यू.पी के सुल्तानपुर में पुलिस द्वारा किये गये COVID19 मोक ड्रिल के वीडियो को सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है |

Coronavirus False

सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस को लेकर विभिन्न अफ्वाओं और भ्रामक दावों के चलते एक वीडियो काफी चर्चा में पाया गया है, वीडियो में पुलिसकर्मियों का एक समूह दिखाई दे रह है, जो नाकाबंदी के दौरान भाग रहे लोगों को मार रहे है | इस वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो यूपी के अयोध्या शहर का है |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “बाबा के पोलिस की धमाके दार कामगिरी #उत्तरप्रदेश के चौरे बाजार की घटना…जय #योगी राज #कोरोना #जेहादियों क्या तुम्हें नही पता था कि ये UP का #अयोध्या मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की धरातल है God job UP police |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि..

जाँच की शुरुवात हमने अयोध्या के एस.एस.पी आशीष तिवारी से संपर्क करने से की, जिन्होंने हमें बताया कि “वीडियो में दिखाए गये दृश्य किसी वास्तविक घटना के नही है | यह वीडियो असल में एक मोक ड्रिल है जिसे सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है | इस घटना का कोई सांप्रदायिक एंगल नही है |”

इसके पश्चात हमने यूट्यूब पर कीवर्ड्स सर्च किया जिसके परिणाम से हमें ४ अप्रैल २०२० को प्रसारित वी.के न्यूज़ का एक वीडियो मिला | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “लॉकडाउन के बीच अयोध्या की बॉर्डर पर ये क्या हो रहा है? Police Mock Drill @ Ayodhya Sultanpur border |”

इस वीडियो के अनुसार यह असल में एक मोक ड्रिल का है को सुल्तानपुर बॉर्डर में किया गया था | इस मोक ड्रिल को उत्तर प्रदेश पुलिस ने आयोजित किया था |

इसके आलावा हमें अयोध्या पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा इस सम्बन्ध में कुछ ट्वीट मिले | अयोध्या पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह एक ‘डेमो’ वीडियो है | उन्होंने ४ अप्रैल २०२० का एक अन्य ट्वीट भी संग्लित किया है, जिसमें जानकारी है कि वीडियो एक ‘एंटी-टेरर डेमो’ का हिस्सा है, और पुलिस नाकेबंदी का उल्लंघन करने वालों को कैसे काबू में किया जाता है ये डेमो वीडियो वो दर्शाता है | साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इस मोक ड्रिल को बीकापुर पुलिस ने आयोजीत किया था | ट्वीट में बीकापुर पुलिस द्वारा किए गए उस मॉक ड्रिल की एक समाचार रिपोर्ट भी संग्लित की गयी है | 

आर्काइव लिंक

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यूपी पुलिस द्वारा किए गए एक मॉक ड्रिल का एक वीडियो गलत दावे के साथ साझा किया जा रहा है, सोशल मंचो पर किया गया दावा कि पुलिस ने ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया, जिनका उद्देश्य कोरोनोवायरस फैलाना था,गलत है  |

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Title:यू.पी के सुल्तानपुर में पुलिस द्वारा किये गये COVID19 मोक ड्रिल के वीडियो को सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल किया जा रहा है |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False