सचिन पायलट के नामांकन में उमड़ी भीड़ की तस्वीर हालिया नहीं बल्कि 2018 में तेलंगाना के गजवेल में हुई कांग्रेस रैली की है।

राजस्थान विधान सभा चुनाव की वोटिंग 25 नवंबर को होगी। जिसके लिए सियासी पार्टियों की तरफ से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जा रही है। इसी सन्दर्भ में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल है जिसमें एक तस्वीर में भीड़ दिखाई दे रही है। यूज़र ने इस पोस्ट को साझा करते हुए दावा किया है कि ये तस्वीर सचिन पायलट के राजस्थान विधान सभा चुनाव के लिए नामांकन में उमड़ी भीड़ की है। वायरल पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा गया है कि “तस्वीर विचलित करने वाली है, आज टोंक में सचिन पायलट के नामांकन की तस्वीर।”

फेसबुक पोस्ट

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने वायरल तस्वीर की खोज के लिए गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, परिणाम में हमें पता चला कि वायरल तस्वीर साल 2018 से ही इंटरनेट पर मौजूद है। असल में हमें कांग्रेस के एक कार्यकर्ता श्रीवत्स द्वारा 5 दिसंबर 2018 को शेयर किए गए ट्वीट में यह तस्वीर मिली। जो तेलंगाना के गजवेल में कांग्रेस की तरफ से आयोजित एक रैली की थी। वहीं ट्ववीट के अनुसार केसीआर के विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने तेलंगाना में अब तक के सबसे बड़े रोड शो को आयोजित किया था।

इसके बाद हमने इसी तस्वीर को कलबुर्गी डिस्ट्रिक्ट कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट में देखा। जो उस समय कांग्रेस की रैली में उमड़ी विशाल भीड़ को दिखा रही थी। ये तस्वीर भी हमें 2018 में ही मिली।

एक अन्य ट्विटर यूज़र ने भी अपने ट्वीट में इसी तस्वीर को गजवेल में प्रतापरेड्डी की बैठक की जानकारी के साथ साझा किया है। जिसे 4 दिसंबर 2018 में देखा जा सकता है।

इससे साफ़ हो जाता है कि वायरल तस्वीर सचिन पायलट के नामांकन की हालिया तस्वीर नहीं है बल्कि 2018 से ही इंटरनेट पर मौजूद है।

निष्कर्ष-

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि सचिन पायलट के नामांकन के दावे से वायरल तस्वीर फर्ज़ी है। असल में ये तस्वीर 2018 में तेलंगाना के गजवेल में हुई कांग्रेस की एक रैली की है। और इसे ही गलत सन्दर्भ से फैलाया जा रहा है।

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Title:पुराने तस्वीर को सचिन पायलट के नामांकन के समय उमड़ी भीड़ के नाम से वायरल।

Written By: Priyanka Sinha

Result: False