४ अगस्त २०१९ को “वंदना शर्मा” नामक एक फेसबुक यूजर ने एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “साम्प्रदायिक नफ़रत में कुछ लोग इस क़दर तक अंधे हो चुके हैं कि मासूम जानवर तक को नहीं छोड़ते….धरम की नफ़रत के चक्कर में पहले लोगों को मारा जाता था और आज बेज़ुबान गाय पर अत्याचार हो रहा है…यह रोहिंग्या मुस्लिम है जो जिंदा गाय की खाल उतार रहे है, इनको हमारे देश मे बसाने के लिये, यंहा के मुस्लिम उनका साथ दे रहे है” |
सोशल मीडिया पर एक विशिष्ट धर्म सम्प्रदाय के लोगों द्वारा गाय की चमड़ी उतारने की तस्वीर शेयर की जा रही है। पोस्ट के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर भारत से है जहाँ एक विशिष्ट अल्पसंख्यक धर्म के लोगों का दूसरे विशिष्ट बहुसंख्यक धर्म के लोगों से धार्मिक घृणा के चलते इस गाय पर अत्याचार किया जा रहा है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर काफ़ी तेजी से फैलाया जा रहा है।
संशोधन से पता चलता है कि..
जांच की शुरुआत हमने इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम में हमें एक ब्लॉग का लिंक मिला जिसे २०१५ में प्रकाशित किया गया था, इस ब्लॉग में तस्वीर का उल्लेख करते हुए लिखा गया था कि “जानवरों का कत्ल करना बहुत क्रूर है Page 3 Kaskus” |
तस्वीर की फ़ाइल के नाम से हमें यह पता चला कि इस तस्वीर को ब्लॉग में सितंबर २०१६ को जोड़ा गया था।
२९ सितम्बर २०१६ को Lowyat की वेबसाइट पर इस तस्वीर को अपलोड किया गया था, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “चमड़े के लिए जिंदा गायों की खाल निकाली जा रही है, गाय की चाल को रोकने के लिए उसके अंगों/पैरों को काट दिया गया है” | साथ ही इस तस्वीर का सोर्स भी दिया गया है, सोर्स वेबसाइट जिस्टमेनिया पर यह अंकित है कि “चीन में जिंदा गाय की चमड़ी निकालते वक्त की चौंकाने वाली तस्वीरें” | साथ ही लिखा गया है कि ऑनलाइन रिपोर्टों के अनुसार, गाय की खाल को चीन में अकसर जिंदा ही निकाला जाता है।
२ सितम्बर २०१९ को निजिया न्यूज़ के उनके आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से येही तस्वीरें साझा करते हुए लिखा गया है कि “चीन में जिंदा गाय की चमड़ी निकालते वक्त की चौंकाने वाली तस्वीरें” |
इस तस्वीर के बारे में शुरूवात से ही सारे ब्लॉगों ने कहा है कि तस्वीर चीन में क्लिक की गई थी पर कहीं भी इस तस्वीर को भारत से होने के प्रमाण नहीं मिले, ये तस्वीर चीन से है कि नहीं ये पूर्ण रूप से स्थापित नहीं हो पाया है पर ये स्पष्ट है कि ये तस्वीर भारत से नहीं है।
निष्कर्ष: तथ्यों के जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है, भारत के बाहर क्लिक की गई एक असत्यापित तस्वीर को लोगों द्वारा भड़काऊ संदेश के साथ साझा किया जा रहा है कि देश में सांप्रदायिक घृणा के कारण पशु की क्रूर तरीके से चमड़ी निकाली जाती है |
Title:गाय की चमड़ी उतारने की यह वायरल तस्वीर भारत से नहीं है।
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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