हरीश रावत का वायरल वीडियो साल 2021 का है, जब उन्होंने पिरान कलियर पहुंच कर साबिर पाक दरगाह में चादरपोशी की थी। उनके उसी वीडियो को इस्लाम धर्म अपनाने का बताया जा रहा है।

उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत का एक वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है। जिसमें वो एक दरगाह में नज़र आ रहे हैं, जहां पर उनको एक मौलाना हरे रंग की चादर ओढाता है। इसके बाद हरीश रावत हाथ उठा कर मौलाना के साथ नमाज़ पढ़ते दिखाई देते हैं। इस वीडियो को हाल का समझ कर यूज़र्स इस दावे से शेयर कर रहे हैं कि उन्होंने अब इस्लाम धर्म अपना लिया है। पोस्ट के साथ कुछ इस तरह का कैप्शन लिखा गया है…
समस्त देशवासियों को सुचित किया जाता है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जो उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं और हिन्दू धर्म से हैं आज से उन्होंने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया है आप लोगों को यकीन नहीं हो रहा होगा इसलिए आप लोगों को साक्षात्कार रूप से देखा रहे हैं सत्ता पाने के लिए राजनीतिक पार्टियों के नेता गिरगिट की तरह धर्म भी बदल लेते हैं हों सकता है कुछ लोग ऐसे नेताओं की चमचागिरी करते रहते हैं सिर्फ अपने फायदे के लिए देखिए हरीश रावत जी ने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया है अल्लाह हू अकबर डूब मरो चुल्लू भर पानी में गयी भैंस पानी में
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच किस शुरुआत में वीडियो की पड़ताल के लिए गूगल पर सम्बंधित कीवर्ड को टाइप किया। ऐसा करने के हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली जिसके अनुसार हरीश रावत का वायरल वीडियो अभी का नहीं बल्कि साल 2021 का है। उस दौरान वो पिरान कलियर पहुंचे थें और साबिर पाक दरगाह में चादर पोशी करते हुए खुशहाली की दुआ मांगी थी। इस खबर को हम ईटीवी भारत की वेबसाइट पर 28 नवंबर 2021 में प्रकाशित देख सकते हैं। रिपोर्ट में वायरल वीडियो की तस्वीर साझा की गई है। इसके साथ यह लिखा गया है कि दरगाह पहुंच कर हरीश रावत ने साल 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए जीत की दुआ मांगी थी।
फिर हमने वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट को न्यूज18 उत्तराखंड के आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट किया हुआ देखा। 28 नवंबर 2021 के इस रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पिरान कलियर में साबिर पाक की दरगाह में चादर पोशी करते हुए अमन-चैन की दुआ मांगी थी। इस दौरान वो मीडिया से मुखातिब हुए थें और कांग्रेस की जीत का दावा किया था।
अंत में हमने उत्तराखंड में कार्यरत कुछ वरिष्ठ पत्रकारों से संपर्क किया। जिनके द्वारा फैक्ट क्रेसेंडो को यह जानकारी दी गई कि वायरल वीडियो गलत संदर्भ से फैलाया जा रहा है। क्यूंकि अगर पूर्व सीएम ने इस्लाम अपनाया होता तो ये खबर मीडिया में होती। उनका वीडियो साल 2021 का है जब वो फरवरी 2022 में विधानसभा चुनाव के पहले पिरान कलियर शरीफ पहुंचे थें। वायरल दावा अफवाह है और पूरी तरह गलत है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच पश्चात हमने यह पाया कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का पुराना वीडियो गलत दावे से वायरल किया जा रहा है। उनका वायरल वीडियो साल 2021 का है जब उन्होंने पिरान कलियर में साबिर पाक की दरगाह में चादर पोशी करते हुए अमन-चैन की दुआ मांगी थी। यह हाल का वीडियो नहीं और इसका उनके इस्लाम धर्म अपनाने जैसी खबर से कोई वास्ता नहीं है।
