वीडियो में दिख रहे शख्स का नाम जीसस क्रौस्बी है जिस पर अल्बुकर्क पुलिस ने चाकू से धमकाने के आरोप में गोली चलाई थी। इसमें सांप्रदायिकता का कोई एंगल नहीं है।
इंटरनेट पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसे अमेरिका में पुलिस की हाल में की गई गोलीबारी के दावे से शेयर किया जा रहा है। वीडियो में एक शख्स पर पुलिस की तरफ से गोलीबारी की जाती है, जिसके बाद वो शख्स जमीन पर गिर जाता है। वहीं यूज़र्स इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि अमेरिकी पुलिस ने मोहम्मद अल्तमश नाम के पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति को चाकू से धमकाने और सरेंडर ना करने के आरोप में गोली मार दी। वहीं पोस्ट के साथ कैप्शन में लिखा है गया है कि…
अमेरिका में पाकिस्तानी मूल का मोहम्मद अल्तमस चाकू लेकर घूम रहा था अमेरिकी पुलिस ने उसे सरेंडर करने को कहा और जब उसने सरेंडर नहीं किया तब आप गिनती करिए अमेरिकी पुलिस ने कितनी गोलियां मारी और आप ध्यान से देखिए सारी गोलियां छाती और सर पर मारी गई भारत होता तो सेकुलर कहते सिर्फ एक गोली क्यों नहीं मारी गई ?और वह गोली पैर में क्यों नहीं मारी गई ? सीने और छाती पर गोली क्यों मारी गई?
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अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वायरल वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया। ऐसा करने से हमें KRQE News 13 नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 24 मार्च 2023 को प्रसारित किया गया एक न्यूज़ रिपोर्ट दिखाई दिया। इसमें 1 मिनट 52 सेकंड पर वायरल वीडियो वाले हिस्से को देखा जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार यह घटना 10 नवंबर 2022 को संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यू मैक्सिको में हुई थी। घटना को अल्बुकर्क पुलिस विभाग के अधिकारी-संबंधित गोलीबारी के तौर पर दर्शाया गया है।
और खोज करने पर हमें अल्बुकर्क की न्यूज आउटलेट KOB 4 की तरफ से एक रिपोर्ट मिली, जिसे 25 दिसंबर 2022 को प्रकाशित किया गया था। इसके अनुसार पीड़ित की पहचान 41 वर्षीय जीसस क्रॉस्बी के रूप में की गई थी। रिपोर्ट में APD का हवाला देते हुए बताया गया है कि क्रॉस्बी कथित तौर पर APD मुख्यालय में अनधिकृत रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। क्रॉस्बी के पास एक हथियार था जिसे अधिकारियों ने चाकू समझ लिया था।
पड़ताल के दौरान हमें मिली एपीडी की प्रेस रिलीज के अनुसार, क्रॉस्बी को एक ट्रांसपोर्ट सेंटर के सामने एक पुलिस अधिकारी ने खड़ा देखा, जिसके बाद उसे उसके पिछले आपराधिक रेकॉर्ड्स में हुई गिरफ्तारियों को देखते हुए पहचान लिया गया था। तभी एक अधिकारी ने उसे हिरासत में लेने की कोशिश की तो क्रॉस्बी ने अपने बाएं हाथ में एक सफेद और नीले रंग की प्लास्टिक जैसी किसी चीज को अपने दाहिने हाथ में लेकर उसे चाकू के तौर दिखाया और अधिकारी पर हमला कर दिया। चाकू फेंकने के लिए अधिकारियों द्वारा बार-बार कहे जाने के बावजूद क्रॉस्बी ने इनकार कर दिया और उन पर दो बार और हमला किया। इसके बाद अधिकारियों ने एक साथ अपने फायरआर्म्स और टैजर्स का इस्तेमाल किया। जिसके चलते क्रॉस्बी को काफी चोटें आईं। प्रेस रिलीज के अनुसार अधिकारियों ने जब क्रॉस्बी से हथियार लिया तो वह एक नेल कटर था, जिसमें आगे की तरफ एक नुकीली फाइल लगी हुई थी।
4 अप्रैल 2023 को प्रकाशित KRQE News 13 की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रॉस्बी के परिवार ने अल्बुकर्क पुलिस के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। दावा किया गया कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं था। क्रॉस्बी के परिवार ने क्रॉस्बी पर पुलिस की तरफ से की गई फायरिंग पर सवाल उठाया और उसे तर्कों से अलग बताया।
इस प्रकार से स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा भ्रामक है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो के साथ सांप्रदायिकता का गलत दावा किया गया है। वीडियो में दिख रहे शख्स का नाम जीसस क्रौस्बी है,जिस पर अल्बुकर्क पुलिस ने चाकू से धमकाने के आरोप में गोली चलाई थी।
Title:अमेरिका में पुलिस की गोलीबारी का पुराना वीडियो हाल का बता कर गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल…
Fact Check By: Priyanka SinhaResult: Misleading
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