१६ मार्च २०१९ को फेसबुक पर साझा की गई I Support #Modi Ji नामक यूजर की यह पोस्ट चर्चा में है | पोस्ट में एक फोटो है जिसमें दिखता है की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार कर रहे है व उनकी दोनों तरफ कतार में बहुत से लोग खड़े होकर व तालियां बजाकर उनका स्वागत कर रहे है | फोटो के कैप्शन में लिखा है कि – २०० साल तक हमें गुलाम बनाने वाले ब्रिटेन में कल ५३ देशों के अध्यक्षों के बीच “मोदी महा अध्यक्ष” थे | यह दृश्य देखकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया होगा | अगर आप को भी गर्व हो तो शेयर करना ना भूले | अब सवाल ये उठता है कि क्या सच में कल प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटेन में गए थे और वहां वह ५३ देशों के अध्यक्षों के बीच “महाअध्यक्ष” बने? आइये जानते है इसकी सच्चाई |
देखते है यह खबर फ़ेसबुक पर कितना असर जमा रही है | फैक्ट चेक किये जाने तक इस पोस्ट को एक सौ बीस से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिल चुकी थी |
संशोधन से पता चलता है कि…
सबसे पहले हमने यह जानने कि कोशिश कि, क्या प्रधानमंत्री १५ मार्च २०१९ को ब्रिटेन दौरे पर थे ? (क्यूंकि पोस्ट १६ मार्च २०१९ का है और पोस्ट में कल शब्दप्रयोग किया गया है |) प्रधानमंत्री कार्यालय के PMOindia इस अधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर चेक करने से पता चलता है कि ११ मार्च २०१९ के बाद उनका कोई प्रोग्राम पोस्ट नहीं किया गया है | अगर वह ब्रिटेन के दौरे पर होते, तो उसका अपडेट फेसबुक अकाउंट पर जरूर होता, जैसे कि भूतकाल के बाकि सभी विदेश दौरों का ब्यौरा फेसबुक पर मौजूद है | नीचे की स्क्रीन शॉट पर आप भी चेक कर सकते है |
जब हमने प्राइम मिनिस्टर ऑफ़ इंडिया न्यूज़ अपडेटस इस वेबसाइट पर चेक किया तो वहां भी उनका ऐसा कोई प्रोग्राम नहीं दिखाई दिया |
ARCHIVE UPDATES
जब हमें यह बात स्पष्ट हुई कि, १५ मार्च २०१९ को प्रधानमंत्री का विदेश दौरा नहीं था, तब हमने संशोधन को आगे बढाया | पोस्ट में दी गई फोटो का स्क्रीन शॉट लेकर उसे गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया तो हमें जो रिजल्ट मिले वह आप नीचे की स्क्रीन शॉट्स में देख सकते है |
इस सर्च से यह पता चला कि पोस्ट में दी हुई तस्वीर ब्रिटेन कि नहीं बल्कि दावोस, स्विट्ज़रलैंड में पिछले वर्ष २२ से २५ जनवरी के बीच हुई वर्ल्ड इकनोमिक फोरम के बैठक की है |
जब हमने संशोधन को और आगे बढाया तो प्रधानमंत्री का एक ट्वीट हमें मिला जो उन्होंने दावोस दौरे पर निकलने से पहले किया था, जो कि आप नीचे देख सकते है |
अब यह तो जाहिर हो चूका था कि प्रधानमंत्री मोदी वर्ल्ड इकनोमिक फोरम की बैठक में हिस्सा लेने दावोस गए थे | इसके बाद यह जानना था कि पोस्ट में ब्रिटेन की बतलाकर शेयर की गई फोटो दावोस बैठक के किस सत्र की है | खोज करने पर हमें समाचार एजेंसी ANI का ट्वीट मिला, जो आप नीचे देख सकते है |
इस ट्वीट से यह पता चलता है कि उपरोक्त पोस्ट की फोटो से सम्बंधित यह दूसरा फोटो तब का है जब प्रधानमंत्री मोदी ने दावोस बैठक में २३ जनवरी २०१९ को इंटरनेशनल बिज़नस कौंसिल को संबोधित किया था | आगे के संशोधन में हमें ANI कि खबर भी मिली जो आप नीचे कि लिंक पर पढ़ सकते है |
ANI news | ARCHIVE news
संशोधन को और आगे बढ़ने पर हमें आखिर वह फोटो मिल ही गया जो हुबहू उपरोक्त पोस्ट के फोटो जैसा है | भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रविश कुमार इनके अधिकारिक ट्वीटर हँडल पर २३ जनवरी २०१९ को किया हुआ एक ट्वीट हमें मिला, जिसमे इस फोटो के साथ लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व के टॉप सीईओ से दावोस में इंटरनेशनल बिज़नस कौंसिल के मौके पर बात की | यह ट्वीट आप नीचे देख सकते है |
समाचार पत्र डीएनए ने इस वर्ल्ड इकनोमिक फोरम के बैठक की जो खबर प्रकाशित की थी, उसमे भी हमें यह फोटो दिखाई देता है | नीचे कि स्क्रीन शॉट में आप यह फोटो देख सकते है तथा इस लिंक पर क्लिक कर पूरी खबर भी पढ़ सकते है |
और अधिक खोज करने पर हमें भारत सरकार की प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) की वेबसाइट पर भी यह फोटो मिला व उसके साथ और एक फोटो मिला जो आप नीचे देख सकते है | साथ ही PIB का ट्वीट भी देख सकते है |
ARCHIVE PIB | PHOTO 1 | PHOTO 2 | ARCHIVE TWEET 3
अब तक के संशोधन से यह तो साबित हो गया कि उपरोक्त पोस्ट में दिया हुआ फोटो ब्रिटेन का नहीं बल्कि दावोस बैठक का है | अब यह भी देख लेते है कि फोटो में दिखाई देने वाले लोग ५३ देशों के अध्यक्ष है या नहीं | उदाहरन के तौर पर बैठक कि पहली ही लाइन में शामिल एक भारतीय दिखने वाली मोहतरमा की पहचान करते है | फोटो देखते ही आप पहचान जायेंगे कि उनका नाम है चंदा कोचर, जो उस समय आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ थी, और वह इस बैठक में शामिल हुई थी | हिंदुस्तान टाइम्स कि इसी बैठक की खबर में दिए गए फोटो में वह दिखाई देती है | उपरोक्त पोस्ट के मुख्य फोटो में भी वह है, तथा इस बैठक में हिस्सा लेने वाले २३ भारतीय सीईओ का प्रधानमंत्री मोदी के साथ जो फोटो खिंचवाया गया, उसमे भी वह दिख रही है | तीनों फोटो में उनका पहनावा एक ही है | यह तीनों तस्वीरे आप नीचे देख सकते है |
पीटीआई ने इस बैठक के उपलक्ष्य में चंदा कोचर से एक साक्षात्कार भी किया था, जो आप इस लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते है | अतः यह साबित होता है कि इंटरनेशनल बिज़नस कौंसिल की इस बैठक में कोई किसी देश का अध्यक्ष शामिल नहीं हुआ था, बल्कि सभी विभिन्न कंपनीज के सीईओ थे |
ARCHIVE HT | ARCHIVE PTI
जांच का परिणाम : इस संशोधन से यह बिना किसी संदेह स्पष्ट होता है कि, उपरोक्त पोस्ट में दिया गया फोटो ब्रिटेन का नहीं है, बल्कि दावोस के वर्ल्ड इकनोमिक फोरम के बैठक का है | इस फोटो में किसी देशों के अध्यक्ष नहीं है, बल्कि सभी सीईओ है | अतः इस पोस्ट में किया गे दावा गलत(FALSE) है |
Title:क्या प्रधानमंत्री मोदी ५३ देशों के ‘महा अध्यक्ष’ बने? | क्या है इस तस्वीर का सच?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
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