फ्रांस के 2021 की एक पुरानी घटना के वीडियो को फिल्म ‘छावा’ से जोड़ा जा रहा है। इसमें कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
फिल्म ‘छावा’ की रिलीज के बाद से ही इस पर बवाल मचा हुआ है। फिल्म में छत्रपति संभाजी महाराज के शौर्य और मुगल शासक औरंगजेब की क्रूरता को दिखाया गया है, जिसको लेकर चल रहा विवाद शांत नहीं हो रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग सड़कों पर पुलिसकर्मियों पर हमला कर रहे हैं। यह वीडियो शेयर करते हुए यूजर्स दावा कर रहे हैं कि फ्रांस में फिल्म ‘छावा’ की रिलीज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उपद्रव कर दिया है। वहीं, इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है कि…
फ्रांस की राजधानी पेरिस में भी फिल्म ‘छावा‘ के रिलीज होने से ही कल रात से मुस्लिम दंगे कर रहें हैं
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वीडियो के की- फ्रेम्स को लेकर और उन्हें गूगल लेंस से सर्च किया। परिणाम में हमें यह वीडियो डेली मोशन की वेबसाइट पर अपलोड किया हुआ मिला। यहां पर वीडियो को चार साल पहले शेयर किया गया था,जिसके साथ जानकारी बताती है कि फ्रांस के पैंटिन में पुलिसकर्मी और उनके वाहन पर पथराव किया गया था।
और पड़ताल किये जाने पर हमें फ्रांस की न्यूज़ वेबसाइट पर इस मामले से जुड़ी खबर मिली। 25 जनवरी 2021 की इस रिपोर्ट के अनुसार, पैंटिन में पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया। इस मंजर को हमलावरों में से एक ने अपने स्मार्टफोन से रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया था। यह हमला उस वक्त हुआ, जब पुलिसकर्मी किसी गाड़ी की तलाशी ले रहे थे और तभी एक दर्जन से ज़्यादा युवकों ने उन पर तरह-तरह के सामान फेंक कर हमला करना शुरू किया। इसके जवाब में पुलिस ने उनपर आंसू गैस का इस्तेमाल किया और चार लोगों की गिरफ़्तारी हुई।रिपोर्ट में वायरल वीडियो को भी शेयर किया हुआ देख सकते हैं।
25 जनवरी 2021 को फ्रांस की मीडिया संस्थान ‘Actu17’ के एक्स अकाउंट की तरफ से किए गए एक ट्वीट में वायरल वीडियो को पोस्ट किया गया है। पता चलता है कि पेरिस के पैंटिन इलाके में कुछ लोगों ने पुलिस पर हमला किया था।
इस प्रकार से हमें इस घटना को लेकर फ्रेंच भाषा में छपी और भी कई खबरें मिलीं, जिनमें बताया गया है कि पुलिस पर ये हमला तब हुआ था जब वे किसी गाड़ी की तलाशी ले रहे थे। हमलावर इसी इलाके में एक रैप वीडियो की शूटिंग कर रहे थे। इस तरह से पुष्टि होती है कि फ्रांस के चार साल से ज्यादा पुराने वीडियो को झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
हमारे द्वारा सर्च किए जाने पर हमें फ्रांस में फिल्म छावा से जुड़े उपद्रव की कोई जानकारी हासिल नहीं हुई। ऐसे में वायरल दावा गलत साबित होता है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से पता चलता है कि वायरल वीडियो फ्रांस की 2021 की एक पुरानी घटना का है, जिसे फिल्म ‘छावा’ से जोड़कर फर्जी व सांप्रदायिक दावे के साथ फैलाया जा रहा है। यह घटना हाल की नहीं है और ना ही इसका फिल्म ‘छावा’ से कोई संबंध है।
Title:फ्रांस की एक पुरानी घटना का वीडियो ‘छावा’ से जोड़कर फर्जी दावे के साथ वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: False
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