क्या एम. बी. पाटिल ने सोनिया गाँधी को विवादित पत्र लिखा ? जानिये सच |

False National Political
यह चित्र हमने NewIndiaExpress से प्रतिनिधित्व के लिए लिया है |

हमें व्हाट्सएप पर एक यूजर से तथ्य-जांच के लिए एक अनुरोध प्राप्त हुआ | मैसेज मे दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस का पर्दाफाश | सोनिया गांधी के सीधे निर्देश के तहत लिंगायत और वीरशैव समुदाय में फुट डालने की योजना बनाई गई थी | कांग्रेस नेता एमबी पाटिल द्वारा सोनिया गांधी को लिखा गया पत्र चौंकाने वाला विवरण उजागर करता है कि सोनिया गांधी कर्नाटक में हिंदू समुदायों को कैसे विभाजित करना चाहती थीं | कितनी सच्चाई है इस दावे में, आइये देखते हैं |

फैक्ट चेक के लिए मिले इस मैसेज को जब हमने अन्य सोशल मीडिया मे ढूँढा तो हमें नीचे दर्शाया गया फेसबुक पोस्ट मिला |

सोशल मीडिया पर प्रचलित कथन:  

FacebookPost | Archivedlink

तथ्यों की जांच:

हमने जांच की शुरुवात गूगल में उपरोक्त दावे के चित्र को रिवर्स इमेज कर ढूंढने से की जिसमे हमें उपरोक्त चित्र के साथ एक ख़बर मिली |

ऑर्गनायजर प्रकाशन के मुताबिक कई कन्नड़ दैनिकों ने जुलाई 2017 में सोनिया गांधी को लिखा एमबी पाटिल का कथित पत्र प्रकाशित किया है, जिसमें उन्होंने यूपीए अध्यक्ष से लिंगायत आंदोलन के लिए अलग धर्म के लिए समर्थन और विधानसभा चुनाव जीतने के लिए हिंदू को जातिगत आधार पर विभाजित करने का आग्रह किया था | पूरे प्रकाशन को पढने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें |

OrganiserPost | Archivedlink

हमने इस बात की पुष्टि करने के लिए पहले एम. बी. पाटिल के ट्विटर अकाउंट में छानबीन की | ट्विटर में ‘@MBPatil’ नाम से ढूँढने पर हमें एक उनके द्वारा १६ अप्रैल २०१९ को किया गया ट्वीट मिला | इस ट्वीट में उन्होंने दावा किया है कि उपरोक्त पत्र झूठी है और इस बारे में सक्त कार्रवाई की जाएगी | इसके साथ में उन्होंने पुलिस मे इस बात की रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए पुलिस ऑफिसर के साथ खिंची गयी तस्वीर भी दी है |

TwitterPost | Archivedlink

इसके साथ ही ‘Karnataka Congress’ नाम के ट्विटर के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी इस बारे में हमें एक ट्वीट मिली, जिसमे एम. बी. पाटिल ने फिर से ये दावा किया है कि यह ख़बर झूठी है और इस बारे मे सक्त कार्रवाई की जाएगी |

TwitterPost | Archivedlink

जब हमें मिले गए ट्वीट से इस बात की पुष्टि हुई की यह कथित पत्र एम बी पाटिल द्वारा नहीं भेजा गया है, तो हमने इस ख़बर को गूगल मे ढूँढा | हमें हिन्दुस्तान टाइम्स और द वायर द्वारा दी गयी ख़बर मिली जिसमे इस पत्र के झूठे होने का खुलासा किया गया है |

Hindustan Times द्वारा दी गयी इस ख़बर में लिखा है कि कांग्रेस ने बीजेपी द्वारा फ़र्जी पत्र साझा करने वाली इस हरकत पर पुलिस में शिकायत दर्ज की है |

TheWire’ द्वारा दी गयी इस ख़बर में लिखा है कि यह अफवाह २०१७ से चली आ रही है | २०१८ मे इस दावे को गलत बताया गया था और इस साल फिर से कन्नड़ दैनिक ‘विजयवाणी’ द्वारा फिर से साझा की गयी है | पूरी ख़बर पढने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें |

ThewirePost | Archivedlink

निष्कर्ष : ग़लत

हमारे द्वारा तथ्यों की जांच से यह बात साफ़ होती है कि उपरोक्त पोस्ट मे किया गया दावा कि ‘एम. बी. पाटिल ने सोनिया गाँधी को विवादित पत्र लिखा’ ग़लत है | उपरोक्त दावा मे दर्शाए जाने वाला पत्र फ़र्जी है और एम बी पाटिल ने इस फ़र्जी पत्र के साझा करने पर पुलिस में शिकायत भी दर्ज की है |

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Title:क्या एम. बी. पाटिल ने सोनिया गाँधी को विवादित पत्र लिखा ? जानिये सच |

Fact Check By: Nita Rao 

Result: False