मेरठ पुलिस ने इस बात का खंडन किया कि यह बोर्ड उन्होंने नहीं लगाया था, बल्की कुछ शरारती तत्वों ने लगाया था।

इन दिनों इंटरनेट पर एक तस्वीर तेज़ी से वायरल हो रही है। उसमें आप देख सकते है कि मेरठ पुलिस थाना की दीवार पर “भाजपा कार्यकर्ताओं का थाने में आना मना है।” इस बोर्ड में थाना प्रभारी संतशरण सिंह का नाम भी लिखा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि यह बोर्ड पुलिस ने लगाया है।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है, “भाजपा कार्यकर्ताओं का थाने में आना मना हैं। जनता के साथ साथ अब अधिकारी भी परेशान हो चुके हैं। सलाम हैं ऐसे दबंग अधिकारियों को।“

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

इसकी जाँच हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च कर की। परिणाम में हमें अमर उजाला का लेख मिला, उसमें इस तस्वीर के पीछे का पूरा प्रकरण बताया गया है।

इसमें बताया गया है कि भाजपा के कुछ लोग एक विधवा की दुकान पर किये गये अवैध कब्जा हटवाने की मांग को लेकर मेरठ के मेडिकल थाने गये थे। परंतु भाजपाई पुलिस की कार्रवाई से नाखुश थे इसलिये उन्होंने थाने में हंगामा शुरू कर दिया। जिस वजह से उन्हें थाना प्रभारी संतशरण सिंह ने बाहर जाने को कहा।

इसपर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों अभद्रता करने का आरोप लगाया व उनपर कार्रवाई करने की मांग की। फिर उन्हीं लोगों ने तस्वीर में दिख रहा बैनर पुलिस थाने की दीवार पर लगाया। बताया गया है कि इसमें पुलिस ने उन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

फैक्ट क्रेसेंडो ने मेडिकल थाने के प्रभारी संतशरण सिंह से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “इस तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। पुलिस थाने के बाहर यह बैनर पुलिस ने नहीं लगाया था। कुछ असामाजिक तत्वों ने इस बैनर को लगाया था। उनमें से हमने सात लोगों को गिरफ्तार किया था और अब उनकी जमानत हो गयी है।“

इसके बाद आगे की जाँच करने पर हमें मेरठ पुलिस के हैंडल से 27 मई को किया गया ट्वीट मिला। उसमें उन्होंने इस दावे का खंडन करते हुये बताया कि इस तस्वीर में दिख रहा बैनर असामाजिक तत्वों ने पुलिस की छवी खराब करने के लिये थाने की दीवार पर लगाया था। ये बैनर पुलिस ने नहीं लगाया है।

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हमें इसके साथ एक और ट्वीट मिला जिसमें मेरठ के पुलिस अधिक्षक का वीडियो शेयर किया गया है जिसमें वे पूरे प्रकरण के बारें में जानकारी बता रहे है। और उन्होंने वायरल दावे को गलत बताया है।

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। यह बैनर पुलिस ने नहीं लगाया है।

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Title:क्या मेरठ पुलिस ने “भाजपा कार्यकर्ताओं को अंदर जाना मना है” का बोर्ड लगाया है? जानिये सच...

Fact Check By: Samiksha Khandelwal

Result: Misleading