हालही में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर सोशल मंचो पर कई वीडियो व तस्वीरें गलत दावों के साथ वायरल होती चली आ रही है, इन दिनों इंटरनेट पर एक तस्वीर काफी चर्चा में है, उस तस्वीर में आपको हज़ारों की तादाद में लोग रास्ते पर बैठे हुए नज़र आएंगे। तस्वीर के साथ जो दावा वायरल हो रहा है, उसके मुताबिक यह तस्वीर दिल्ली की है, जहाँ किसान आंदोलन करते हुए पहुँचे है।

वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,

“आज की ऐतिहासिक तस्वीर #StandWithFarmers #FarmersProtest #Delhi।“

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रही तस्वीर 2018 से महाराष्ट्र में किसान विरोधी नीतियों के विरोध में हुए किसान आंदोलन की है। इस तस्वीर का वर्तमान में हो रहे किसान आंदोलन व किसान बिल से कोई संबन्ध नहीं है।

जाँच की शुरूवात हमने इस तस्वीर को गूगल रीवर्स इमेज सर्च के ज़रिये की तो परिणाम में हमें मुंबई लाइव नामक एक समाचार संस्था का ट्वीट मिला जिसमें उन्होंने वायरल हो रही तस्वीर को प्रकाशित किया हुआ है। इस ट्वीट में उन्होंने दो तस्वीरें प्रकाशित की हुई है। ट्वीट के शीर्षक में लिखा है, “किसान विरोधी नीतियों के विरोध में लगभग 25,000 किसान मुंबई की ओर मार्च कर रहे हैं। वे ठाणे में विवियाना मॉल के सामने पूर्वी एक्सप्रेसवे हाईवे पर इकट्ठा हुए है।“

यह ट्वीट मुंबई लाइव ने 10 मार्च 2018 को किया है।

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अगर आप उपरोक्त तस्वीर और वायरल हो रही तस्वीर को गौर से देखेंगे तो आपको उनमें Mumbailive.com लिखा हुआ नज़र आएगा।

इसके पश्चात हमने कीवर्ड सर्च के माध्यम से 2018 में महाराष्ट्र में हुए किसान आंदोलन के बारे में जानकारी हासिल की। हमें टाइम्स ऑफ इंडिया का एक समाचार लेख मिला जो 11 मार्च 2018 को प्रकाशित किया गया है। उसमें लखा है कि, “180 कीलोमीटर का पैदल सफर तय कर लगभग 12,000 किसान ठाणे पहुँचे है, इसके बाद वे दक्षिण मुंबई विधानसभा के सामने प्रदर्शन करेंगे जहाँ बजट सत्र होने जा रहा है। किसान विरोधी नीतियों के विरोध के चलते किसान आंदोलन कर रहे है।“

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आपको बता दें कि 2018 में महाराष्ट्र में अलग-अलग जगहों से किसान इस मार्च में शामिल हुए थे, यह मार्च नासिक से शुरू हुआ था।

हमें अधिक जाँच के दौरान इंडिया टी.वी द्वारा प्रसारित एक वीडियो मिला जिसमें 2018 में हुए किसान मार्च की रिपोर्ट दिखाई हुई है।

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत है। वायरल हो रही तस्वीर 2018 से महाराष्ट्र में किसान विरोधी नीतियों के विरोध में हुए किसान आंदोलन से है। इस तस्वीर का वर्तमान में हो रहे किसान आंदोलन व किसान बिल से कोई संबन्ध नहीं है।

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Title:2018 महाराष्ट्र में हुए किसान आंदोलन की तस्वीर को वर्तमान किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False