२ सितम्बर २०१९ को “Mohammad Sharif” नामक एक फेसबुक यूजर ने एक विडियो पोस्ट किया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “मोब हिंसा का एक और मामला, दिल्ली | उत्तर पूर्वी दिल्ली के हर्ष विहार इलाके में एक गर्भवती और मूक-बधिर महिला को बच्चे की चोरी के संदेह पर भीड़ ने पीट दिया | बाल अपहरण की अफवाहें जंगल की आग की तरह फैल रही हैं और गरीब वंचित लोग शिकार बन रहे हैं |”
इस तस्वीर को सोशल मीडिया मंचों पर साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दर्शायी गयी औरत गर्भवती और मूक-बधिर है जिसे बच्चा अपहरणकर्ता होने का संदेह करते हुए पीटा गया है | साथ ही कहा गया है कि यह घटना दिल्ली में उत्तर पूर्वी दिल्ली के हर्ष विहार इलाके का है | यह विडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से साझा किया जा रहा है |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुआत हमने इस घटना से जुडी खबरों को “चाइल्ड किडनेपर दिल्ली हर्ष विहार” जैसे कीवर्ड्स का इस्तेमाल करते हुए की, जिसके परिणाम से हमें २ सितम्बर २०१९ को ड इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित खबर मिली, जिसके अनुसार लिखा गया है कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हर्ष विहार में २७ अगस्त को एक बच्चे का अपहरण करने के संदेह में भीड़ द्वारा २५ वर्षीय एक गर्भवती महिला की कथित रूप से पिटाई की गई थी | पुलिस ने कहा कि पीड़िता का नाम प्रियंका है, जो ठीक प्रकार से बोल व सुन नहीं सकती है उसको लगभग १० लोगों के समूह द्वारा पीटा गया था |
इसके पश्चात हमने दिल्ली के हर्ष विहार पुलिस स्टेशन के हेड कांस्टेबल विनोद कुमार से संपर्क किया, उन्होंने हमें बाताया कि “यह घटना २७ तारिख की है, पीड़िता मूक व बधिर है जिसे सुनने व बोलने की परेशानी है, इस लड़की को लगभग १० लोगों के समूह द्वारा पीटा गया था | |”
इसके पश्चात हमने नोर्थ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि “यह घटना २७ अगस्त २०१९ की है, और वे फरीदाबाद की निवासी है, हर्ष विहार में उस वक़्त वे अपना रास्ता भटक गयी थी, जिसके चलते लोगों को उसपर बच्चा चोर होने का संदेह जागृत हुआ और उसे पीटने लगे | उसे हमने उसके भाई के पास सौंप दिया है और वे अभी सुरक्षित है | इसके पश्चात जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हमने हमारी तरफ से एक पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर ली थी, जिसके चलते हमने आईपीसी के धारा ३४३, ३४१ और ३४ के तहत ३ आरोपियों को गिरफ्तार किया | ये सपष्ट रहे कि ये महिला अपराधी नहीं थी और उनपे लगे सारे आरोप फर्जी हैं |”
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वीडियो में दर्शायी गयी औरत कोई बच्चा चोर नही है बल्कि वे सिर्फ अपना रास्ता भटक गयी थी |
बच्चा चोरी पर अन्य फैक्टचेक –
1. इस मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति का विडियो बच्चा चोर के नाम से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है |
2. चंदा इकट्टा करने वालें दो बहरूपिये की तस्वीर को बच्चा चोर के नाम से फैलाया जा रहा है |
3. कानपूर में दो बुज़ुर्ग भिखारियों को बच्चा चोर होने के आरोप में पीटा गया |
Title:दिल्ली में एक गर्भवती और मूक-बधिर महिला को बच्चा अपहरणकर्ता होने के नाम से फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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