कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, इस प्रदर्शन का नेतृत्व टी.एम.सी के राज्य मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी कर रहे थे। इसी दौरान सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने एक डंडा हाथ में लिया व लोगों को रास्ते से हटाने लगे और एक गाड़ी के बोनेट पर चढ़ गये ताकि उनकी आवाज़ वहाँ मौजूद लोगों तक पहुँच सके। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि, विरोध प्रदर्शन के चलते करीबन 5 से 6 घंटा वहाँ ट्रैफिक जाम था, जिसके कारण वैक्सीन ले जा रही गाड़ी भी उस जाम में फँस गयी थी, परंतु उसे दूसरे रास्ते से उसके मुकाम तक पहुँचाया गया।
आपको बता दें कि इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रुप से जमीयत उलेमा-ए-हिंद के कार्यकर्ता शामिल थे। सिद्दीकुल्लाह चौधरी इस संस्था के राज्य अध्यक्ष है।

इस वीडियो को इस वर्ष 13 जनवरी को प्रसारित किया गया था।

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इसके पश्चात उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने गूगल पर और अधिक कीवर्ड सर्च किया और हमें खबर एन.डी.टी.वी के समाचार लेख में इस विषय में जानकारी मिली। जानकारी के मुताबिक एन.एच 2 पर जिस जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा उसके पांच किलोमीटर पहले वैक्सीन वैन को डायवर्ट कर दूसरे रास्ते से भेजा गया था। यह समाचार लेख इस वर्ष 14 जनवरी को प्रकाशित किया गया था।

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इसके पश्चात उपरोक्त दावे पर स्पष्टीकरण लेने के लिए हमने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के पश्चिम बंगाल के जनरल सेक्रेटरी मुफ्ती अब्दुस सलाम से संपर्क साधा तो उन्होंने इस दावे हास्यास्पद बताया व इस दावे को गलत बताते हुए कहा,

“वायरल हो रहा दावा बिलकुल ग़लत है। जिस गाड़ी पर सिद्दीकुल्लाह साहब खड़े है वह गाड़ी सब्ज़ी व अन्य वस्तु ले जाने वाली गाड़ी है, उस गाड़ी में वैक्सीन थी ही नहीं, वैक्सीन ले जाने वाली गाड़ियाँ ऐसी नहीं दिखती है। वैक्सीन की गाड़ी जो बर्धमान से बाकोड़ा के लिए जा रही थी, उसे ठीक 3 किलोमीटर पहले ही डायवर्ट कर दिया गया था। उस दिन याने की 13 (जनवरी) तारीख को हमने कृषी कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था जिसका ऐलान हमने 2 जनवरी को ही कर दिया था। हमें कोरोना के वैक्सीन की गाड़ी उसी रास्ते से आगे बढ़ रही है उसकी कोई जानकारी नहीं थी। हम जैसे उस जगह पहुँचे उसके पहले ही सिद्दीकुल्लाह साहब के समर्थक रास्ते पर बैठ चुके थे, जिसके बाद वे उन लोगों को रास्ते से हटा रहे थे। उनका कहना था कि रास्ते के एक तरफ बैठकर धरना प्रदर्शन करेंगे ताकि गाड़ियों को आने जाने में परेशानी न हो। हमने रास्ते के एक तरफ मंच व पंडाल भी लगाया हुआ था।“

इसके पश्चात उपरोक्त सारे सबूतों की पुष्टि करने हेतु हमने बर्धमान के एस.पी भास्कर मुखर्जी से संपर्क किया व उन्होंने हमसे कहा कि,

“वायरल हो रहा दावा बिलकुल बेबुनियाद है। वैक्सीन की जो वैन आ रही थी उसको डायवर्ट करके उसके मुकाम तक पहुँचाया है हमने, इसके लिए उस वैन को केवल पाँच किलोमीटर ज़्यादा चलना पड़ा और इसमें उस वैन को अपने मुकाम तक पहुँचने के लिए जो टाइम सुनिश्चित किया था उसे उससे केवल 10 मिनट ज़्यादा लगे और एक सेकंड के लिए भी वैक्सीन की वैन रुकी नहीं, उसको पहले से ही डायवर्ट किया गया था।“

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत है। वीडियो में दिख रही भीड़ पश्चिम बंगाल के बर्धमान में कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही थी। इस प्रदर्शन का कोविड वैक्सीन के परिवहन से कोई संबंध नहीं है।

फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :

१. भारतीय पासपोर्ट से राष्ट्रीयता का कॉलम नहीं हटाया गया है|

२. ट्रैक्टर बेचने वाली कंपनी ने विज्ञापन के लिए प्रसारित किये हुए वीडियो को किसानों के ट्रैक्टर मार्च से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

३. 2019 में कुछ सिख दलों द्वारा मानव अधिकार दिवस पर किये गए विरोध की तस्वीरों को वर्तमान किसान आंदोलन से जोड़ा जा रहा है।

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Title:टी.एम.सी नेता सिद्दीकुल्लाह चौधरी द्वारा कृषि कानून के विरोध में किये प्रदर्शन को कोरोना वैक्सीन विरोध से जोड़कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False