
२ दिसंबर २०१९ को “प्रदीप सजल गुप्ता” नामक फेसबुक यूजर ने एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “एक कट्टर हिंदूवादी संगठन को भगवा छोड़कर सेक्युलरिज्म का हरा रंग चढ़ने में केवल 6 दिन लगे |” यह तस्वीर मराठी अख़बार व शिवसेना मुखपत्र सामना के मास्कहेड की है | तस्वीर को दो भाग में बांटा गया है | उपरी भाग में सामना का वास्तविक मास्कहेड भगवा रंग का देखा जा सकता है, जिसके ऊपर “ज्वलंत हिंदुत्वाचा पुरस्कार करणारे एकमेव मराठी दैनिक” लिखा हुआ है | दावा किया जा रहा है कि यह शीर्षक सामना अख़बार में २२-११-२०१९ को लिखा गया था |
नीचे दिखाए गये भाग में सामना का मास्कहेड हरे रंग का देखा जा सकता है, जिसके ऊपर “सर्वधर्म समभावाचा पुरस्कार करणारे एकमेव मराठी दैनिक” लिखा हुआ है | दावा किया जा रहा है कि यह शीर्षक सामना अख़बार में २८-११-२०१९ को बदल दिया गया था |
फैक्ट क्रेस्सन्डो ने इस तस्वीर की सत्यता जांचने की कोशिश की |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुआत हमने सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर के दोनों भागों की तुलना करने से की, इस तुलना में कुछ बातें गौर करने की है,
- भगवे रंग की मास्कहेड के ऊपर लिखे गये वाक्य का फॉण्ट बोल्ड है |
- हरे रंग की मास्कहेड के ऊपर लिखे गये वाक्य इटैलिक में है और फॉण्ट भी अलग इस्तेमाल किया गया है |
- हरे रंग की मास्कहेड के ऊपर “१८ नवंबर २०१९” की तारीख को लिखा हुआ देखा जा सकता है |
- हरे रंग की मास्कहेड के नीचे २८ नवंबर २०१९ की तारीख हाथ से लिखकर जोड़ी गई है, जिसके माध्यम से दावा किया जा रहा है कि सामना के मास्कहेड का रंग इसी दिन बदला गया है |
- भगवे रंग के मास्कहेड के ऊपर २२ नवंबर २०१९ की तारीख अलग से लिखकर जोड़ी गई है, जिसके माध्यम से दावा किया जा रहा है कि मास्कहेड का रंग इस दिन भगवा था |
गूगल सर्च पर “इ-पेपर सामना” कीवर्ड्स ढूँढने पर हमें परिणाम से सामना का इ-पेपर का लिंक मिला | हमने १८, २२ और २८ नवंबर २०१९ को प्रकाशित अख़बारों को देखा, जिसके परिणाम से हमने पाया कि सामना अखबार के मास्कहेड का रंग भगवा ही है और उसके ऊपर “ज्वलंत हिंदुत्वाचा पुरस्कार करणारे एकमेव मराठी दैनिक” लिखा हुआ है | हमने पाया कि सामना अख़बार के मास्कहेड का रंग कभी नही बदला गया था ना ही उसके ऊपर लिखे गये वाक्य में कोई बदलाव किया गया था | सोशल मीडिया पर साझा की गयी तस्वीर जहाँ हम मराठी अखबार सामना का मास्कहेड हरे रंग में देख सकते है फोटोशोप की गई तस्वीर का है |
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निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | मराठी अखबार “सामना” ने उनका मास्कहेड और शीर्षक में कोई बदलाव नही किया है |

Title:Photoshopped Image: शिव सेना का मुखपत्र “सामना” के नाम से फर्जी तस्वीर वायरल |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
