बीजेपी के साथ चुनाव नहीं लड़ने की बात करतीं मायावती का वायरल वीडियो 2020 का है, हाल का नहीं।
2027 में होने वाले चुनाव से पहले बसपा अपनी पार्टी की स्थिति को मजबूत करने की कोशिश में लग गई है। अपनी खोयी हुई सियासी जमीन को वापस पाने की चाहत में मायावती अभी से ही रणनीति बना रही है। इसी क्रम में सोशल मीडिया पर मायावती का एक वीडियो क्लिप वायरल किया जा रहा है, जिसमें वो मुस्लिम समाज के लोगों को आश्वासन देते हुए कहती है कि वो राजनीति से संन्यास ले लेंगी, पर कभी भी बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं करेंगी। यूज़र ने इस वीडियो को हाल का समझ कर इस कैप्शन के साथ शेयर किया है…
“मैं मुस्लिम समाज को बताना चाहती हूँ, की मैं राजनीति से तो सन्यास ले सकती हूँ, लेकिन बीजेपी से मिलकर कभी चुनाव नहीं लड़ूँगी।”~ आदरणीय बहन मायावती जी
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें हमें एबीपी न्यूज़ का लोगो नज़र आया। इसकी मदद से कीवर्ड सर्च करते हुए हम मूल वीडियो तक पहुंचे। परिणाम में हमें एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर 2 नवंबर 2020 को अपलोड किया गया यहीं मूल वीडियो मिला। लगभग 25 मिनट के इस वीडियो में 13 मिनट 20 सेकंड के बाद वायरल वीडियो वाला हिस्सा सुना जा सकता है। स्पष्ट होता है कि मायावती असल में उस दौरान के एमएलसी चुनावों में बीजेपी का समर्थन करने के बयान पर सफाई दे रही थीं। दरअसल मायावती पर बीजेपी को समर्थन देने के आरोप लगे थें। जिसमें यह बात सामने आई थी कि मायावती ने समाजवादी पार्टी को हराने के लिए उनके मुकाबले में जो भी प्रत्याशी होगा, उसका समर्थन करेंगी फिर वह चाहे बीजेपी का प्रत्याशी हो या किसी अन्य पार्टी का। तभी 2 नवंबर 2020 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने हुए मायावती यह सफाई देती है कि, “मैंने सिर्फ बीजेपी के समर्थन की बात नहीं कही थी। मेरे बयान को कांग्रेस और सपा के लोग गलत तरीके से प्रचारित कर रहे हैं। ताकि मुस्लिम समाज के लोग बीएसपी से अलग हो जाएं। ” इसी क्रम में वह मुस्लिमों को आश्वस्त करती हैं कि देश में कहीं भी बीएसपी किसी भी कीमत पर बीजेपी जैसी सांप्रदायिक ताकतों का साथ नहीं दे सकती है और न ही ऐसी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती है। वह कहती हैं, “…मैं मुस्लिम समाज के लोगों को खास तौर पर बताना चाहती हूं कि मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगी लेकिन बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ सकती. इनके दबाव बनाने के बावजूद मैं राजनीतिक संन्यास नहीं लूंगी मैं बहुत मजबूत हूं।“
इसके बाद हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली, जिनके हवाले से यह बताया गया था कि सातों सीटों पर हो रहे चुनाव से ठीक एक दिन पहले मायावती ने बीजेपी का समर्थन करने वाली अटकलों पर पूरी तरह विराम लगा दिया। रिपोर्टों के हवाले से यह लिखा गया था कि, “मायावती ने सफाई देते हुए कहा कि भविष्य में विधानसभा चुनाव हो या लोकसभा चुनाव, वह संन्यास लेना पसंद करेंगी लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगी”।
यहीं रिपोर्ट न्यूज18.कॉम की वेबसाइट और भास्कर.कॉम की वेबसाइट पर भी मिली। इसलिए साफ़ हो जाता है कि मायावती का यह बयान 2020 का है न कि हालिया।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से पता चलता है कि मायावती का बीजेपी से गठबंधन नहीं करने का वाला बयान अभी का नहीं बल्कि 2020 का है, जब यूपी में एमएलसी के चुनाव के दौरन सपा को हराने के लिए बीजेपी और किसी अन्य पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन किए जाने के आरोप पर उन्होंने स्थिति स्पष्ट की थी।
Title:राजनीति से संन्यास मंजूर, लेकिन बीजेपी से गठबंधन नहीं करने का मायावती का पुराना वीडियो हाल के दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: Missing Context
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