सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफ़ी साझा की जा रही है | पोस्ट मे यह कहा जा रहा है कि “कावेरी द्वारा अचानक 125 बसों को रद्द कर दिया गया है | TSRTC ने ज़्यादातर बसों को रद्द कर दिया है, IT मतदाताओं को मतदान से रोकने के लिया |” कितनी सच्चाई है इस दावे में, आइये देखते हैं |
सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:
तथ्यों की जांच:
हमने जांच की शुरुआत उपरोक्त पोस्ट मे दिए गए दावे को गूगल में ढूंढकर की और हमें ABN Telugu द्वारा इस न्यूज़ का विडियो मिला |
इस न्यूज़ के विडियो मे कहा गया है कि “१० अप्रैल २०१९ को कावेरी ट्रेवल्स ने १२५ बसों को रद्द कर दिया | ५००० लोग फंसे हुए थे | इन यात्रियों को व्हाट्स ऐप पर मैसेज भी मिला की बसें ड्राईवर की कमी होने के कारण रद्द हो गयी है और उनके पैसे उन्हें वापस कर दिए जाएंगे | मगर ख़बर मिली है कि कावेरी ट्रेवल्स के 4 भागीदारों के बीच तनाव होने के कारण सारी सेवाएं रद्द कर दी गयी है | एपी सरकार ने इस असुविधा के बाद पर्याप्त बसों का इंतज़ाम किया है, जिससे मतदाताओं को मतदान के लिए जाने में कोई असुविधा न हो |”
Thenewsminute द्वारा ‘बड़े पैमाने पर यातायात के कारण भारी तादाद में ट्रैफिक’ इस विषय पर एक प्रकाशन मिला | इस ख़बर में उपरोक्त घटना के बारे मे भी लिखा गया है |
ThenewsminutePost | ArchivedLink
इसके बाद हमने केसरी ट्रेवल्स से स्टाफ से भी बात की | उन्होंने कहा कि, “आर्थिक अडचनों की वजह से बसों को रोका गया है, इलेक्शन की वजह से नहीं | सारे बसें नहीं रोकी गयी है | कुछ अभी भी चल रही हैं | इससे ज़्यादा जानकारी अभी हम नहीं दे सकतें है |”
हमने सेरेलिंगमपल्ली के चन्दनगर वाले इलेक्शन बूथ के मतदान अभिकर्ता से इस बारे में बात की तो पता चला कि केसरी ट्रेवल्स के बस रद्द होने के साथ चुनाव का कोई भी लेनदेन नहीं है | यह सब महज़ एक अफ़वाह है |
इन सब बातों से यह साफ़ पता चलता है कि केसरी ट्रेवल्स के बसों को मतदान देने से लोगों को रोकने के लिए नहीं रद्द किया गया | कंपनी के 4 भागीदारों के बीच आर्थिक अडचनों से जुड़े मतभेद के कारण उन्हें कई बसों को रद्द करना पड़ा है |
तथ्यों की जांच से इस बात की पुष्टि होती है कि उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा ‘कावेरी द्वारा अचानक 125 बसों को रद्द कर दिया गया है | TSRTC ने ज़्यादातर बसों को रद्द कर दिया है, IT मतदाताओं को मतदान से रोकने के लिया |’ ग़लत है | केसरी ट्रेवल्स के बसों को रद्द किया गया है क्योंकि, कंपनी के 4 भागीदारों के बीच आर्थिक अडचनों से जुड़े मतभेद हो गए है |
Title:क्या हैदराबाद में कावेरी ट्रेवल्स ने १२५ बस लोगों को मतदान से रोकने के लिए रद्द कर दी ? जानिये सच |
Fact Check By: Nita RaoResult: False
वायरल वीडियो अप्रैल का है, जब पाकिस्तान के पंजाब में पाकिस्तान एयर फोर्स का एक…
अगर आप भारत और पाकिस्तान के टीवी न्यूज़ चैनल पर दिखाए जा रहे समाचारों को…
इस वीडियो के सहारे ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना के जवान का पाकिस्तान के हमले…
पहलगाम आतंकी हमले के विरुद्ध ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की सैन्य कार्रवाई की बौखलाहट…
वायरल वीडियो का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से कोई लेना- देना नहीं है। पाकिस्तानी न्यूज़ एंकर फरवा…
पहलगाम आतंकी हमले के विरुद्ध ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की सैन्य कार्रवाई की बौखलाहट…