ये एक स्क्रिप्टेड वीडियो है जिसका उद्देश्य लोगों में जागरुकता फैलाना है। इस वीडियो में दिख रही घटना सच नहीं है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक गाड़ी के पिछले सीट पर बेहोश पड़े हुए बच्चों को देख सकते है। यूजर्स का दावा है कि वीडियो में दिख रहे लोग बच्चा चोर गैंग है जो बच्चों का अपहरण कर उन्हें ले जा रहे है।
वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि “बच्चों को चुराने वाले लोग।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने पाया कि यह वीडियो 20 जुलाई 2022 को सोशल मैसेज नाम के एक यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया गया है। लोगों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से यह वीडिया बनाया गया था। कैप्शन में लिखा है “बच्चे पकड़ने वालों को पब्लिक ने पकड़ा, रंगे हाथ।” यह वीडियो 5.08 मिनट का है।
11 सेकंड पर एक डिस्क्लेमर देखा जा सकता है जिसमें लिखा गया है कि, “यह वीडियो काल्पनिक है, वीडियो में सभी घटनाओं को स्क्रिप्ट अनुसार बनाया गया है और केवल जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया है। किसी भी जीवित या मृत व्यक्ती या वास्तविक घटनाओं के साथ कोई समानता मिलना केवल एक संयोग है।”
फैक्ट क्रेसेंडो ने कई ऐसे वीडियो का खंडन किया है जो सांप्रदायिक एवं झूठे दावों के साथ वायरल थे। कई बार इन काल्पनिक वीडियो को गलत सूचना फैलाने और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए शेयर किया जाता है।
उदाहरण के लिए:
1. एक “स्क्रिप्टेड” वीडियो को झूठे सांप्रदायिक दावे के साथ साझा किया गया था कि मुस्लिम पुरुषों ने हिंदू लड़कियों को हिंदू लड़के बन कर धोखा दिया। (फैक्ट-चेक पढ़ें)
2. एक “स्क्रिप्टेड” वीडियो को इस बेबुनियाद दावे के साथ साझा किया गया था कि एक मुस्लिम लड़के को एक युवा लड़की की बाइक चोरी करते हुए पकड़ा गया था। (फैक्ट-चेक पढ़ें)
3. एक “काल्पनिक” वीडियो को बच्चे के अपहरण की वास्तविक घटना के रूप में साझा किया गया था। भारत में, बच्चे के अपहरण की अफवाहों के कारण पहले ही मॉब लिंचिंग में कई मौतें हो चुकी हैं। (फैक्ट-चेक पढ़ें)
4. संजना गलरानी पेज से एक “स्क्रिप्टेड” वीडियो को वास्तविक घटना के रूप में वायरल हुआ, जिसमें एक व्यक्ति को चार्ज करने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग करते समय बिजली का करंट लग गया था। (फैक्ट-चेक पढ़ें)
5. एक स्क्रिप्टेड वीडियो दहेज मामले की वास्तविक घटना के रूप में वायरल हुआ जहां दूल्हे ने कम दहेज के कारण दुल्हन से शादी करने से इनकार कर दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया ने भी इस वीडियो को सच बताया था। (फैक्ट-चेक पढ़ें)
6. एक स्क्रिप्टेड वीडियो एक वास्तविक घटना के रूप में वायरल हुआ जिसमें एक मुस्लिम दर्जी को एक हिंदू महिला को परेशान करते हुए दिखाया गया था। (फैक्ट-चेक पढ़ें)
7. एक वास्तविक घटना के रूप में एक स्क्रिप्टेड वीडियो वायरल हो गया, जिसमें मुस्लिम महिला बच्चा अपहरणकर्ता बच्चों को सूटकेस में अपहरण कर रहा था। (फैक्ट-चेक पढ़ें)
निष्कर्ष:
फैक्ट क्रेसेंडो ने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया हैं। वायरल वीडियो वास्तविक घटना नहीं है और न ही किसी बच्चे के अपहरण गिरोह या विशेष समुदाय से संबंधित है। वीडियो स्क्रिप्टेड है जिसका उद्देश्य दर्शकों को एक सामाजिक संदेश फैलाना है।
Title:बच्चा चोर गिरोह के रूप में साझा किया गया वीडियो स्क्रिप्टेड है
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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