केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इस दावे को खारीज किया है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नाम से टोल देने के संदर्भ में एक मेसेज वायरल हो रहा है। इस मेसज में दावा किया जा रहा है कि नितिन गडकरी ने लोगों से टोल प्लाजा पर सिंगल या डबल साइड की जगह 12 घंटे की पर्ची कटवाने के लिए कहा। लिखा है कि अगर कोई वाहनधारक 12 घंटे की पर्ची कटवाकर उतने समय के भीतर वापर आता है तो उसे कोई टोल देने की जरूरत नहीं।
फैक्ट क्रेसेंडो के पाठकों ने यह मेसेज हमारे व्हाट्सएप फैक्टलाईन नंबर (9049053770) पर भेजकर इसकी सच्चाई पूछी।
वायरल मेसेज में लिखा है – “आप टोल प्लाजा पे पर्ची कटवाते हो तो वो पूछता है कि एक साइड की दू या दोनों साइड की तो मित्रों में आपको बता दूं की आप उन्हें कहें कि पर्ची 12 घण्टे की दो। ना कि डबल या सिंगल साइड अगर आप 12 घंटे में वापस आ सकते हो तो आपको कोई टोल नही लगेगा पर्ची पर भी समय लिखा होता है। जानकारी के अभाव में हम लोगों से टोल प्लाजा वाले चोर बाजारी करके हर रोज लाखों रुपया हजम कर रहे है। आप सबसे मेरी दरखास्त है कि इस सन्देश को सब लोगों के पास पहुंचाए और जनता को जागरूक करें। धन्यवाद। निवेदक: नितिन गडकरी।“
(शब्दश:)
अनुसंधान से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने इस बात की पुष्टि करने के लिए गूगल पर कीवर्ड सर्च किया। हमें ऐसा कोई समाचार लेख नहीं मिला जो इस बात की जानकारी देता हो कि केंद्रीय मंत्री गडकरी ने लोगों को 12 घंटे की टोल की पर्ची लेने का आवाहन किया हो।
बता दें कि नितिन गडकरी के नाम से यही मेसेज पिछले कई सालों फैलाया जा रहा है।
फैक्ट क्रेसेंडो ने पत्र एवं सूचना कार्यालय (PIB) में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अतिरिक्त महानिदेशक मट्टू जे. पी सिंह से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “वायरल हो रही खबर गलत है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। उन्होंने लोगों से टोल प्लाजा के कर्मचारियों से 12 घंटे की पर्ची लेने का सुझाव नहीं दिया है। हमने इसका स्पष्टिकरण अपने ट्वीटर हैंडल पर दिया है।”
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के ट्वीटर हैंडल पर 28 दिसंबर 2018 में दिया गया स्पष्टिकरण मिला। उसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि, टोल शुल्क के संबन्ध में वायरल हो रहा बयान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नहीं दिया था।
आप देख सकते है कि इस ट्वीट में उन्होंने दो तस्वीरें प्रकाशित की है। उनमें टोल प्लाज़ा के शुल्क की जानकारी और टोल प्लाजा ने नियम बताए गए है। उसमें 12 घंटे की पर्ची का कोई नियम नहीं बताया गया है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहा दावा गलत है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। 12 घंटे में वापस आने पर टोल न देने का कोई नियम नहीं है।
Title:FACT CHECK: क्या 12 घंटों में वापस आने पर टोल न देने का नितिन गडकरी ने ऐलान किया?
Fact Check By: Rashi JainResult: False
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