१५ फ़रवरी २०१९ को फेसबुक पर साझा की गई आशुतोष भारतीय नागरिक की यह पोस्ट व फोटो काफी चर्चा में है और काफी जगह वायरल हो रही है | पोस्ट में एक फोटो दिया गया है और कहा गया है कि आजम खान ने जारी की फोटो, हाफिज सईद और मोदी पाकिस्तान में मिलते हुए, देखो देशद्रोहियों गद्दार कौन | जानते है इसकी सच्चाई|
संशोधन से पता चलता है कि…
इस पोस्ट में जो फोटो दिया गया है उसका बारीकी से मुआयना करने के बाद यह शक पैदा होता है कि शायद फोटो के साथ छेड़छाड़ की गई हो | हमने इस फोटो का स्क्रीन शॉट लेकर उसे गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया | हमें जो परिणाम मिला वो आप नीचे देख सकते है |
इस सर्च में हमें मोदी ने पाकिस्तान में नवाज शरीफ से मुलाकात की यह संकेत मिलने के बाद आगे और सर्च किया तो रिजल्ट्स मोदी-शरीफ की मुलाकात की खबरों व विडियो से भरे पड़े मिले |
इन ख़बरों को पढने के बाद यह पता चला की वास्तव में यह फोटो चार साल पुरानी, यानि की २५ दिसम्बर २०१५ की है, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मिलने अचानक ही चले गए थे | अफगानिस्तान की यात्रा से भारत वापिस आते हुए उन्होंने शरीफ से मिलने कि इच्छा जताई जिसे तत्कालीन पाकिस्तान प्रधानमंत्री ने कुबूल कर लिया | इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने २५ दिसम्बर २०१५ को दोपहर १:३१ मिनट पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी | वह ट्वीट आप नीचे देख सकते है |
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नवाज शरीफ इनकी मुलाकात हुई | दुनिया भर के अखबारों, समाचार एजेंसी, न्यूज़ चैनल ने इस खबर को कवर किया | प्रातिनिधिक तौर पर रायटर्स, बीबीसी व द हिन्दू की खबरे आप पढ़ सकते है | इन खबरों में यही फोटो प्रकाशित किया गया है तथा न्यूज़ चेनेल्स पर जो विडियो दिखाये गए उनमे भी यही पोज है | फर्क सिर्फ इतना है कि उन फोटो व फुटेज में मोदी के साथ शरीफ दिखाई देते है, ना कि सईद |
ARCHIVE REUTERS | ARCHIVE BBC | ARCHIVE HINDU
भारत सरकार के पत्र सुचना कार्यालय ने भी इस मुलाकात के बारे में जानकारी देने के लिए अपने आधिकारिक ट्वीटर हँडल से ट्वीट किया था, जो आप नीचे देख सकते है |
पत्र सुचना कार्यालय ने इस मुलाकात के बारे में जानकारी देने के लिए अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट भी जारी किया था, जो आप नीचे देख सकते है | ट्वीट व पोस्ट में यही फोटो दी गई है |
इस संशोधन से यह तो साबित हो जाता है कि वास्तव में यह फोटो हाफिज सईद व नरेन्द्र मोदी की मुलाकात का नहीं बल्कि नवाज़ शरीफ तथा मोदी के बीच की मुलाकात का है | अब हमने फोटो को फोटोशॉप में डालकर हाफिज सईद वाले फोटो का झूठ पकड़ा, जिसका नतीजा आप नीचे देख सकते है |
दोनों फोटो बारीकी से देखने से पता चलता है कि दोनों फोटो एक ही है | लाल सर्किल किये हुए शख्स इस बात का प्रमाण है | लेकिन जब हम शरीफ व सईद के छवि की तुलना करते है तो स्पष्ट रूप से पता चलता है कि सईद का चेहरा लगाकर मूल फोटो के साथ छेड़छाड़ की गई है |
जांच का परिणाम : संशोधन से यह स्पष्ट होता है की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व आतंकी हाफिज सईद कि मुलाकात का फोटो वास्तव में मोदी व नवाज़ शरीफ के बीच की २५ दिसम्बर २०१५ की मुलाकात का है | मूल फोटो को फोटोशॉप कर शरीफ के चेहरे को हटाया गया व सईद का चेहरा लगाया गया है | अतः यह पोस्ट गलत (FALSE) है |
Title:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आतंकी हाफिज सईद से हाथ मिलाते हुए | क्या यह तस्वीर सही है?
Fact Check By: Rajesh PillewarResult: False
हाथ में खुलेआम बंदूक लेकर सड़क पर घूम रहे शख्स का वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल…
मुर्शिदाबाद हिंसा के नाम पर जयपुर के मालपुरा गेट इलाके में जमीन विवाद के दौरान…
एक सभा को संबोधित करने के दौरान डोनाल्ड ट्रंप को थप्पड़ मारे जाने के दावे…
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को हैदराबाद यूनिवर्सिटी के बगल में एक भूखंड पर पेड़ों को…
डिंपल यादव ने मोदी सरकार की तारीफ करते और यूपीए सरकार के कार्यकाल की आलोचना…
बीजेपी नेता धीरज ओझा का वायरल ये वाला वीडियो पुराना है, वीडियो हाल-फिलहाल में हुई…